नई दिल्ली के ब्लॉगर व कवि मुकेश कुमार सिन्हा रहे उप विजेतागुजरात की प्रीति ‘अज्ञात’ टॉप 10 ब्लॉगरों में प्रथम स्थान पर रहींपूरे देशभर से हिन्दी भाषाई ब्लॉगरो ने किया था प्रतिभाग
नई दिल्ली। ब्लॉगर ऑफ द ईयर 2019 का खिताब राजस्थान के डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी के नाम रहा और उप विजेता नई दिल्ली के मुकेश कुमार सिन्हा रहे।ब्लॉगर ऑफ द ईयर का फाइनल रिजल्ट 02 अगस्त को घोषित किया गया था। बताते चलें कि iBlogger के 4 वर्ष पूर्ण होने पर ब्लॉगर ऑफ द ईयर 2019 का कॉन्सेप्ट व थीम iBlogger द्वारा तैयार किया गया था एवं प्राची डिजिटल पब्लिकेशन द्वारा प्रायोजित किया गया था। ब्लॉगर ऑफ द ईयर 2019 के लिए विभिन्न क्षेत्र के हिन्दी ब्लॉगरों के आवेदन पूरे देशभर से प्राप्त हुए थे। उपरोक्त आयोजन के अर्न्तगत प्रत्येक प्रतिभागी ब्लॉगर की प्रोफाइल को ब्लॉगर ऑफ द ईयर 2019 के बनाई गई विशेष निर्णायक टीम द्वारा अवलोकन किया गया और फिर उनकी प्रोफाईल को iBlogger पर पाठकों की समीक्षाओं व वोट के लिए उपलब्ध करा दिया गया था। ब्लॉगर ऑफ द ईयर 2019 का विजेता और उप विजेता का चुनाव पाठकों की समीक्षा, वोटिंग एवं निर्णायक मंडल के निर्णय के आधार पर किया गया। इसके अलावा टॉप 10 ब्लॉगर ऑफ द ईयर का चुनाव भी किया गया।
बता दें कि ब्लॉगर ऑफ द ईयर 2019 के विजेता डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी जी वर्तमान में एक विश्वविद्यालय में कम्प्युटर विज्ञान का शिक्षक के पद पर कार्यरत है। उन्होंने 100 से अधिक सॉफ्टवेयर और 50 से अधिक वैबसाइट का निर्माण किया है। लगभग 35 शोध पत्रिकाओं में संपादक के दायित्व का निर्वहन कर रहे हैं। 21 शोध पत्र प्रकाशित हुए हैं और 45 शोध पत्र विभिन्न संगोष्ठियों में प्रस्तुत किए हैं। तीन मोनोग्राफ (ISBN सहित) प्रकाशित हुए हैं। 7 राष्ट्रीय/राज्य स्तरीय सम्मान प्राप्त हुए हैं और 3 अन्य सम्मान हेतु चयन हुआ है। डॉ. छतलानी जी ने लगभग 150 लघुकथाएं लिखी हैं। लघुकथाओं के अतिरिक्त कविताएं, ग़ज़ल, गीत, कहानियाँ, बालकथाएं, बोधकथाएं, लेख एवं पत्र भी लिखे है। कई साहित्यिक प्रतियोगिताओं में श्रेष्ठ स्थान प्राप्त किया है।
वहीं, ब्लॉगर ऑफ द ईयर 2019 के उप विजेता मुकेश कुमार सिन्हा जी वर्तमान में केंद्रीय राज्य मंत्री, भारत सरकार, का प्रथम व्यक्तिक सहायक हैं। उनकी “हमिंग बर्ड” कविता संग्रह और ‘लाल फ्रॉक वाली लड़की” (लप्रेक) का प्रकाशन हो चुका है। सिन्हा जी ने कारवां, कस्तूरी, पगडंडियाँ, “गुलमोहर”, “तुहिन”, “गूँज” व “100 कदम” (साझा कविता संग्रह) का सम्पादन भी किया है। इसके अलावा कई साहित्यक पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके है। मुकेश जी को तस्लीम परिकल्पना ब्लोगोत्सव (अंतर्राष्ट्रीय ब्लोगर्स एसोसिएशन) द्वारा सर्वश्रेष्ठ युवा कवि का पुरुस्कार, “शोभना काव्य सृजन सम्मान”, परिकल्पना (अंतर्राष्ट्रीय ब्लोगर्स एसोसिएशन) द्वारा ‘ब्लॉग गौरव युवा सम्मान’, विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ से हिंदी सेवा के लिए ‘विद्या वाचस्पति, दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल से ‘पोएट ऑफ़ द इयरश’, ‘शेर-ए-भारत’ अवार्ड, करुणावती साहित्य धारा साहित्यिक पत्रिका द्वारा साहित्य सम्मान भी प्राप्त हो चुके है। उनकी कविताएँ कविता कोष में भी शामिल की गई है। ऑल इंडिया रेडियो, इन्द्रप्रस्थ रेडियो चैनल, चैनल वन टीवी पर कविता पाठ कर चुके है। APN News टीवी के म्यूजिकल शो “मेरा भी नाम होगा” में ज्यूरी में भी शामिल रहे हैं। मुकेश जी गत 6 वर्षो से एक साहित्यिक संस्था “गूँज” का परिचालन कर रहे हैं।
2019 के Top 10 ब्लॉगरों में प्रीति ‘अज्ञात’ प्रथम स्थान पर रहीं
इसी क्रम में 2019 के टॉप 10 ब्लॉगरों में देशभर के विभिन्न क्षेत्रों से 10 ब्लॉगर शामिल रहे।
गुजरात के अहमदाबाद से प्रीति अज्ञात ने टॉप 10 ब्लॉगरों में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। प्रीति सुप्रसिद्व मासिक वेब पत्रिका ‘हस्ताक्षर’की संस्थापक एवं संपादक के साथ ही जागरूक ब्लॉगर, सामाजिक कार्यकर्त्ता, स्वतंत्र रचनाकार है। आपको भी कई सम्मानों से नवाजा जा चुका है। प्रीति जी का एक काव्य-संग्रह मध्यांतर प्रकाशित हो चुका है और ललित निबंध संग्रह प्रकाशनाधीन है। इसके अतिरिक्त 16 साझा संग्रहों (काव्य, कहानी, संस्मरण) में रचनाएँ प्रकाशित, 5 पुस्तकों का संपादन तथा एक दर्ज़न से भी अधिक पुस्तकों की भूमिका एवं समीक्षा लेखन कर चुकीं है। आपको कई सारे सम्मान प्राप्त हो चुके है। महाराष्ट्र के नई मुम्बई से सुधा सिंह ने टॉप 10 ब्लॉगरों में द्वितीय स्थान प्राप्त किया है। सुधा जी एक गृहणी एवं अध्यापिका है। महाराष्ट्र के मुम्बई से ज्योति देहलीवाल ने टॉप 10 ब्लॉगरों में तृतीय स्थान प्राप्त किया है। ज्योति जी गृहणी के साथ ही बेहतरीन ब्लॉगर है। उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले से नीलेन्द्र शुक्ल “नील” ने टॉप 10 ब्लॉगरों में चौथा स्थान प्राप्त किया है। नीलेन्द्र युवा कवि और ब्लॉगर है। उनकी एक “पुस्तक तेरी परछाईयाँ जो हमसफर है” अभी पिछले दिनो ही प्रकाशित हुई है। बिहार से प्रज्ञा मिश्रा ने टॉप 10 ब्लॉगरों में पांचवा स्थान प्राप्त किया है। प्रज्ञा जी सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में कार्यरत हैं। आपको मुक्तांगन-कविता कोश नव प्रतिभा प्रोत्साहन योजना के पाँचवें चरण में कविता “आम का अचार” के लिए 10 जुलाई 2018 को द्वितीय पुरस्कार, मुम्बई के प्रसिद्ध स्लैम पोएट्री प्लेटफार्म पर द हैबिटैट में जून 2018 में आयोजित एक पोएट्री टूर्नामेंट में इम्प्रोम्पटू कविता “जगरना” के लिए प्रथम पुरस्कार प्राप्त हो चुका है। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले की सुमन कपूर ‘सु-मन’ ने टॉप 10 ब्लॉगरों में छठा स्थान प्राप्त किया हैं। सुमन वर्तमान में ग्रामीण विकास विभाग में Accountant के पद पर कार्यरत हैं। राजस्थान के जयपुर जिले से अभिलाषा चौहान ने टॉप 10 ब्लॉगरों में सातवां स्थान प्राप्त किया है। अभिलाषा ने अपने जीवन के 15 वर्ष शिक्षा के क्षेत्र में बिताएं है। नवीन श्रोत्रिय उत्कर्ष ने टॉप 10 ब्लॉगरों में आठवां स्थान प्राप्त किया है। नवीन जी वाणिज्य के पेशे से जुड़े हुए है। नूपुर शांडिल्य ने टॉप 10 ब्लॉगरों में नौवा स्थान प्राप्त किया है। नूपुर जी दो दशकों से अधिक प्रसार भारती (आकाशवाणी और दूरदर्शन ) में कार्यरत रह चुकीं है और अब वर्तमान में फ्रीलांसर हैं। आपकी नवांकुर प्रकाशन और शब्दांकुर प्रकाशन के काव्य संग्रह “काव्यालय”और “काव्यांकुर 6” में वरिष्ठ कवियों द्वारा चयनित और प्रकाशित हो चुकी है। उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले से डॉ. सुशील कुमार जोशी ने टॉप 10 ब्लॉगरों में दसवां स्थान प्राप्त किया है। जोशी जी वर्तमान में कुमाउँ विश्वविद्यालय नैनीताल के सोबन सिंह जीना परिसर अल्मोड़ा के रसायन विज्ञान विभाग में भौतिक रसायन विषय के प्राध्यापक पद में कार्यरत हैं।
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