पूर्णिया (आर्यावर्त संवाददाता) : चंपानगर में केंद्र तथा राज्य सरकार द्वारा सड़क बनाकर जाल तो बिछाया गया है। लेकिन बनी सड़क में गुणवत्ता की कमी के कारण बहुत कम ही दिनों में सड़क टूट कर जर्जर हो गई है। सड़कों का ऐसा हाल कोहवारा पंचायत अंतर्गत चंपानगर से रामनगर जाने वाली पक्की सड़क का है। जो पूर्णरूपेण जर्जर हो गई है। सड़कों का निर्माण प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से लगभग 6 वर्ष पूर्व किया गया था। जो वर्तमान में अपने अस्तित्व को बचाने के लिए आंसू बहा रही है। मालूम हो कि सड़क की दूरी 6 किलोमीटर है। इस सड़क में दर्जनों जगह गड्ढे बन गए हैं तथा कई जगह रेनकट से आधा से अधिक सड़क कट चुकी है। जिससे वाहनों के परिचालन में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। अक्सर इस रेनकट में वाहन फंसकर दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं। साथ ही वाहन पर सवार लोग बुरी तरह घायल हो जाते हैं। इस सड़क से जुड़े गांव श्रीनगर प्रखंड के सिंघिया पंचायत के पटना रहिका, मछलकी रहिका, प्रेमनगर, पाकिस्तान टोला, तीनटकिया, नयानगर आदि गांव की आवाजाही होती है। ग्रामीणों द्वारा बताया जा रहा है कि केनरा बैंक कोहवारा तथा एचपी गैस एजेंसी कोहवारा, उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक रामनगर, मध्य विद्यालय रामनगर तथा दो प्राथमिक विद्यालय है। इसके अलावा जिले का प्रसिद्ध सिंघिया जंगल जाने का यह भी एक रास्ता है। सड़क जर्जर एवं रेनकट होने से इस मार्ग से होकर आवाजाही करना दूभर हो गया है। लोगों ने बताया कि सड़क के जीर्णोंद्धार को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं जिला प्रशासनिक पदाधिकारियों से भी गुहार लगाई गई लेकिन कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई। लोगों ने जल्द से जल्द जिला प्रशासन से सड़क निर्माण की मांग की है।
शनिवार, 4 मई 2019
पूर्णिया : छह वर्षों से जीर्णोद्धार की बाट जोह रही चंपानगर से रामनगर जाने वाली सड़क
Tags
# बिहार
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
बिहार
Labels:
बिहार
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें