बासेल, 23 अगस्त, भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू ने विश्व चैम्पियनशिप के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में पिछड़ने के बाद शानदार वापसी करते हुए शुक्रवार को यहां अपना पांचवां पदक पक्का किया जबकि बी साई प्रणीत ने सेमीफाइनल में पहुंचकर टूर्नामेंट के पुरूष एकल में पदक का पिछले 36 साल का इंतजार खत्म किया। भारत के लिए दोहरी सफलता के दिन ओलंपिक रजत पदक विजेता सिंधू ने चीनी ताइपै की ताइ झू यिंग को शिकस्त दी जबकि प्रणीत ने इंडोनेशिया के जोनाथन क्रिस्टी को हराया। इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के पिछले दो आयोजनों में रजत पदक जीतने वाली सिंधू ने विश्व रैंकिंग की पूर्व नंबर एक खिलाड़ी को पिछड़ने के बाद 71 मिनट तक चले बेहद रोमांचक मुकाबले में 12-21 23-21 21-19 से हराया। इस साल अर्जुन पुरस्कार के लिये चुने गये विश्व में 19वें नंबर के प्रणीत ने क्वार्टर फाइनल में एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता और विश्व में चौथे नंबर पर काबिज जोनाथन पर 24-22, 21-14 से जीत दर्ज करके इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में अपने लिये पदक पक्का किया। दिग्गज बैडमिंटन खिलाड़ी प्रकाश पादुकोण इस प्रतियोगिता में पुरुष एकल में पदक जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी थे। उन्होंने 1983 विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था। ओलंपिक रजत पदक विजेता 24 साल की सिंधू फाइनल में जगह पक्की करने के लिए चीन की चेन यू फेइ और डेनमार्क की मिया ब्लिचफेल्ट के बीच होने वाले एक अन्य क्वार्टर फाइनल की विजेता से भिडेंगी। सिंधू ने इस मुकाबले में गजब की जीवटता दिखायी और शुरूआती गेम गंवाने के बाद शानदार वापसी की। तेइ झू यिंग के खिलाफ सिंधू का रिकार्ड अच्छा नहीं है। दोनों खिलाड़ियों के बीच हुए 14 मुकाबले में सिंधू सिर्फ चार में जीत दर्ज कर सकी है और उनकी यह जीत लगातार छह हार के बाद आयी है। तेइ झू यिंग ने पहला गेम बेहद ही आसानी से जीत कर सिंधू को परेशानी में डाल दिया। दूसरे गेम में सिंधू ने वापसी की और 2-0 की बढ़त कायम की लेकिन तेइ झू ने स्कोर को 3-3 से बराबरी करने के बाद 8-5 की बढ़त ले ली। सिंधू ने एक बार फिर से लय हासिल करके ब्रेक के समय 11-9 की बढ़त कायम कर ली। इसके बाद स्कोर 12-12 और फिर 15-15 की बराबरी पर था। सिंधू ने 18-16 की बढ़त हासिल की लेकिन तेइ झू यिंग ने फिर से स्कोर को 20-20 से बराबर कर दिया। उन्होंने इसके बाद कुछ शानदार शाट लगाकर गेम 23-21 से अपने नाम किया। निर्णायक सेट में तेइ झू यिंग ने एक बार फिर शानदार शुरूआत करते हुए 4-1 की बढ़त कायम की। उन्होंने अपना दबदबा बनाते हुए 8-4 की बढ़त हासिल कर ली। सिंधू ने इसके बाद वापसी की और स्कोर उनके पक्ष में 7-9 हो गया। सिंधू ने लय जारी रखते हुए स्कोर को 14-14 से बराबर करने के बाद 18-17 की बढ़त कायम की। तेइ झू यिंग ने इसके बाद दो गलतियां की जिसका फायदा उठाकर सिंधू ने मैच अपने नाम कर लिया। प्रणीत ने 2017 में सिंगापुर ओपन जीता था और वह इस साल के शुरू में स्विस ओपन में उप विजेता रहे थे। इससे पहले इंडोनेशियाई खिलाड़ी के खिलाफ उनका रिकार्ड 1-2 का था। पहले गेम में प्रणीत ने 8-4 से बढ़त हासिल की लेकिन जोनाथन ने वापसी की और स्कोर 10-10 से बराबर कर दिया। प्रणीत ब्रेक तक 11-10 से बढ़त पर थे। इसके बाद भी दोनों खिलाड़ियों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला। बाद में प्रणीत ने ताकतवर स्मैश जमाकर पहला गेम जीता। दूसरा गेम में प्रणीत ने 7-1 से बढ़त हासिल की और ब्रेक तक वह 11-3 से आगे थे। जोनाथन ने वापसी की कोशिश की और एक समय वह स्कोर 12-15 से आगे था। इसके बाद भारतीय ने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया और उनके पास छह मैच प्वाइंट थे। जोनाथन का कमजोर रिटर्न बाहर चला गया और साई प्रणीत ने मैच अपने नाम कर दिया।
शनिवार, 24 अगस्त 2019
सिंधू ने पदक पक्का किया, प्रणीत ने 36 साल का सूखा खत्म किया
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