- बिहार जल पर्षद द्वारा हर घर जल नल योजना में बरती जा रही अनियमितता- पहले चरण में 110 करोड़ व दूसरे चरण में 98 करोड़ रूपए आवंटित किए गए हैं लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति यह है कि दो वर्ष से अधिक का वक्त बीतने के बाद भी अब तक योजना के कार्य पूरे नहीं हुए
कुमार गौरव । पूर्णिया : नगर निगम क्षेत्र के सभी 46 वार्डों में सात निश्चय योजनान्तर्गत हर घर जल नल योजना से आमजनों को बिहार राज्य जल पर्षद के द्वारा स्वच्छ जल मुहैया कराना है। खासकर जहां जहां फ्लोराइड, अार्सेनिक व आयरन प्रभावित टोले या फिर वार्ड हैं वहां रिमुवल ट्रीटमेंट प्लांट लगाकर हरेक घरों में स्वच्छ जल पहुंचाना है और इस कार्य में सरकारी तौर पर लगातार चरणबद्ध तरीके से राशि भी उपलब्ध कराई जा रही है। इस योजना के तहत दो चरणों में कार्य कराया जाना है। जिसके िलए पहले चरण में 110 करोड़ व दूसरे चरण में 98 करोड़ रूपए आवंटित किए गए हैं। लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति यह है कि दो वर्ष से अधिक का वक्त बीतने के बाद भी अब तक योजना के कार्य पूरे नहीं हुए हैं। नगर निगम के सिर्फ कुछ वार्डों में ही स्वच्छ जलापूर्ति के नाम पर पाइप और टोंटी लगाने का कार्य संबंधित एजेंसी के द्वारा किया गया है। जो कि विसंगतियों से युक्त है। कई वार्डों में तो अब तक पानी के भंडारण के लिए जलमिनार निर्माण को ले नगर निगम द्वारा जमीन भी उपलब्ध नहीं कराई गई है। जहां से वार्ड में जल आपूर्ति की पाइपलाइन गुजरेगी। जिस कारण कई जगहों पर जलमिनार का निर्माण अब तक नहीं हो पाया है।
...दो साल में दिए 3070 हाऊस कनेक्शन :
बिहार जल पर्षद के द्वारा अधिकृत एजेंसी (वेब कॉस) के द्वारा दो साल में सिर्फ 3070 घरों में ही नल जल का कनेक्शन दिया गया है। जबकि यह 2020 तक 55 हजार 8 घरों में कनेक्शन दिया जाना है। वहीं कुल 03 लाख 48 हजार 235 पाइपलाइन बिछाने के सापेक्ष में अब तक पहले चरण का भी कार्य पूरा नहीं हो पाया है और सिर्फ 31 हजार 925 जगहों पर ही पाइपलाइन बिछाए गए हैं। बता दें कि पहले चरण का लक्ष्य 01 लाख 84 हजार 753 जबकि दूसरे चरण में 01 लाख 55 हजार 480 पाइपलाइन बिछाने का लक्ष्य निर्धारित है। वहीं वॉटर सप्लाई के लिए पहले चरण में दस जगहों पर जबकि दूसरे चरण में 04 जगहों पर ट्यूबवेल लगाए जाने की योजना है। इसके अलावे 11 जगहों पर जलमिनार का निर्माण कार्य भी होना है। जिसमें से नाका चौक, जज हाता, बालिका उच्च विद्यालय, पशुपालन विभाग परिसर व सिटी में जलमिनार का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है और तीन जगहों पर अभी कार्य की शुरूआत भी नहीं हुई है। इस संबंध में सहायक अभियंता प्रियरंजन कुमार कहते हैं कि एजेंसी के द्वारा लगातार कार्य कराया जा रहा है। गत दिनों मौलवीबाड़ी से जलमिनार निर्माण को ले अतिक्रमण हटाया गया है। बता दें कि हाऊस कनेक्शन, पाइप लाइन व जलमिनार निर्माण को गति देने के लिए सदर अनुमंडल पदाधिकारी डॉ विनोद कुमार, नगर आयुक्त विजय कुमार सिंह, सहायक अभियंता प्रियरंजन कुमार व वुडको के कनीय अभियंता पप्पू गुप्ता ने स्थलीय निरीक्षण किया था। जिसमें अतिक्रमण को हर हाल में हटाने व कार्य में गति लाने का दिशा निर्देश दिया गया था।
...इन जगहों पर हो रहा है जलमिनार का निर्माण कार्य :
पूरण देवी मंदिर परिसर, पूर्णिया सदर, न्यू सिपाही टोला, खुश्कीबाग, गुलाबबाग, गोकुल सिंह ठाकुरबाड़ी, नाका चौक, खुश्कीबाग पूर्णिया पूर्व प्रखंड परिसर, नया टोला पीडब्ल्यूडी कॉलोनी, सदर अस्पताल व संत कंवरिया बांध में जलमिनार का निर्माण कार्य चल रहा है।
...कार्य की गुणवत्ता पर उठ रहे सवाल :
अधिकृत एजेंसी के द्वारा जिन जगहों पर पाइपलाइन बिछाने व हाऊस कनेक्शन का कार्य कराया गया है। वहां कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे हैं। वार्ड नंबर 07 के लोगाें का कहना है कि पाइपलाइन बिछाने के क्रम में लगाए गए वॉटर मीटर खराब हो चुके हैं। कहीं कहीं लिकेज की भी समस्या है। वहीं सहायक अभियंता प्रियरंजन कुमार ने कहा कि हर घर नल जल का कार्य सही तरीके से कराया जा रहा है। जहां कहीं से भी लिकेज की समस्या आ रही है वहां हमारे वर्कर जाकर पाइपलाइन को दुरूस्त कर रहे हैं। वॉटर मीटर की खराबी को ले उन्होंने कहा कि आमतौर बच्चों के द्वारा छेड़छाड़ किए जाने के कारण मीटर में खराबी की समस्या आ रही है। इसके लिए लोगों को भी नजर रखनी होगी।
...कराई जाएगी जांच :
शहर में जलापूर्ति योजना के तहत हो रहे कार्यों की जांच कराई गई है। कुछ दिनों पूर्व ही जलमिनार निर्माण की स्थलीय जांच की गई थी। जिसके बाद त्वरित कार्रवाई के तहत मौलवी बाड़ी में अतिक्रमण हटाया गया है। साथ ही कार्य के ससमय निष्पादन का आदेश संबंधित एजेंसी को दिया गया है। : विजय कुमार सिंह, नगर आयुक्त, नगर निगम पूर्णिया।
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