दुसैया (आर्यावर्त संवाददाता) . पश्चिम चम्पारण में है बानूछापर.यहां स्थित है आवर लेडी ऑफ गडालुप चर्च, दुसैया.यहां पर विशेष तौर पर प्रथम परमप्रसाद आयोजित किया गया. इस विशेष आयोजन में बेतिया धर्मप्रांत के बिशप गोवियास सेबेस्टियन पीटर शामिल होकर पवित्र मिस्सा पूजा किए. बताते चले कि नियमानुसार पल्ली स्तर पर प्रथम परमप्रसाद समारोह आयोजित होता है. चुहड़ी पल्ली से रोनाल्ड कुँअर सिंह और रेमंड प्रताप संबंध रखते हैं.इस लिए रोनाल्ड कुँअर सिंह और माता माला सेराफिन की पुत्री परी और रेमंड प्रताप और मां जया प्रताप के पुत्र प्रिंस का प्रथम परमप्रसाद चुहड़ी पल्ली में ही मिलना चाहिए था. खैर महीनों की तैयारी करने के बाद परी और प्रिंस नामक बच्चों को प्रभु येसु ख्रीस्त का शरीर और रक्त का रस्वादन करने का मौका मिला. बेतिया धर्मप्रांत के बिशप गोवियास सेबेस्टियन पीटर के नेतृत्व में बानूछापर.यहां स्थित है आवर लेडी ऑफ गडालुप चर्च, दुसैया पवित्र मिस्सा पूजा अर्पित की गयी. इसमें दुसैया पल्ली के पल्ली पुरोहित फादर कोलार्ड, फादर मनीष, फादर किशोर के द्वारा मिस्सा बलिदान चढ़ाया गया. इस धार्मिक संस्कार समारोह में शामिल होने पटना से सुशील लोबो, मेल्विन लोबो,रानी लोबो,अंजिला रानी, ज्योति साह गयी हैं. दोनों चुहड़ी पल्ली के प्रेरणा और प्रिंस हैं.प्रेरणा को परी और प्रिंस को कैनिस के नाम से जाना और पहचाना जाता है.परी के पिता रोनाल्ड कुँअर सिंह और माता माला सेराफिन हैं. प्रिंस के पिता रेमंड प्रताप और मां जया प्रताप हैं. सामाजिक कार्यकर्ती नीतू सिंह की भतीजी और भतीजा को परमप्रसाद मिला.बेतिया धर्मप्रान्त के बिशप स्वामी गोवियास सेबेस्टियन पीटर और दुसैया पल्ली के पल्ली पुरोहित फादर कोलार्ड, फादर मनीष, फादर किशोर के द्वारा मिस्सा बलिदान चढ़ाया गया.
शुक्रवार, 25 अक्टूबर 2019

बिहार : बच्चों को प्रभु येसु ख्रीस्त का शरीर और रक्त का रस्वादन करने का मौका मिला
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