नयी दिल्ली 29 नवम्बर, राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने पोर्नोग्राफी यानी अश्लील साहित्य को गंभीर सामाजिक समस्या करार देते हुए कांग्रेस के जयराम रमेश के नेतृत्व में वरिष्ठ सदस्यों से इस पर रोक लगाने के लिए ठोस तथा सकारात्मक सुझाव देने को कहा है।श्री नायडू ने आज शून्यकाल में अपनी ओर से यह विषय रखते हुए कहा कि एक दिन पहले ही अन्नाद्रमुक की विजिला सत्यनानथ ने यह गंभीर विषय सदन में उठाया था। सभापति ने कहा कि उन्हें लगता है कि यह बेहद गंभीर और चिंतित करने वाला विषय है जिस पर हम सबको उच्च सदन होने के नाते अपनी ओर से पहल करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि श्री जयराम रमेश के नेतृत्व में वरिष्ठ सदस्यों की एक समिति को इस पर विचार करना चाहिए। इसमें भाजपा के विनय सहस्रबुद्धे, द्रमुक के तिरूचि शिवा और तृणमूल कांग्रेस के सुखेन्दु शेखर राय और अन्य सदस्यों को भी शामिल किया जा सकता है।उन्होंने कहा कि यह आधिकारिक समिति नहीं होगी और समिति के सदस्यों को समाज को इस समस्या से निजात दिलाने के लिए ठोस तथा सकारात्मक सुझाव देने होंगे जिन पर चर्चा के बाद इन्हें अमल में लाने की प्रक्रिया आगे बढायी जा सकती है। उन्होंने कहा कि यह ऐसी समस्या है जिसके कारण समाज में चिंता का माहौल बन रहा है इसलिए इसके जल्द और ठाेस समाधान की जरूरत है।श्रीमती सत्यनाथन द्वारा गुरूवार को शून्यकाल में यह मुद्दा उठाये जाने पर अनेक सदस्यों ने इसका समर्थन किया था। उस समय सदन में मौजूद महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा था कि इस तरह के मामलों में शिकायत किये जाने पर उचित कार्रवाई की जायेगी।
शुक्रवार, 29 नवंबर 2019
नायडू ने पोर्नोग्राफी पर रोक के लिए मांगे सांसदों से सुझाव
Tags
# देश
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
देश
Labels:
देश
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें