नयी दिल्ली, 23 अगस्त, संकट से जुझ रही राष्ट्रीय विमानन कंपनी एयर इंडिया ने तीन सरकारी पेट्रोलियम कंपनियों का करीब 5,000 करोड़ रुपये का ईंधन बिल नहीं चुकाया है। कंपनी लगभग आठ महीने से यह राशि नहीं चुका पायी है। इस वजह से पेट्रोलियम कंपनियों को ईंधन की आपूर्ति रोकने के लिए बाध्य होना पड़ रहा है। इंडियन ऑयल ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम ने बृहस्पतिवार दोपहर बाद से देश के छह हवाईअड्डों कोच्चि, पुणे, पटना, रांची, विशाखापत्तनम और मोहाली में एयर इंडिया को ईंधन देना बंद कर दिया है। तीनों तेल कंपनियों की ओर से इंडियन ऑयल ने एक बयान में कहा, ‘‘ कोच्चि, मोहाली, पुणे, रांची, पटना और विशाखापत्तनम हवाईअड्डों पर एयर इंडिया की ईंधन आपूर्ति रोकने का संयुक्त निर्णय किया गया है। कंपनियों ने यह निर्णय एयर इंडिया पर लंबे समय से बकाया 5,000 करोड़ रुपये का बिल भुगतान नहीं करने के लिए किया है।’’ इस राशि में बकाया और उस पर ब्याज शामिल है। इंडियन ऑयल ने कहा कि एयर इंडिया के पास ईंधन बिल का भुगतान करने के लिए 90 दिन की अवधि होती है। अत: वह जिस दिन ईंधन खरीदती है उसके 90 दिन के भीतर उसे उसका भुगतान करना होता है। लेकिन एयर इंडिया की यह अवधि पिछले दो साल से करीब 230 दिन को पार कर चुकी है। तीनों कंपनियों ने 14 अगस्त की तारीख वाले पत्र के माध्यम से एयर इंडिया के प्रबंधन को बता दिया था कि यदि वह बकाये का भुगतान नहीं करती है तो 22 अगस्त से उसकी ईंधन आपूर्ति रोकने का निर्णय किया गया है। एयर इंडिया इन छह हवाईअड्डों से रोजाना करीब 250 किलोलीटर का विमान ईंधन लेती थी। हालांकि इन छह हवाईअड्डों से एयर इंडिया का विमान परिचालन जारी है। कंपनी अन्य हवाईअड्डों से विमानों में ईंधन भरवा रही है। इससे पहले शुक्रवार को दिन में पेट्रोलियम कंपनी एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘उन्होंने (एयर इंडिया) ने 60 करोड़ रुपये का भुगतान करने की पेशकश की है। यह ऊंट के मुंह में जीरे के समान है।’’ एक अन्य अधिकारी ने कहा कि एयर इंडिया को सरकार से मदद मिलती है लेकिन हमें ऐसी कोई मदद नहीं मिलती। एयर इंडिया पर 58,000 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज है।
शनिवार, 24 अगस्त 2019
एयर इंडिया पर पेट्रोलियम कंपनियों का 5,000 करोड़ रुपये का बकाया
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