पटना,16 अप्रैल। पहले चायवाला बना और चौकीदार बन गए हैं नरेन्द्र दामोदर मोदी. इस समय कौन है भारत के प्रधानमंत्री? बच्चों को पता ही नहीं चल रहा है. इसका जवाब बच्चे कहकर पिंड छुड़ा रहे है कि वह 2014 में चायवाला था और 2019 में चौकीदार बन गया है. बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने जमकर मोदी की पोल खोली. पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी ने कहा कि यह सच्चाई है कि जबतक विधान सभा का चुनाव लड़े,तबतक गुजरात विधान सभा चुनाव और विधान सभा में नरेंद्र मोदी जी ने कभी चायवाला नहीं बताया. पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि उनका बाल्यावस्था की तस्वीर मिल जाएगी. एक भी चायवाला की तस्वीर नहीं है.इस पर शोध करने की जरूरत है.
15 सालों तक सीएम रहे मोदी
गुजरात में तीन बार मोदी जी विधान सभा चुनावी दंगल में उतरे.मगर उस दरम्यान खुद को चाय बेचने वाले के रूप में प्रस्तुत नहीं किए.जब उनको प्रधानमंत्री के रूप में प्रेजेंट किया गया.तब जाकर नारा बुलंद करने लगे.2014 में लोकसभा का चुनाव के समय से चाय बेचने वाले के रूप में खुद को प्रस्तुत किया. इसी लुभावने नारे में भोले भाले मतदाताओं के मतहरण कर लिए.
2014 में चायवाला और 2019 में चौकीदार बन गया
पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि मोदी जी मुद्धे पर चुनाव लड़े.उनका अलग राष्ट्रधर्म है। हमलोग चाहते है कि जनधन वाले लोगों के खाते में 15 लाख रू. देने का वादा किए थे.उनके खाते में रकम डाले. कथन को मगर पूरा नहीं करें और 15 लाख रू. नहीं दिए. गरीबों की थाली में प्रोटीनयुक्त आहार मिले.युवकों को रोजगार दें. वादा 2014 में करके विजयी हुए और सत्ता भोग करते रहे. चायवाला से चौकीदार बनने वाले 2019 में 15 लाख का जिक्र नहीं कर रहे हैं. अब तो यह साफ हो गया है कि जुबलाबाजों की सरकार है साबित हो गया. इनके झासा में नहीं आना है.जुमलेबाजों के बाजू को कमजोर करना ही है. घोषण- पत्र के अनुसार ही मतदान करना है.
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