- 31 मार्च तक एलईडी लाइट लगाने का सख्त निर्देश दिए जाने के बाद भी कार्य में शिथिलता बरती जा रही है : सरिता राय
कुमार गौरव । पूर्णिया : शहर की गलियाें को दूधिया रौशनी से झकाझक करने की कवायद (सर्वे कार्य) 01 जुलाई से शुरू की गई थी। जिसके तहत एनर्जी एफिसियेंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) कंपनी के द्वारा दस दिनों के अंदर सर्वे का काम पूरा किया गया था। सर्वे का काम पूरा होने के करीब एक माह बाद यानी दुर्गा पूजा के दिनों शहर में एलईडी लाइट लगाने का कार्य शुरू कर दिया गया था। यही नहीं नगर निगम से कंपनी के हुए करार के मुताबिक तीन माह के अंदर शहरी क्षेत्र में 15 हजार 200 लाइट लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया लेकिन अब तक यह आंकड़ा करीब 10 हजार के आसपास ही पहुंच सका है। बता दें कि पूर्व में हुई बोर्ड की बैठक में पार्षदों ने निगम पदाधिकारी पर लाइट लगाने में क्षेत्रवाद करने तक का आरोप मढ़ा था। हालांकि बाद में मेयर सविता देवी के हस्तक्षेप के बाद सभी वार्डों में लाइट लगाने का कार्य शुरू कर दिया गया। कंपनी के कर्मियों के द्वारा तीन माह के अंदर लाइट लगाने का कार्य जब पूरा नहीं हुआ तो तीन माह का एक्सटेंशन भी मिला। लेकिन मजेदार बात तो यह है कि इतना लंबा वक्त बीतने के बाद भी अाजतक कई गली मोहल्लों में लाइट नहीं लगी है। जिससे आम आवाम में आक्रोश व्याप्त है। वार्ड नंबर 4 मिर्जा हाता निवासी विजय कुमार श्रीवास्तव, राजा राणा, अनिल कुमार, सुजीत कुमार समेत अन्य का कहना है कि उनके मोहल्ले में कंपनी के द्वारा बिजली खंभों की मार्किंग किए जाने के बाद भी अबतक लाइट नहीं लगाई गई है।
...कई बार पार्षदों ने की शिकायत, नतीजा िसफर :
एलईडी लाइट लगाने में कंपनी कर्मियों की लापरवाही की शिकायत कई बार पार्षदों के द्वारा निगम पदाधिकारी से की गई। वार्ड संख्या 4 के पार्षद मो सोहैल उर्फ मुन्ना ने तो बाकायदा नगर आयुक्त विजय कुमार सिंह को आवेदन देकर शिकायत की है कि उनके वार्ड के आधा दर्जन मोहल्लों में स्थलीय निरीक्षण के बाद भी लाइट नहीं लगी है। जबकि उनका वार्ड काफी पिछड़ा है और रात्रि प्रहर चोरी की घटनाएं भी होती हैं। उन्होंने कहा कि उनके वार्ड में मिर्जा हाता, पश्चिम ओली टोला, बरमसिया, मुसहरी, कौशिकनगर, नारियल बाड़ी, बक्शा घाट मुसहरी, अड्डा टोला, आदिवासी टोला, रहमतनगर मुसहरी टोला व रहमतनगर में लाइट नहीं लगी है। वार्ड 33 की पार्षद मुर्सरत जहां ने भी लाइट नहीं लगने की शिकायत निगम पदाधिकारी से पूर्व में की थी। इस वार्ड में तो कई जगहों पर पुराने क्लैंप के सहारे ही लाइट लगा दी गई थी। हालांकि बाद में शिकायत के बाद कंपनी कर्मियों ने उपकरण को बदल दिया था। वहीं वार्ड नंबर 22 की पार्षद सरिता राय का कहना है कि चैती दुर्गा पूजा की शुरूआत हो चुकी है और रामकृष्ण मिशन रोड अबतक अंधेरा है। जबकि कई बार इस संबंध में शिकायत की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि 31 मार्च तक एलईडी लाइट लगाने का सख्त निर्देश दिए जाने के बाद भी कार्य में शिथिलता बरती जा रही है। बता दें कि करार के बाद ईईएसएल कंपनी को दो माह के अंदर मसलन सितंबर माह तक हर हाल में शहर के सभी 46 वार्डों मंे लाइट लगाने का कार्य पूरा कर लेना था। लेकिन आजतक कार्य अधर में लटका है।
...बिजली बिल एडजस्ट किए जाने की है योजना :
सबसे अहम बात यह है कि नगर निगम के द्वारा अब तक करीब 22 लाख रूपए बतौर बिजली बिल जमा किया जाता है। शहर की गलियों में एलईडी लाइट लगाने का मूल मकसद यह था कि जो उर्जा बचत होगी उसी में निगम की बिजली बिल को एडजस्ट किया जाए। जो कांन्सेप्ट लाया गया उसके तहत एलईडी लाइट लगाकर 60 फीसदी तक बिजली की बचत की जाएगी और इसका सीधा असर बिजली बिल पर पड़ेगा। बिजली बिल की इसी बचत राशि को कंपनी आगामी सात सालों तक पेमेंट करना है। जिससे नगर निगम पर अतिरिक्त कोई बोझ नहीं पड़ेगा और सभी वार्डों में एलईडी लाइट भी लग जाएगी। वहीं कंपनी के ससटेनेबल डेवलपमेंट अफसर चंद्रशेखर के मुताबिक दिसंबर माह तक सभी वार्डों में लाइट लगाने का लक्ष्य था लेकिन बीच में लाइट की सप्लाई बंद होने के कारण कार्य प्रभावित हुआ।
...एलईडी लाइट लगाने में अनियमितता को ले सख्त हुए नगर आयुक्त :
शहर की गलियों में लगाई जा रही एलईडी लाइट में अनियमितता की शिकायत पर पाबंदी लगाने की दिशा में कार्रवाई की गई। नगर आयुक्त विजय कुमार सिंह ने ईईएसएल कंपनी के क्षेत्रीय प्रबंधक को तीन माह पूर्व भी बाकायदा पत्र प्रेषित कर इस बात की जानकारी दी है कि वे इस कार्य में अनियमितता बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने दिशा निर्देश देते हुए कहा कि नगर निगम क्षेत्र में सुचारू तरीके से एलईडी लाइट लगाएं व कार्य में एकरूपता और निरंतरता के अलावे गुणवत्ता पर विशेष रूप से फोकस करने का निर्देश दिया था। नगर आयुक्त ने कंपनी के पदाधिकारियों को निगम क्षेत्र अंतर्गत लगाई जाने वाली लाइट के लिए तिथि व वार्ड वार कार्यक्रम कार्यालय में समर्पित करने, जिन बिजली खंभों पर घटिया स्तर के क्लैंप, स्विच व तार लगाए गए हैं उन्हें तत्काल बदलकर निर्धारित मानक के क्लैंप, स्विच व तार लगाए जाने, जिन बिजली खंभों पर पुराने क्लैंप के सहारे लाइट लगाने का निर्देश दिया था।
...चल रहा है कार्य :
शहर में एलईडी लाइट लगाने का कार्य चल रहा है। कुछ दिनों पूर्व जो रिपोर्ट दी गई थी उसके अनुसार 8 हजार लाइट लगाई गई थी जो कि वर्तमान में बढ़कर करीब 10 हजार तक पहुंच चुकी है। बाकी लाइट लगाने का कार्य जारी है। : पवन कुमार पवन, सिटी मैनेजर, नगर निगम पूर्णिया।
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