वाशिंगटन, आठ अप्रैल, पाकिस्तान के विभिन्न जातीय और धार्मिक अल्पसंख्यक समूहों के प्रतिनिधियों ने यहां व्हाइट हाउस के सामने एक शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर कहा कि पाकिस्तान में उन्हें “सबसे खराब किस्म के नरसंहार” का सामना करना पड़ रहा है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अनुरोध किया कि उन्हें आत्म-निर्णय के अधिकार का प्रयोग करने में मदद करे। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ताधारी पाकिस्तानी प्रतिष्ठान जातीय पहचान को समाप्त करने की दिशा में काम कर रहा है। मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) यूएसए के मुख्य आयोजक रेहान इबादत ने कहा, “अब यह अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर निर्भर है कि वह हमारी पीड़ा को सुने और आत्म-निर्णय के अधिकार को हासिल करने में मदद करे।” इस प्रदर्शन में शामिल होने वालों ने एक संयुक्त बयान में कहा, “एक सामूहिक प्रयास के तहत हम पाकिस्तान की मौजूदा भौगोलिक सीमाओं में रह रहे सभी पीड़ित जातीय समूह का प्रतिनिधित्व करते हुए आज यहां जुटे हैं। हम मुहाजिर, बलूच, गिलगिट बाल्टिस्तान, पख्तून और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यक अपने आत्म-निर्णय के अधिकार के तहत अलग जमीन की मांग करते हैं।” बड़ी संख्या में मुहाजिर, बलूच, गिलगिट बाल्टिस्तान, पख्तून और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों के प्रतिनिधि डूपोंट सर्किल से व्हाइट हाउस तक रैली के रूप में पहुंचे। उनके हाथों में पोस्टर और बैनर थे जिन पर पाकिस्तान में जातीय और धार्मिक अल्पसंख्यकों पर होने वाली ज्यादतियों का जिक्र था।
सोमवार, 8 अप्रैल 2019
पाकिस्तानी अल्पसंख्यक समूहों ने व्हाइट हाउस के सामने किया प्रदर्शन
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