नयी दिल्ली 18 अप्रैल, लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में 95 सीटों पर बृहस्पतिवार दोपहर मतदान ने जोर पकड़ा। वहीं, छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के आईईडी विस्फोट, पश्चिम बंगाल में पथराव करने वालों पर पुलिस गोलीबारी और कुछ स्थानों से ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतें भी मिली हैं।ओडिशा में 35 विधानसभा सीटों और तमिलनाडु में 18 विधानसभा सीटों पर भी मतदान जारी है। तमिलनाडु में कुल 39 में से 38 लोकसभा सीटों पर मतदान हो रहा है जबकि हाल ही में कथित तौर पर द्रमुक के एक नेता के सहयोगी के पास से नकदी बरामद होने के बाद चुनाव आयोग ने मंगलवार को वेल्लोर लोकसभा सीट पर मतदान रद्द कर दिया था। तमिलनाडु के अलावा कर्नाटक में लोकसभा की 14 सीटों, महाराष्ट्र में 10, उत्तर प्रदेश में आठ, असम, बिहार और ओडिशा में पांच - पांच, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल में तीन - तीन, जम्मू कश्मीर में दो और मणिपुर एवं पुडुचेरी में एक - एक सीट पर मतदान हो रहा है। कड़ी सुरक्षा के बीच जम्मू कश्मीर की श्रीनगर सीट पर भी मतदान जारी है, जहां नेकां अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला फिर से निर्वाचित होने के लिए चुनाव मैदान में हैं। अधिकारियों ने बताया कि निर्वाचन क्षेत्र के आसपास के तीन जिलों - श्रीनगर, बडगाम और गंदेरबल में बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। चुनाव अधिकारियों के मुताबिक जम्मू कश्मीर की उधमपुर और श्रीनगर सीटों पर दोपहर एक बजे तक करीब 30 प्रतिशत मतदान हुआ है। छत्तीसगढ़ में मतदान के दौरान हिंसा की घटना हुई।
राज्य के राजनंदगांव जिले में नक्सलियों ने एक आईईडी विस्फोट किया जिसमें आईटीबीपी के एक जवान को मामूली चोटें आई हैं। तमिलनाडु की 38 सीटों पर पूर्वाह्न 11 बजे तक 30. 62 प्रतिशत मतदान हुआ। मतदान केंद्रों पर वोटरों की लंबी कतारें देखी जा रही हैं। वहां सुबह - सुबह वोट डालने वालों में मुख्यमंत्री के. पलानीसामी और द्रमुक प्रमुख एम के स्टालिन शामिल हैं। तमिलनाडु के मुख्य चुनाव अधिकारी सत्यव्रत साहू ने बताया कि अब तक मतदान शांतिपूर्ण रहा है और कुछ स्थानों पर तकनीकी गड़बड़ी जैसे मुद्दों का हल किया गया। कर्नाटक की 14 सीटों पर पूर्वाह्न 11 बजे तक करीब 19. 58 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया। पुडुचेरी में लोकसभा की एकमात्र सीट के लिए दोपहर तक 23 प्रतिशत मतदान हुआ। वहीं, पश्चिम बंगाल के कुछ इलाकों में हिंसा की छिटपुट घटनाएं दर्ज की गई हैं। राज्य में लोकसभा की तीन सीटों पर दोपहर एक बजे तक करीब 51. 6 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि न्यूज चैनल के एक रिपोर्टर और एक कैमरामैन से कथित तौर पर मारपीट की गई। वे लोग रायगंज निर्वाचन क्षेत्र के काटाफुलवाड़ी में मतदान की रिपोर्टिंग करने गए थे।
सूत्रों ने बताया कि क्षेत्र में उत्तर दिनाजपुर जिले के चोपड़ा में मतदाताओं ने कथित तौर पर सड़क की नाकेबंदी कर दी और मतदान केंद्रों पर केंद्रीय बलों की गैर मौजूदगी की शिकायतें कीं। जिले के एक चुनाव अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने चोपड़ा में अपने ऊपर अज्ञात लोगों द्वारा पथराव किए जाने और बम फेंके जाने के बाद भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। पुलिस ने इस सिलसिले में कम से कम तीन लोगों को हिरासत में लिया है। इस बीच, रायगंज से माकपा उम्मीदवार मोहम्मद सलीम ने दावा किया कि उनकी कार पर अज्ञात लोगों ने उस वक्त हमला किया जब वह उत्तर दिनाजपुर के इस्लामपुर में एक मतदान केंद्र पर गए थे। बिहार में लोकसभा की पांच सीटों पर दोपहर तक 25. 6 प्रतिशत मतदान हुआ। हालांकि, कुछ बूथों पर ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतों और मतदान के बहिष्कार के चलते वोटिंग देर से शुरू हुई। अधिकारी ने बताया कि बांका में अमरपुर विधानसभा क्षेत्र के तहत एक मतदान केंद्र से चुनाव बहिष्कार की खबर है। इसी क्षेत्र में दो मतदान केंद्रों पर शुरूआती घंटों में लोगों ने मतदान नहीं किया क्योंकि वे लोग कैथा गांव में एक किसान के मारे जाने का विरोध कर रहे थे। मतदान प्रक्रिया सुबह सवा दस बजे शुरू हुई। महाराष्ट्र में लोकसभा की 10 सीटों पर पूर्वाह्न 11 बजे तक 21. 47 प्रतिशत मतदान हुआ। राज्य के नांदेड़ से 78 ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतें मिली हैं।
उत्तर प्रदेश में आठ सीटों पर दोपहर एक बजे तक 38 प्रतिशत मतदान हुआ है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने राज्य के कुछ हिस्सों में ईवीएम में गड़बड़ी को लेकर चिंता प्रकट की है। असम में पांच सीटों पर दोपहर एक बजे तक करीब 46. 42 प्रतिशत मतदान हुआ। अधिकारियों के मुताबिक कई मतदान केंद्रों पर ईवीएम में तकनीकी गड़बड़ी की शिकायतें हैं, लेकिन मतदान कर्मियों ने इस समस्या को दूर कर दिया। लोकसभा चुनाव के इस चरण में एक पूर्व प्रधानमंत्री और चार केंद्रीय मंत्री चुनाव मैदान में हैं। भाजपा अपनी 27 सीटों को बचाने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस 2014 में इन निर्वाचन क्षेत्रों में जीती गई 12 सीटों को बचाने के साथ अपना प्रदर्शन बेहतर करने की उम्मीद कर रही है।
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