माले महासचिव ने कहा लोकतंत्र में भाजपा की कोई आस्था नहीं.पार्टी नेताओं ने आरा में नवादा बेन और पटना में पीएमसीएच जाकर घायलों व परिजनों से मुलाकात की.
आरा (आर्यावर्त संवाददाता) 12 मई 2019 भाकपा-माले महासचिव काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य ने आरा लोकसभा क्षेत्र के उदवंतनगर के नवादा बेन में माले के प्रचार वाहन पर हमले और उसमें चार माले समर्थकों को चाकू मारकर घायल कर देने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और इसे भाजपा की हताशा बताया है. उन्होंने कहा कि भाजपा को यह एहसास हो चुका है कि पूरे देश की भांति आरा में भी वह चुनाव हार रही है. यह घटना एक बार फिर से इसी तथ्य को स्थापित करती है कि लोकतंत्र में भाजपा की कोई आस्था नहीं है. अपनी निश्चित हार देख कर वह अपने असली रंग में आ चुकी है और अपने विरोधियों पर तरह-तरह से हमला करके आतंक की स्थिति बनाना चाहती है. प्रधानमंत्री मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और आरा से भाजपा प्रत्याशी आर के सिंह जिस प्रकार की नफरत की भाषा का उपयोग कर रहे हैं, उसी कारण इस तरह की घटनाएं हो रही हैं.
दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि जब-जब गरीबों की राजनीतिक दावेदारी बढ़ती है, उन पर हमले होते हैं. इसके पहले 1989 में भी काॅ. रामेश्वर प्रसाद को वोट देने के कारण गरीबों के उपर हमला किया गया था और दनवार-बिहटा का बर्बर जनसंहार रचाया गया था. 2005 में भी संदेश विधानसभा क्षेत्र के अंदर सामंती ताकतों ने रामेश्वर प्रसाद पर फायरिंग की थी, जिसमें वे बाल-बाल बचे थे. लेकिन जमाना अब पीछे जाने वाला नहीं है. गरीबों की लड़ाई और लोकतंत्र का संघर्ष लगातार आगे बढ़ रहा है. हम उम्मीद करते हैं कि 19 मई को आरा की जनता अपने वोट के हथियार से इसका बदला जरूर लेगी. कल 10 मई की शाम में यह घटना उस वक्त घटी, जब नवादा बेन में आरा से भाकपा-माले प्रत्याशी कॉमरेड राजू यादव का प्रचार वाहन गांव में प्रवेश किया. गांव के मुहाने पर ही राजपूत जाति से संबंध रखने वाली सामंती ताकतों ने प्रचार वाहन को रोका और उसके बैनर फाड़ दिए. वे माले नेता योगेंद्र राम की पिटाई करने लगे. केवल इस बात के लिए वे इस गांव में माले का प्रचार करने क्यों आए? तब अन्य माले समर्थकों ने इसका विरोध किया. इसके बाद सामंती ताकतों ने छूरा, लाठी, ईंट, पत्थर से प्रचार वाहन पर हमला कर दिया. विशाल पासवान को तीन जगह छुरा मार कर घायल किया गया. उनकी अंतड़ी को आघात को पहुंचा. उमेश पासवान के सर में चोट लगी और उन्हें चार टांके लगाए गए. जोगेंद्र राम की बांह में जबरदस्त चोट आई एक चैथे साथी आकाश कुमार का कान फट गया. इन तमाम लोगों को आरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. विशाल पासवान कोे प्राथमिक उपचार के बाद पटना पीएमसीएच रेफर कर दिया गया, जहां उनका 4 घंटा आॅपरेशन चला.
आज सुबह माले महासचिव कॉमरेड दीपंकर भट्टाचार्य पार्टी के राज्य सचिव कुणाल, माले प्रत्याशी राजू यादव ने आरा सदर का दौरा करके घायलों से मुलाकात की. उनके साथ आरा के स्थानीय राजद विधायक अनवर आलम भी शामिल थे. तत्पश्चात माले एवं राजद के नेताओं ने नवादा बेन का भी दौरा किया. इस टीम में उक्त नेताओं के अलावा संदेश से राजद विधायक अरुण यादव शामिल हुए. माले-राजद नेताओं ने नवादा बेन में एक सभा संबोधित की और लोकतंत्र विरोधी भाजपा को सबक सिखाने का आह्वान किया. पटना के पीएमसीएच में घायल विशाल पासवान से पार्टी के पोलित ब्यूरो सदस्य रामजी राय, ऐपवा की महासचिव मीना तिवारी, पार्टी की राज्य कमेटी के सदस्य उमेश सिंह, इनौस के राष्ट्रीय महासचिव नीरज कुमार, श्वेता, सौरभ नरूका इत्यादि माले नेताओं ने विशाल पासवान से मुलाकात की. माले नेताओं ने डॉ आर प्रसाद से भी मुलाकात की जिनकी यूनिट में विशाल पासवान का इलाज चल रहा है. फिलहाल वे खतरे से बाहर हैं और राजेंद्र सर्जिकल वार्ड में स्थानांतरित कर दिए गए हैं. माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि भाकपा माले के चुनाव प्रचार को डिस्टर्ब करने की यह तीसरी कोशिश है. इसके पहले 7 मई को जितौरा से आ रहे प्रचार जीप पर लगे झंडे को भी आरा शहर के बाहर कुछ मोटरसाइकिल सवारों ने नोच लिया था. जहानाबाद के रामपुर चैरम में सामंती ताकतों ने माले उम्मीदवार कुंती देवी को प्रचार करने नहीं दिया था. भाकपा माले आरा के जिलाधिकारी और चुनाव आयोग से मांग करती है कि भाजपा द्वारा चुनाव में की जा रही हिंसा की इन हरकतों पर लगाम लगाए और जिले में शांतिपूर्ण मतदान की गारंटी करें. इस संदर्भ में पार्टी जल्द ही चुनाव आयोग को पत्र लिखेगी.
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