बिहार : कैंसर के खुलासा होने के मात्र 14 दिनों के बाद निथन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 20 अगस्त 2019

बिहार : कैंसर के खुलासा होने के मात्र 14 दिनों के बाद निथन

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चुहड़ी (पश्चिम चम्पारण)। कमर दर्द का इलाज कराने दिल्ली गए। जहां के डॉक्टरों ने विमल कुमार शर्मा के परिजनों से कहा कि विमल को बोन कैंसर हो गया है. बोन कैंसर के खुलासा होने के मात्र 14 दिनों के बाद ही आज  31 जुलाई को विमल हम सब से दूर विदा हो गए.एक सरकारी टीचर के घर में खुशी. दूसरे सरकारी टीचर के घर में गम. यह मिलीजुली खबर चुहड़ी पल्ली से मिल रही है.     बताते चले कि चुहड़ी पल्ली में रहने वाली   मेरी एडलिन सरकारी टीचर हैं. उसे नीतू सिंह से पहचान है.वह राज्यकर्मी होने के बाद भी सामाजिक कार्य करने में पीछे नहीं रहती हैं. शानदार व प्रभाशाली कृत्य करने के फलस्वरूप मेरी एडलिन को दिल्ली में सम्मानित किया गया.इनको सम्मानित करने की खबर से और सम्मान मिलने के बाद भी चुहड़ी पल्ली में खुशी पसर गयी. हर्ष जाहिर करने वालों अशोक शर्मा के पुत्र विमल कुमार शर्मा भी थे.जो नीतू सिंह का छात्र रहे थे.जो अब विमल कुमार शर्मा शिक्षक हैं. इतना कहकर नीतू सिंह गमगीन हो जाती है. आँखों से आँसू छलक पड़ी. खुद को संभालकर नीतू कहती हैं कि पल्ली का चहेता लड़का व हम सबका प्रिय विमल कुमार शर्मा नहीं रहे.वे  अशोक शर्मा के पुत्र थे. उनके 2 भाई  और 2 बहन थीं। एक सरकारी शिक्षक के रुप में बतौर 2013 में बुनियादी विद्यालय सिरिसिया अड्डा, चनपटिया में योगदान दिया. नौकरी के 4 साल बाद 2017 में विवाह हुआ.उनकी धर्मपत्नी बी.ए. उर्तीण हैं. दोनों का एक बेटा है.अभी वह सात (7 माह)महीने का है. आगे मेरी एडलिन कहती हैं मेरे पल्ली का शिक्षक विमल कुमार शर्मा को कमर में दर्द होने लगी थी. आसपास के दवाखाना में जाकर हाल पर दवा खाना शुरू कर दिया.दर्दनाशक दवा खा खाकर घर से 4 किलोमीटर की दूरी तय कर विघालय जाकर बच्चों को पढ़ाते रहे. तबीयत ठीक नहीं होने पर लोकल चिकित्सकों से परामर्श लिए. लोकल चिकित्सकों के परामर्श पर 17 जुलाई को कमर दर्द का इलाज कराने दिल्ली गए। जहां के डॉक्टरों ने विमल कुमार शर्मा के परिजनों से कहा कि विमल को बोन कैंसर हो गया है. बोन कैंसर के खुलासा होने के मात्र 14 दिनों के बाद ही आज  31 जुलाई को विमल हम सब से दूर विदा हो गए. वे 30 साल के थे.उनके अचानक चले जाने से नीतू काफी दुखित हूं. वह कहती हैं मेरे परिवार के सदस्य सदृश्य थे.                                                             

बोन कैंसर 
कैंसर की शुरुआत शरीर की आधारभूत इकाई यानि कोशिकाओं में बदलाव के कारण होती है. शरीर में पुरानी कोशिकाओं का टूटना और नई कोशिकाओं का बनाना एक सतत प्रक्रिया है. लेकिन जब कोशिकाओं के निर्माण की प्रक्रिया असामान्य हो जाती है ऐसे में कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती. इसी तरह का एक कैंसर है हड्डियों का कैंसर. हालांकि अभी तक हड्डियों के कैंसर के कारणों का पता नहीं लग सका है, लेकिन इसे फिर भी अनुवांशिक (जेनेटिक) कारणों और कारकों से जोड़कर देखा जाता है. हड्डियों का कैंसर आम तौर पर शरीर के एक हिस्से से शुरू हो कर शरीर के दुसरे भाग में पहुंच जाता है.

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