- संयंत्र एवं मशीनरी मद में वित्तीय वर्ष 2018-19 में 12 करोड़ जबकि वर्ष 2019-20 में इसी मद में 15 करोड़ रूपए आवंटित किए गए
कुमार गौरव । पूर्णिया : इसे विडंबना नहीं तो और क्या कहेंगे, शहर की तीन लाख आबादी (46 वार्ड) को मच्छरों के डंक से निजात दिलाने के लिए नगर निगम के द्वारा सिर्फ दो फॉगिंग मशीन की व्यवस्था की गई है। जबकि शाम ढलते ही मच्छरों की फौज मौज करती है और आम आवाम की परेशानी दोगुनी हो जाती है। यह स्थिति एकाध चौक चौराहे की नहीं है बल्कि हरेक जगहों पर गंदगी के कारण मच्छरों की संख्या में जबरदस्त इजाफा हुआ है। शाम ढलते ही लोगों का चौक चौराहे या फिर चाय नाश्ते की दुकान पर खड़ा रहना तक मुश्किल हो गया है। इसके बाद भी नगर निगम के द्वारा न तो अतिरिक्त फॉगिंग मशीन की व्यवस्था नहीं की जा रही है और न ही गली मोहल्ले के नालों में ब्लीचिंग पाऊडर का ही छिड़काव किया जा रहा है। हालांकि गत दिनों मेयर सविता देवी की पहल पर एक फाॅगिंग मशीन को दुरूस्त कराया गया है लेकिन आबादी के लिहाज से सिर्फ दो फॉगिंग मशीन नाकाफी है।
...संयंत्र व मशीनरी मद में करोड़ों रूपए का होता है प्रावधान :
विगत दो वित्तीय वर्ष मसलन 2018-19 व 2019-20 में संयंत्र व मशीनरी मद में करोड़ों रूपए का प्रावधान हमारे माननीयों ने किया लेकिन हकीकत अपनी भयावहता दिखा रही है। बता दें कि वित्तीय वर्ष 2018-19 में संयंत्र एवं मशीनरी मद में 12 करोड़, गंदी बस्ती आधारभूत संरचना विकास मद में 10.63 करोड़, साफ सफाई मद में 06 करोड़ और कचरे के निष्पादन के लिए डंपिंग जोन को डेवलप करने के लिए 05 करोड़ रूपए आवंटित किए गए। वहीं दूसरी ओर वित्तीय वर्ष 2019-20 में सफाई व्यवस्था मद में 10 करोड़, डंपिंग ग्राउंड निर्माण के लिए 6 करोड़, पक्की गली नाली/सड़क एवं नाला निर्माण मद में 114 करोड़, संयंत्रों एवं मशीनरी मद के लिए 15 करोड़, स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत व्यक्तिगत शौचालय/सार्वजनिक/डिलक्स/पब्लिक शौचालय निर्माण के लिए 13.53 करोड़ और गंदी बस्ती के आधारभूत संरचना मद में 14.12 करोड़ रुपए आवंटित किए गए। इसके बाद भी हालात नहीं बदल रहे हैं।
...गर्मी में बढ़ जाती है परेशानी :
गर्मी का मौसम आते ही शहर में मच्छरों के डंक से लोग परेशान होने लगे हैं। शहर की हालत यह है कि दिन में भी मच्छर काटने लगे है। मच्छरों के कारण डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों के बढ़ने का खतरा भी मंडराने लगा है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि शहर में जगह जगह कचरा डंप है और नाले में ब्लीचिंग पाऊडर का छिड़काव नहीं किया जा रहा है। नाले की सफाई समय पर नहीं होने से नाले में कचरा और गंदा पानी जमता है और ऐसे जगहों पर मच्छरों का निषेचन अधिक होता है और उनकी संख्या भी तीव्र गति से बढ़ जाती है। हर वर्ष गर्मी के समय में लोग डेंगू व मलेरिया जैसी बीमारियों के शिकार होते हैं और कई लोगों की तो जान तक चली जाती है। डॉ एसएस प्रसाद ने बताया कि मलेरिया व डेंगू से बचने के लिए साफ सफाई जरूरी है। कचरा व नाले में जमा गंदा पानी में डेंगू व मलेरिया मच्छरों की संख्या बढ़ती है।
...अतिरिक्त फॉगिंग मशीन की खरीदारी पर किया जाएगा विचार :
अबकी बार बजट में प्रावधान किया गया है और 23 मई के बाद ही इस संबंध में विचार किया जाएगा कि अतिरिक्त फॉगिंग मशीन की खरीदारी की जाए। ताकि शहर के लोगों को सुविधा मिल सके।
: विजय कुमार सिंह, नगर आयुक्त, नगर निगम पूर्णिया।
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