लाहौर, आठ मई, पाकिस्तान के अपदस्थ प्रधानमंत्री नवाज शरीफ चिकित्सकीय आधार पर छह सप्ताह के लिए जमानत पर बाहर रहने के बाद भ्रष्टाचार मामले में सजा काटने के लिए जेल लौट आए हैं। शरीफ जमानत पर रिहाई की अवधि पूरी होने के बाद मंगलवार देर रात जेल पहुंचे। पाकिस्तान उच्चतम न्यायालय ने अल अजीजिया स्टील मिल्स भ्रष्टाचार मामले में 26 मार्च को शरीफ को छह सप्ताह के लिए इस शर्त के साथ जमानत पर रिहा किया था कि वह पाकिस्तान से बाहर नहीं जाएंगे। तीन बार प्रधानमंत्री रहे शरीफ (69) ने पिछले महीने उपचार के लिए लंदन जाने की अनुमति मांगी थी, लेकिन उन्हें अनुमति नहीं मिली थी। शरीफ अपनी बेटी मरियम के नेतृत्व में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएनएल-एन) की रैली के साथ यहां अपने जाति उमरा आवास से कोट लखपत जेल के लिए मंगलवार को रवाना हुए। शरीफ की बेटी मरियम, भतीजे हमजा शाहबाद और हजारों पीएमएल-एन कार्यकर्ता पूर्व प्रधानमंत्री के साथ जेल तक गए।
शरीफ के आवास के बाहर पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के हजारों समर्थक एकत्र हुए और उनके साथ जेल तक गए। पूर्व प्रधानमंत्री के आवास से जेल तक का रास्ता 30 मिनट में तय हो जाता है, लेकिन रैली को कोट लखपत पहुंचने में चार घंटे लगे। जमानत की अवधि मंगलवार आधी रात को समाप्त हो गई थी। शरीफ ने आगे के उपचार के लिए लंदन जाने की अनुमति मांगते हुए एक पुनरीक्षण याचिका दायर की थी जिसे न्यायालय ने खारिज कर दिया था। शरीफ ने जेल पहुंचने के बाद अपने समर्थकों का धन्यवाद किया। उन्होंने एक संदेश में कहा, ‘‘मेरे प्रति एकजुटता व्यक्त करने के लिए हजारों की संख्या में आए कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। आधी रात में भी कार्यकर्ता मेरे साथ हैं। यह अद्भुत दृश्य है।’’ शरीफ के साथ उनकी बेटी मरियम नवाज भी कार में थीं। मरियम ने ट्वीट किया, ‘‘जाति उमरा से जेल तक की सड़क पर यातायात जाम है। केवल सिर और मोटरचालकों की लंबी कतारें दिख रही है।’’ शरीफ ने कहा, ‘‘लोग जानते हैं कि मुझे किस बात की सजा दी जा रही है। मैंने क्या पाप किया है... वे जानते हैं, लेकिन मुझे उम्मीद है कि दमन की यह काली रात जल्द खत्म होगी और मैं जेल से रिहा हो जाऊंगा।’’ अधिकारियों ने बताया कि हालांकि शरीफ को आधी रात से पहले जेल पहुंचना था लेकिन वह आधे घंटे देरी से पहुंचे। पंजाब गृह विभाग ने जेल प्राधिकारियों को शरीफ को बैरक में ले जाने का निर्देश दिया। शरीफ 24 दिसंबर 2018 से सात साल कारावास की सजा काट रहे हैं।
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