पटना 10 मई, बिहार में छठे चरण में आठ सीटों पर होने वाले चुनाव में सीवान, वाल्मीकीनगर और गोपालगंज (सु) सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के निवर्तमान सांसद बेटिकट कर दिये गये हैं और इन सीटों पर जनता दल यूनाईटेड (जदयू) के सूरमा महागठबंधन के उम्मीदवारों से लोहा लेते नजर आयेंगे। वर्ष 2014 के चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की घटक (भाजपा ), लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) ने मिलकर चुनाव लड़ा था। भाजपा ने 30, लोजपा ने सात और रालोसपा ने तीन सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, जिनमें भाजपा ने 22 लोजपा ने छह और रालोसपा ने तीन सीटों पर जीत हासिल की। वहीं, जदयू ने 38 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे जबकि दो सीट बांका और बेगूसराय पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के साथ मिलकर चुनाव लड़ा। सतरहवें आम चुनाव (2019) के समीकरण काफी बदल गये हैं। श्री उपेन्द्र कुश्वाहा की पार्टी रालोसपा राजग से टिकट बंटवारे में मतभेद के बाद महागठबंधन में शामिल हो गयी वहीं जनता दल यूनाईटेड (जदयू) ने फिर राजग से नाता जोड़ लिया। राजग की घटक भाजपा 17, जदयू 17 और लोजपा छह सीट पर चुनाव लड़ रही है। इस बार के चुनाव में भाजपा को अपने जीते हुये छह सांसदों को बेटिकट करना पड़ा। इसमें वाल्मीकिनगर से सतीश चंद्र दूबे, झंझारपुर से वीरेन्द्र कुमार चौधरी, गोपालगंज (सु) से जनक राम, सीवान से ओम प्रकाश यादव, गया (सु) से हरि मांझी और पटना साहिब से शत्रुघ्न सिन्हा शामिल हैं। बिहार में छठे चरण में 12 मई को मतदान होने हैं। छठे चरण में वाल्मीकिनगर, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, वैशाली, गोपालगंज, सीवान और महाराजगंज में वोट डाले जायेंगे। इनमें से भाजपा की जीती हुई तीन सीटें सीवान, वाल्मीकिनगर और गोपालगंज (सु) जदयू के खाते में चली गयी है, जिससे भाजपा के निवर्तमान सांसद चुनाव लड़ने से वंचित रह गये। सीवान से जदयू के टिकट पर दरौंधा की विधायक कविता सिंह चुनावी रणभूमि में उतरी हैं। उनका मुकाबला राजद प्रत्याशी और पूर्व सांसद मो.शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब से है। वर्ष 2014 के चुनाव में भाजपा उम्मीदवार ओम प्रकाश यादव ने राजद प्रत्याशी हिना शहाब को एक लाख 13 हजार 847 मतों के भारी अंतर से मात दी थी। इससे पूर्व 2009 में भी निर्दलीय ओम प्रकाश यादव ने श्रीमती शहाब को 63 हजार से अधिक मतों के अंतर से पराजित किया था।
वाल्मीकीनगर से जदयू के टिकट पर वैद्यनाथ प्रसाद महतो चुनाव लड़ रहे हैं। श्री महतो की टक्कर कांग्रेस प्रत्याशी एवं पूर्व मुख्यमंत्री केदार पांडेय के पौत्र और पूर्व सांसद मनोज पांडेय के पुत्र शाश्वत केदार से होगी। वर्ष 2014 के चुनाव में भाजपा के सतीश चंद्र दुबे ने कांग्रेस उम्मीदवार और पूर्व सासंद पूर्णमासी राम को एक लाख 17 हजार 795 मतों के भारी अंतर से पराजित किया था। जदयू प्रत्याशी वैद्यनाथ प्रसाद महतो तीसरे नंबर पर रहे थे। श्री दुबे ने टिकट नही मिलने से नाराज होकर निर्दलीय चुनाव लड़ने का मन बनाया था लेकिन बाद में उन्हें मना लिया गया। गोपालगंज (सु) से जदयू के टिकट पर डॉ. आलोक सुमन पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। वह लंबे समय तक गोपालगंज सदर अस्पताल में अपनी सेवा दे चुके हैं। वह 2013 में भाजपा में शामिल हुये थे। हाल ही में वह भाजपा का दामन छोड़कर जदयू में शामिल हुए हैं। श्री सुमन का मुकाबला राजद प्रत्याशी और पहली बार चुनाव लड़ रहे सुरेन्द्र राम उर्फ महान जी से है। श्री राम वर्ष 2016 में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में शामिल हुये थे और एक वर्ष पूर्व राजद का दामन थाम लिया था। वर्ष 2014 के आम चुनाव में भाजपा प्रत्याशी जनक राम ने कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. ज्योति भारती को दो लाख 96 हजार 936 मतों के भारी अंतर से पराजित किया था। राजग के घटक लोजपा ने भी इस बार के चुनाव में मुंगेर की निवर्तमान सांसदी वीणा देवी और वैशाली के मौजूदा सांसद रामा किशोर सिंह को बेटिकट कर दिया हैं। छठे चरण के तहत वैशाली लोकसभा सीट पर भी मतदान होना है। वैशाली में लोजपा ने रामा किशोर सिंह की जगह विधान पार्षद दिनेश सिंह की पत्नी और पूर्व विधायक वीणा देवी को उम्मीदवार बनाया है। वर्ष 2014 के चुनाव में इस सीट से लोजपा के श्री सिंह ने इस क्षेत्र से लगातार पांच बार सांसद रहे राजद के कद्दावर नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह को 99 हजार 267 मतों के अंतर से परास्त कर उनका विजयी रथ रोक दिया था।
भाजपा ने दो अन्य सीट गया (सु) और झंझारपुर से भी निवर्तमान सांसदों के टिकट काट दिये। गया (सु) सीट पर प्रथम चरण और झंझारपुर सीट पर तीसरे चरण में मतदान संपन्न हो चुके हैं। इन दो सीटों पर भी भाजपा के निवर्तमान सांसद की जगह जदयू के उम्मीदवार चुनावी रणभूमि में उतरे थे। गया (सु) से जदयू के टिकट पर पूर्व विधायक विजय कुमार मांझी जबकि झंझारपुर से जदयू उम्मीदवार रामप्रीत मंडल ने अपनी किस्मत आजमा चुके हैं। पटनसाहिब सीट पर सातवें एवं अंतिम चरण में 19 मई को मतदान होना है। इस सीट पर भाजपा ने निवर्तमान सांसद शत्रुघ्न सिन्हा का टिकट काटकर केन्द्रीय विधि मंत्री रवि शंकर प्रसाद को चुनावी रणभूमि में उतार दिया है। भाजपा से बगावत कर श्री सिन्हा इस बार के चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर पटना साहिब सीट पर चुनाव लडने जा रहे हैं। वर्ष 2014 के चुनाव में भाजपा को आठ सीटों बांका, भागलपुर, पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, अररिया, सुपौल और मधेपुरा सीट पर पराजय का सामना करना पड़ा था। भाजपा ने इस बार के चुनाव में पिछले चुनाव में हारी हुई आठ सीटों में से अररिया को छोड़कर सात की कमान अपने सहयोगी जदयू को सौंप दी है। अब देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा की छोड़ी सीटों पर जदयू प्रत्याशी कितने खरे उतरते हैं।
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