दुमका (अमरेन्द्र सुमन) भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय, विकास आयुक्त हस्तशिल्प, नई दिल्ली के द्वारा स्कूली बच्चों के लिए झारखण्ड की उपराजधानी दुमका में दो दिवसीय हस्तशिल्प जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। मानव संसाधन केन्द्र जोहार दुमका में आयोजित उक्त दो दिवसीय कार्यक्रम का उद्घाटन बतौर मुख्य अतिथि जिला शिक्षा पदाधिकारी पूनम कुमारी ने किया। अपने संबोधन में मुख्य अतिथि ने कहा कि भारत गाँावों का देश है यहाँ हस्तशिल्प की अपनी लम्बी परंपरा रही है जिसका सामजिक सांस्कृतिक महत्व है। बच्चे आधुनिक तकनीक से जुड़ रहे हैं लेकिन परंपरागत हस्तशिल्प से कट रहे हैं ऐसे में इस कार्यशाला का अपना महत्व है। सहायक निदेशक हस्तशिल्प देवघर के भुवन भास्कर ने कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डाला और भारत सरकार द्वारा हस्तशिल्प विकास के लिए चलाये जा रहे विभिन्न कार्यक्रम और गतिविधयों की जानकारी दी। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि परंपरागत लोककला और हस्तशिल्प के प्रति स्कूली बच्चो में प्रारंभिक रूचि जगाने की आवश्यकता है ताकि आगे चलकर बच्चे जहाँ एक ओर रोजगार से जुड सकते है,ं वहीं उच्च शिक्षा में फैशन और डिजाईनिंग के क्षेत्र में भी आगे बढ़ सकते हैं। इसी कड़ी में संताल परगना महाविद्यालय दुमका के सहायक प्राध्यापक विनोद मराण्डी ने छात्र-छात्राओं में हस्तशिल्प जागरूकता की आवश्यकता को बताते हुए कहा कि आज के बच्चे परंपरागत लोक कला से अपरिचित हैं। कार्यक्रम का संचालन जनमत शोध संस्थान दुमका के सचिव अशोक सिंह ने किया। साथ ही भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय द्वारा आयोजित उक्त दो दिवसीय हस्तशिल्प जागरूकता कार्यक्रम में दो दिनों तक चलने वाले कार्यक्रम एवं गतिविधियों के बारे में बताया कि इस कार्यक्रम में पाँच प्रमुख हस्तशिल्प जिसमें जादोपटिया लोकचित्र, आदिवासी कठपुतली लोक कला चादर-बदोनी, डोकरा शिल्प, कांथा कसीदाकारी एवं बाँस के हस्तशिल्पियों द्वारा सजीव प्रदर्शन कर छात्र-छात्राओं को उसकी विशेषताओं के बारे में विस्तार से बताया गया। कार्यक्रम में हस्तशिल्प संवर्द्धन पदाधिकारी ध्रुव ज्योति मंडल, दिलीप कुमार मांझी और प्रभा सिंह आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम के बारे में बताया गया कि इस कार्यक्रम में पाँच विद्यालयों प्लस 2 जिला स्कूल दुमका, प्लस 2 नेशनल स्कूल दुमका, प्लस 2 राजकीय कन्या उच्च विद्यालाय दुमका, श्रीरामकृष्ण आश्रम उच्च विद्यालय दुमका एवं राजकीय उच्च विद्यालाय कड़हरबिल दुमका से कक्षा 8 से 10 तक के कुल 110 छात्र-छात्रओं की भागीदारी हो रही है। कार्यक्रम का समापन 2 अगस्त को होगा जिसमें सभी प्रतिभागी छात्र-छात्राओं को भागीदारी का प्रमाण-पत्र दिया जायेगा।
मंगलवार, 20 अगस्त 2019
दुमका : स्कूली बच्चों के लिए हस्तषिल्प जागरूकता कार्यक्रम
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