ग्वालियर, पांच मई, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को दावा किया कि देश में लोकसभा चुनाव के चार चरण पूरे होने के बाद कांग्रेस और उसके साथी चारों खाने चित हो गए हैं क्योंकि आपातकाल के बाद यह ऐसा पहला चुनाव है जो देश की जनता मौजूदा सरकार को फिर से सत्ता में लाने के लिए लड़ रही है। ग्वालियर और चंबल क्षेत्र के भाजपा उम्मीदवारों के समर्थन में यहां एक चुनावी सभा को सम्बोधित करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘देश में चुनाव के चार चरण हो चुके हैं और इसमें कांग्रेस और उसके साथी चारों खाने चित हो चुके हैं।’’ उन्होंने कहा कि शायद इमरजेंसी के बाद यह पहला चुनाव है जो देश की जनता लड़ रही है और सरकार दुबारा बनाने के लिये लड़ रही है। इससे बड़ा सौभाग्य मेरे लिए और क्या हो सकता है। इस चुनाव में एक तरफ महामिलावट करने वालों का गाली गलोच, झूठ और प्रपंच है तो दूसरी तरफ इस सेवक पर जनता जर्नादन का विश्वास है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एक तरफ वंशवाद की टीम है जो मोदी को हटाने के लिये है। दूसरी तरफ जनता की टीम है। जनता भी अड़ी है और जनता ने भी कह दिया है कि आयेगा तो…..इस पर सभा में मौजूद लोगों ने जवाब दिया… ‘‘मोदी’’। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी के युवा जो इस लोकसभा चुनाव में पहली दफा वोट दे रहे हैं। वे केवल पांच साल के लिए नहीं बल्कि अपनी पूरी जिंदगी, भविष्य के लिये वोट दे रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने युवा पीढ़ी के सामने भारत की राजनीति का चित्र रखते हुए कहा कि भारत की राजनीति में नामपंथी, वामपंथी, दाम एवं दमन पंथी और विकासपंथी नामक चार अलग-अलग तरह की परंम्परा हैं। उन्होंने कहा कि मैं चाहूंगा कि नई पीढ़ी इसे समझे और इस पर विश्वविद्यालय, टीवी आदि मंचों पर बहस भी हो। उन्होंने कहा कि नामपंथी जमात, जो दिनरात अपने परिवार का नाम जपती है और किसी को आगे नहीं बढ़ने देती। दूसरी है वामपंथी जिन्होंने बंगाल, त्रिपुरा, और केरल को बर्बाद किया। ये मरी पड़ी विदेशी विचारधारा को भारत में जिंदा करने के लिए काम कर रहे हैं। तीसरा है दाम और दमन पंथी जो दाम और दमन के बल पर सत्ता पर कब्जा करना चाहते हैं। आज बंगाल इसी पर चल रहा है और चौथी है विकासपंथी जिस पर भाजपा चल रही है और जो सत्ता को सेवा का माध्यम मानते हैं।
उन्होंने कांग्रेस की पूर्व की सरकारों पर देश की गरीबी को दुनिया में ब्रांड की तरह बेचने और भारत की छवि सांप, सपेरे वाले मुल्क की बनाने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘कांग्रेस जब सत्ता में थी, दुनिया के बड़े नेता भारत आते थे और ये नामदार भारत की गरीबी को दिखाने के लिए उन्हें बुलाते थे।’’ उन्होंने कहा कि इसके उलट आज विदेशी मेहमान कुंभ की दिव्यता देखने, भारत की सौर ऊर्जा शक्ति देखने, सरदार वल्लभ भाई पटेल को श्रंदाजलि देने आते हैं जिनकी मूर्ति दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति है। उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस ने दुनिया को भारत की गरीबी दिखाई और हमने भारत का गौरव दिखाया।’’ मोदी ने कहा कि इन नामदारों को सजा देने का समय अब आ गया है। देश की जनता ने नामदारों के परिवारों पर दशकों तक विश्वास किया और इतने लम्बे शासन में सिवाय धोखेबाजी के उन्होंने कुछ नहीं किया। मोदी ने देश में आतंकवाद और नक्सलवाद की समस्या के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि यह कांग्रेस की लापरवाही से उत्पन्न हुई समस्या है जबकि भाजपा के लिए राष्ट्र की सुरक्षा सबसे बड़ा मुद्दा है। कांग्रेस पर उसके घोषणापत्र में देशद्रोह की धारा, और आफ्सपा कानून हटाने के वादे को लेकर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा, ‘‘कांग्रेस का घोषणापत्र एक ढकोसला है। सैनिकों को मिला आफ्सपा कानून का कवर हटा देंगे। इन लोगों के मन में हमारे सैनिकों और पुलिस के लिए कोई सम्मान नहीं है।’’
उन्होंने कहा कि देश में आजादी के बाद 37,000 पुलिसकर्मी सामान्य लोगों की सेवा करते हुए शहीद हुए हैं। आजादी के 70 साल बाद किसी परिवार के लिए भांति..भांति के स्मारक बने हैं लेकिन सेना और पुलिस के लिए स्मारक नहीं बना। उन्होने कहा, ‘‘यह चौकीदार आया तो हमें यह सौभाग्य मिला और हमने दिल्ली में बनाया। जब आप दिल्ली जायें तो इन जगहों पर सिर झुकाकर आना क्योंकि वे हमारे लिये जिये और हमारे लिये मरे।’’ उन्होंने सवाल किया कि देश के किसानों और जवानों को धोखा देने वाली कांग्रेस को सजा मिलना चाहिये की नहीं। उन्होंने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार नई रीति और नई नीति पर काम कर रही है। मोदी ने कहा, ‘‘किसी को छेड़ेंगे नहीं, लेकिन छेड़ोगे तो छोड़ेंगे नहीं। ये नये हिन्दुस्तान की नीति है। हम घर में घुस कर के मारेंगे।’’ कांग्रेस के सरकार के समय से अधर में पड़ी 14 सिंचाई योजनाओं में से मध्यप्रदेश में 10 को पूरा करने की बात करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले पांच साल हमने माताओं-बहनों के सम्मान के लिए शौचालय बनाने पर काम किया, अब अगले पांच साल माताओं बहनों के लिए पानी की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए समर्पित करेंगे और इसके लिए अलग से जलशक्ति मंत्रालय बनाया जायेगा।
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