चालीस करोड़ सदस्यों का परिवार है एलआईसी जनता का पैसा है जनता के लिए - प्रकाशचंद
सीहोर। गुरूवार को भारतीय जीवन बीमा निगम कार्यालय का निरीक्षण करने पहुंचे मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ जोनल के प्रबंधक प्रकाशचंद ने अभिकर्ताओं विकास अधिकारियों कर्मचारियों को संबोधित किया। उन्होने कहा कि देश के चालीस करोड़ नागरिकों का एलआईसी पर अटूट विश्वास है। एलआईसी में जमा जनता का पैसा जनता के लिए है। हमने पॉलिसी धारकों की शानदार सेवा की है। एलआईसी का सबसे ज्यादा पैसा सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश किया गया है सरकार ने इस राशि को जनकल्याण में खर्च किया है। कार्यक्रम के दौरान प्रबंधक प्रकाशचंद,वरिष्ठ प्रबंधक देवाशीष डे,विपणन प्रबंधक संजय कुमार का अभिकर्ताओं विकास अधिकारियों कर्मचारियों के पुष्प मालाओं से स्वागत किया। कार्यक्रम में उत्कृष्ट कार्यो के लिए अभिकर्ताओं विकास अधिकारियों को सम्मानित किया। कार्यकम का संचालन शाखा प्रबंधक स्वर्ण प्रकाश श्रीवास्तव ने किया। कार्यक्रम में अभिकर्ताओं विकास अधिकारियों कर्मचारियों की विशेष सहभागिता रहीं।
मनाया जाएगा भव्य शोर्य दिवस तैयारिया शुरू अंतराष्ट्रीय हिन्दू परिषद की हुई जिला बैठक
सीहेार। अंतराष्ट्रीय हिन्दू परिषद का जिला बैठक का आयोजन गुरूवार को शहर के श्री हंसदास मठ मंदिर परिसर में किया गया। सर्व प्रथम संगठन के प्रांतध्यक्ष अतुल राठौर काका के द्वारा श्री राम दरबार के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर बैठक का शुभारंभ किया गया। बैठक में पिछले दिनों आयोजित कार्यक्रमों की समीक्षा की गई। आगामी आयोजनों को लेकर रूपरेखा तैयार की गई। अंतराष्ट्रीय हिन्दू परिषद के द्वारा भव्य रूप से जिले भर में ६ दिसंबर को शोर्य दिवस मनाया जाएगा। शहर में एवं श्यामपुर इछावर, आष्टा जावर, बुधनी, नसरूल्लांगज सहित ग्रामीण अंचलों में स्थित मंदिरों में भव्य रूप से महाआरती एवं कलश यात्रियों का आयोजन किया जाएगा। जिस के लिए जिले के पदाधिकारियों को तहसील प्रभारी नियुक्त किया गया है। जिनके मार्गदर्शन में शोर्य दिवस का आयोजन किया जाएगा। हिन्दू रक्षा निधि के एकत्रि करण के लिए योजना तैयार की गई। जिला पदाधिकारियों ने अपने अपने विचार बैठक में व्यक्त किए। बैठक के अंत में जिला पदाधिकारियों के द्वारा संगठन के संस्थापक डॉ प्रवीण भाई तोगडिय़ा की माता के निधन होने पर उन्हे श्रद्धांजली दी। बैठक में शंकर ठाकुर, पृथ्वी सिंह मेवाड़ा, प्रकाश परमार, मनीष मेवाड़ा, मुकेश परमार नवीन आर्य मदन मेवाड़ा आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।
अब कभी नहीं छूटेगा स्कूल (खुशियों की दास्तां)
अस्थि बाधिता से परेशान रचना को मिली ट्रायसायकल
जिले की आष्टा तहसील के ग्राम अरिनयागाजी की दिव्यांग रचना को अस्थि बाधिता से चलने में परेशानियों का सामना करना पड़ता था। रचना के पिता श्री दशरथ सिंह द्वारा आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के दौरान जिले के प्रभारी मंत्री श्री आरिफ अकील के समक्ष आवेदन प्रस्तुत कर अपनी गुहार लगाई। प्रभारी मंत्री द्वारा तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश कलेक्टर को दिए दिए गए। कलेक्टर श्री अजय गुप्ता के निर्देशानुसार जिला दिव्यांग एवं पुर्नवास केन्द्र के पी एंड ओ श्री दुर्गादास नागले द्वारा ग्राम सचिव के माध्यम से दिव्यांग रचना को ट्रायसायकल उपलब्ध कराई गई। शासकीय माध्यमिक शाला अरनियागाजी में कक्षा 8 वीं में पढ़ने वाली रचना का कहना है कि उसे पहले स्कूल जाने में काफी परेशानी होती थी, क्योंकि परिवार वाले रचना को छोड़ने जाते थे। जिससे रचना के पिताजी को भी काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता था। कभी-कभी घर पर किसी के नहीं होने से स्कूल भी अक्सर छूट जाता था जिससे उसकी पढ़ाई में भी परेशानी उठानी पड़ती थी। रचाना बताती है कि अब ट्रायसायकल मिलने से वह स्वयं ही समय पर स्कूल पहुंच जाती है और वापस लौट आती है। अब उसे स्कूल व पढ़ाई में कोई भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है। जिला विकलांग एवं पुर्नवास केन्द्र द्वारा ट्रायसायकल प्राप्त होने के बाद अब रचना बहुत खुश नजर आ रही है। रचना एवं परिजनों ने प्रदेश सरकार द्वारा दिव्यांगों के लिए चलाई जा रही योजनाओं का धन्यवाद देते हुए प्रभारी मंत्री, कलेक्टर एवं जिला दिव्यांग एवं पुर्नवास केन्द्र का आभार व्यक्त किया है।
सी भी सूरत में रेत का अवैध उत्खनन एवं परिवहन नहीं होने दिया जाएगा - प्रभारी मंत्री श्री अकील जिला योजना समिति की बैठक
गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला योजना समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता गैस त्रासदी, राहत एवं पुर्नवास, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग विभाग मध्यप्रदेश शासन तथा सीहोर जिले के प्रभारी मंत्री श्री आरिफ अकील ने की। बैठक के दौरान जलसंसाधन, विद्युत नगरीय प्रशासन एवं खनिज विभाग की समीक्षा की गई। प्रभारी मंत्री ने खनिज विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि जिला प्रशासन रेत के अवैध उत्खनन एवं परिवहन को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए हुए है। किसी भी सूरत में रेत का अवैध उत्खनन एवं परिवहन नहीं होने दिया जाएगा। खनिज अधिकारी ने जानकारी दी कि अप्रैल से नंबवर माह तक अवैध उत्खनन के 102 प्रकरणों में 9,61,19,907 रुपये अर्थदण्ड लगाया गया था जिसमें से 93,48,927 रुपये का अर्थदण्ड वसूल कर सीहोर जिले ने प्रदेश में दूसरा तथा अवैध परिवहन के 401 प्रकरणों में 2,96,36,928 रुपये का अर्थदण्ड लगाया गया था जिसमें से 2,15,61,928 रुपये का अर्थदण्ड वसूल कर प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। बैठक में कार्यपालन यंत्री जल संसाधन विभाग द्वारा जानकारी दी गई कि जिले में मध्यम परियोजना 03 एवं 01 मध्यम उद्वहन सिंचाई योजना व 66 लघु सिंचाई तालाब एवं 10 लघु उद्वहन सिंचाई योजना तथा 193 बैराज कुल 273 सिंचाई योजनाओं से सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि सीहोर में रबी फसल में 49953 हैक्टेयर में सिंचाई की जाएगी। प्रभारी मंत्री श्री अकील द्वारा अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं मुख्य नगरपालिका अधिकारी को निर्देश दिए गए कि पानी की चोरी रोकने के लिए दल का गठन किया जाए। उन्होंने इछावर में नाले की मरम्मत के लिए सौंपी गई जांच के संबंध में भी जानकारी ली। विद्युत विभाग द्वारा जानकारी दी गई कि अप्रैल से अक्टूबर तक जिले में 473 खराब ट्रांसफार्मर बदले जा चुके हैं। इसी प्रकार बैठक के दौरान समस्त विभागों में संचालित योजनाओं एवं कार्य प्रगति की समीक्षा प्रभारी मंत्री द्वारा की गई। बैठक में कलेक्टर श्री अजय गुप्ता, पुलिस अधीक्षक श्री शशीन्द्र चौहान, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती उर्मिला मेरठा, नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती अमिता अरोरा, इछावर विधायक श्री करण सिंह वर्मा, आष्टा विधायक श्री रघुनाथ सिंह मालवीय सहित समिति सदस्य उपस्थित थे।
गेंहू फसल में जड़ माहू कीट प्रकोप को लेकर किसानों को सलाह
कृषि विभाग द्वारा किसानों को सलाह दी गई है कि वर्तमान समय में मौसम की प्रतिकूलता के कारण गेहूँ फसल में जड़ माहू कीट का प्रकोप होने की संभावना है। अतः किसान अपने खेतों की सतत् निगरानी करें। जड़ माहू कीट की पहचान -यह कीट हल्के पीले रंग से गहरे पीले रंग का होता है जो जड़ों का रस चूसता है। गेहूँ के पौधों को जड़ से उखाड़ कर देखने पर यह कीट जड़ों में आसानी से दिखाई देता है। इसके लक्षण है कि यह कीट गेहूँ के पौधों की जड़ों से रस चूसता है, जिसके कारण पौधा पीला पड़ने लगता है और धीरे-धीरे सूखने लगता है। शुरूआत में खेतों में जगह-जगह पीले पड़े हुए पौधें दिखाई देते हैं। धीरे-धीरे पूरे में में इस कीट का प्रकोप फैल जाता है और खेत सूखने की संभावना रहती है। जड़ माहू कीट से बचाव हेतु किसानों को सलाह दी जाती है कि वे इस कीट के प्रबंधन हेतु इमीडाक्लोप्रिड 17.8 प्रतिशत एस.एल. की 70 एम.एल. मात्रा 150 ली से 250 ली. पानी में घोलकर प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें या थायोमिथक्जाम 25 प्रतिशत डब्ल्यू.जी. की 50 ग्राम मात्रा 150 ली से 250 ली. पानी में घोलकर प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें। जड़ माहू कीट व्याधि के फसल प्रकोप का निरीक्षण एवं नियंत्रण के लिए निगरानी दल का गठन किया गया है। साथ ही जड़ माहू के नियंत्रण के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है जिसका दूरभाष नंबर 07562-224044 है। गठित दल में पौध सरंक्षण वैज्ञानिक श्री दीपक कुशवाह, शश्य वैज्ञानिक श्री देवेन्द्र पाटिल, सहायक संचालक कृषि गन्ना श्री अनिल जाट, सहायक संचालक कृषि श्री एस.के.राठौर, अनुविभागीय कृषि अधिकारी बुधनी श्री राघवेन्द्र सिंह राठौर एवं संबंधित वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी सीहोर, आष्टा, इछावर, बुदनी तथा नसरुल्लागंज शामिल हैं। गठित दल के अधिकारी रबी 2019-20 में जड़ माहू की निगरानी के साथ-साथ फसलों की स्थिति/कीट व्याधि का निरीक्षण एवं नियंत्रण के संबंध में समय-समय पर कृषकों का सुझाव देंगे एवं उनकी समस्याओं का निराकरण कर प्रतिवेदन किसान कल्याण तथा कृषि विकास कार्यालय को प्रस्तुत करेंगे।
सहकारी संस्थाओं व निजी विक्रेताओं के माध्यम से अभी तक 35 हजार मीट्रिक टन यूरिया का हो चुका है वितरण
किसान कल्याण तथा कृषि विकास उप संचालक ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में रबी फसलों हेतु 394380 हेक्टर प्रस्तावित हैं। इसके विरूद्ध अभी तक 324470 लगभग हेक्टर में बोनी हो चुकी है। इस वर्ष अधिक वर्षा होने से समस्त जल स्त्रोत पूर्णरूपेण भरे हुए हैं, जिससे फसलों में पर्याप्त सिंचाई हो सकेगी। गत वर्ष गेहूँ का रकबा 245000 हेक्टर था, इस वर्ष लगभग 292000 हेक्टर में बोनी होने की संभावना है। यूरिया का उपयोग केवल टाप ड्रेसिंग (पहली व दूसरी सिंचाई के समय) में किया जाता हैं। अभी तक जिले में सहकारी संस्थाओं एवं निजी विक्रेताओं के माध्यम से 35000 मीट्रिक टन (70 प्रतिशत पूर्ति) यूरिया का वितरण किया हो चुका हैं। यूरिया की जिले में अभी लगातार आवक बनी हुई है, जिसे समितियों एवं निजी संस्थाओं के माध्यम से कृषकों को उपलब्ध कराया जा रहा है। कृषकों से अपील की जाती है कि प्रथम सिंचाई के समय लगने वाले यूरिया की मात्रा अनुसार यूरिया का उठाव अभी कर लें। आगामी सप्ताह तक लगने वाली यूरिया रैक से द्वितीय सिंचाई के समय पुनः टाप ड्रेसिंग हेतु पर्याप्त मात्रा में यूरिया की उलब्धता सुनिश्चित हो जाएगी।
4 दिसंबर तक जारी रहेगा पुरूष नसबंदी पखवाड़ा
कलेक्टर श्री अजय गुप्ता द्वारा समस्त विभाग प्रमुखों को निर्देशित किया गया है कि पुरूष नसबंदी पखवाडे को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर अधिकतम उपलब्धि सुनिश्चित करें। 21 नवंबर से 4 दिसंबर 2019 तक दो चरणों में संचालित होने वाले पखवाडे़ में जिला स्तर प्रचार-प्रसार सारथी रथ द्वारा ग्रामीण स्तर पर भ्रमण कर प्रचार-प्रसार किया जाएगा वहीं प्रचार-प्रसार सामग्री का आम लोगों को वितरण किया जाएगा। इस दौरान सेक्टर सुपरवाईजर, एमपीडब्ल्यू, ए.एन.एम., आशा सहयोगी तथा आशा कार्यकर्ता द्वारा ग्रामीण स्तर पर घर-घर पहुंचकर परिवार कल्याण के लक्ष्य दंपत्ति चिन्हित किए जाएंगे तथा चिन्हित दंपत्तियों को सेवा आवष्यकता के लिए ब्लाक स्तर पर आयोजित निश्चत दिवसों में विशेषज्ञ एन. एस.व्ही.टी., एल.टी.टी.सर्जन द्वारा परिवार कल्याण की स्थायी सेवाएं प्रदान की जाएगी। 28 नवंबर से 4 दिसंबर 2019 तक सेवा प्रदायगी सप्ताह का संचालन होगा जिसमें पूरे जिले में ब्लाक स्तर परिवार कल्याण की सेवाएं विशेष रूप से दी जाएगी। पखवाडे़ के दौरान ग्रामीण स्तर पर चौपाल लगाकर, जनप्रतिनिधियों की बैठक लेकर भी परिवार कल्याण सेवाओं के बारे में जानकारी दी जाएगी तथा ग्रामीण स्तर पर तथा समस्त स्वास्थ्य संस्थाओं में अस्थायी सेवाएं दी जाएगी। पुरूष नसबंदी पखवाडा की थीम पुरूषों की अब है बारी, परिवार नियोजन में भागीदारी रखी गई है।
इक्कीसवी सदी में शिक्षा का स्वरूप व महत्त्व "विशेष लेख"
विश्व एक परिवार है, हम इस विचार में विश्वास करते हैं। वैश्वीकरण के वर्तमान युग में, यह ध्यान से समझना होगा कि वे कौन से विषय हैं, जिन पर हमें काम करना है, ध्यान देना है और ध्यान केंद्रित करना है। नई पीढ़ी और विशेष रूप से युवा पृथ्वी की रीढ़ हैं। हमारे जीवन की कुछ जीवन रेखाएँ हैं जो जीवन जीने के लिए अविभाजित भाग हैं। हम उन्हें अच्छे और पर्यावरण के अनुकूल पर्यावरण, जल, शिक्षा, संरक्षित समाज और प्रदूषण मुक्त वातावरण आदि के रूप में उल्लेख कर सकते हैं। आज हम शिक्षा के बारे में चर्चा कर रहे हैं आइए इसके बारे में और जानें।
“किं कुलेन विशालेन विद्याहीनस्य देहिन:।
अकुलीनोऽपि विद्यावान् देवैरपि सपूज्यते॥”
शिक्षा (वास्तविक अर्थ) -एक साधारण भाषा में, शिक्षा वह प्रक्रिया है जिसमें हम ज्ञान, कौशल, पेशेवर जीवन जीने के तरीके, जीवन जीने की कला और कार्य करना सीखते हैं। शिक्षा का वास्तविक अर्थ यह है कि मानव अपना जीवन मानवता के साथ जिएं। वर्तमान समय में, शिक्षा को व्यवसाय और आय का स्रोत बना दिया गया है। शिक्षा के वास्तविक मूल्य और उसकी उत्पादकता ने सीमाएँ बना दी हैं। व्यावहारिक ज्ञान लेना और वास्तविक शिक्षा के अर्थ को समझना विशेष रूप से युवा पीढ़ी के लिए महत्वपूर्ण है। शिक्षा को सीखने और ज्ञान प्राप्त करने का एक शुद्ध स्रोत होना चाहिए क्योंकि शिक्षा की वास्तविक शक्ति हमें नवाचार और सार्वभौमिक कल्याण की भावना उत्पन्न करने का गुण सिखाती है। शिक्षा का रूप व्यावहारिक होना चाहिए, औपचारिकता, राजनीति और व्यावसायिक लाभ के लिए कोई स्थान नहीं होना चाहिए। किताबें पढ़कर, कक्षाएं पास करके शिक्षा पूरी नहीं की जा सकती। शिक्षा का लक्ष्य साक्षरता और जागरूकता फैलाना, काम करना और सामाजिक बुराइयों को समाप्त करना है। 21 वीं सदी में, शिक्षा के अंतर्गत कौशल, डिजिटलकरण, वैश्वीकरण और नवाचार पर अधिक ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए। शिक्षातंत्र - प्रत्येक देश और राज्य की अपनी शिक्षा प्रणाली होती है, लेकिन इसकी सफलता उनके विचारों और शिक्षण के तरीकों पर निर्भर करती है। हम शिक्षा प्रणाली को एक उदाहरण से समझ सकते हैं, जैसा कि भारत में एक सार्वजनिक शिक्षा प्रणाली है, जिसे राज्य और केंद्र स्तर की सरकार द्वारा वित्त पोषित किया जाता है । शिक्षा के तरीके, अनुशासन और शिक्षा के वातावरण को ठीक से बनाए रखने के लिए शिक्षा प्रणाली अनिवार्य है। शिक्षा जीवन जीने की कला सीखती है। यह हमें साक्षर, दिमागदार, ज्ञानवान, कुशल और शिक्षित आदि बनाती है। साथ ही यह हमारे संचार कौशल, जागरूकता स्तर, आत्मविश्वास स्तर, कार्य कौशल और आत्मनिर्भरता में सुधार करती है। इसे ऐसे धन के रूप में नामित किया गया है जो किसी के द्वारा चोरी नहीं किया जा सकता है। यह हर समय हर स्तर पर मनुष्यों का समर्थन करता है। यह समाज में पैसा और प्रतिष्ठा अर्जित करने का सबसे अच्छा तरीका है। इसके अलावा यह एक बच्चे को बहादुर, सज्जन और संवेदनशील बनाता है, जो दुनिया के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण है। यह एक निष्पक्ष भविष्य के लिए एक बड़ी भूमिका निभाता है। शिक्षा ज्ञान की दुनिया का आधार और रीढ़ है। जब हम देश से बाहर विदेश जाते हैं, तो वहां शिक्षा उनके साथ संवाद करने में योगदान देती है। जब हम कुछ बड़ा करना चाहते हैं, तो एक जगह को बेहतर और सुविधाजनक बनाना चाहते हैं, वहां शिक्षा एक योजना बनाने और सोचने में योगदान देती है। जब हम मुसीबत में होते हैं, तो शिक्षा हमें सुरक्षित बनाने में योगदान देती है। जब हम किसी प्रतियोगिता में भाग लेते हैं, तो शिक्षा हमारी जीत के लिए योगदान देती है। जब हम समाज को जागरूक करना चाहते हैं, कुछ बदलना चाहते हैं, बुराइयों के खिलाफ काम करना चाहते हैं और अच्छाई और दयालुता फैलाना चाहते हैं, तो शिक्षा जागरूकता फैलाने, निर्णय लेने और काम करने में योगदान देती है। इस तरह शिक्षा हमारे वर्तमान और भविष्य को सुरक्षित बनाने के लिए हर क्षेत्र में योगदान देती है। शिक्षा सभी क्षेत्रों में एक उज्ज्वल वर्तमान और भविष्य बनाने में योगदान देती है। संपूर्ण तथ्यों के आधार पर निश्चित रूप से शिक्षा जीवन का अविभाजित हिस्सा है। आत्मविश्वास, स्वतंत्रता, कौशल, क्षमता और शिक्षा ही जीवन है। एक-दूसरे के साथ सीखने और संवाद करने के लिए शिक्षित होना अनिवार्य है। 21 वीं सदी नेतृत्वकर्ताओं का युग है और बेहतर शिक्षा भविष्य के नेतृत्वकर्ताओं का निर्माण कर रही है। शिक्षा हमें बहुत सारे बदलाव और विकास देती है और हमसे कुछ नहीं लेती है। यह हमारे सामने दान का सबसे बड़ा संकेत है। शिक्षा का उद्देश्य केवल अध्ययन या ज्ञान प्राप्त करके पूरा नहीं किया जा सकता है, यह तब पूरा होता है जब हम इसे लागू करते हैं और अपने वास्तविक जीवन में इसके अच्छे विचार और नियमों को आत्मसात करते हैं।
वित्तिय अनियमितताओं के दोषी ग्राम पंचायत पदाधिकारियों से होगी वसूली
शासकीय योजनाओं के समयवद्व एवं भ्रष्टाचार मुक्त क्रियान्वयन हेतु दृढ़संकल्पित मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अरूण कुमार विष्वकर्मा ने विभिन्न ग्राम पंचायतों में दोषी पाये गये पंचायत पदाधिकारियों एवं शासकीय कर्मचारियों से लगभग 2 करोड़ रू राशि की वसूली हेतु प्रकरण जिला कलेक्टर को प्रेषित किए हैं। विगत माह अगस्त सितंबर के दौरान जिले की विभिन्न ग्राम पंचायतों के विरूद्व स्थानीय निवासियों एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा प्राप्त षिकायतों का संज्ञान लेते हुए जिला स्तर पर इन ग्राम पंचायतों की जांच हेतु 3 से 04 सदस्यों वाले जिला जिला स्तरीय जांच दल का गठन किया गया था। प्रत्येक जांच दल का नेतृत्तव परियोजना अधिकारी स्तर के अधिकारी को दिया गया एवं प्रत्येक जांच दल में एक लेखा विषेषज्ञ को अनिवार्यतः शामिल किया गया। जिला स्तर से गठित इन जांच दलों ने ग्राम पंचायत में किए गये कार्यो का भौतक निरीक्षण किया तथा वित्तीय अभिलेखों का परीक्षण कर जांच प्रतिवेदन जिला पंचायत सीईओ को प्रस्तुत किए । प्राप्त जांच प्रतिवेदनों के आधार पर जिला पंचायत सीईओं द्वारा पंचायत राज अधिनियम की धारा 89 में प्रकरण पंजीबद्व कर वसूली हेतु जिला कलेक्टर महोदय को प्रस्तुत किए गये हैं। जिला कलेक्टर को धारा 89 अंतगर्त वसूली की कार्यवाही हेतु प्रस्तुत किए गये प्रकरणों में ग्राम पंचायत कादराबाद- सरपंच श्रीमति शर्मीला बाई ,तात्कालीन ग्राम पंचायत सचिव श्री वकील खां, अशरफ खां, रोजगार सहायक श्री अजय मीणा के विरूद्व पंचायत भवन एवं शौचालय निर्माण में वित्तिय अनियमितता-आंकलित वसूली राशि 4,82,261रू., ग्राम पंचायत कोड़िया छीतू-जनपद- सीहारे के सरपंच श्री केदार, तात्कालीन ग्राम पंचायत सचिव श्री पूनम चंद्र तिवारी के विरूद्व सीसी रोड निर्माण में वित्तिय अनियमितता-आंकलित वसूली राशि 6,04,850 रू. ग्राम पंचायत खांडावड़- जनपद पंचायत -बुदनी के ग्राम पंचायत के सरपंच श्री भीमसिंह तथा सचिव श्री शालिगराम के विरूद्व निर्माण कार्यो में अनियमितता - कुल आंकलित वसूली राशि 41,60,979 रू, 04 ग्राम पंचायत पड़ियाल़ा- जनपद पंचायत - सीहोर के सरपंच, सचिव ग्राम रोजगार सहायक तथा उपयंत्री के विरूद्व निर्माण कार्यो तथा कूप निर्माण में अनियमितता - कुल आंकलित वसूली राशि 13,50,000, ग्राम पंचायत-निमोटा जनपद पंचायत - नसरूल्लागंज के ग्राम पंचायत के सरपंच, सचिव तथा उपयंत्री के विरूद्व सी सी रोड निर्माण कार्यो में अनियमितता-कुल आंकलित वसूली राशि 12,75000, ग्राम पंचायत मुगली़- जनपद पंचायत - आष्टा के सरपंच श्री कैलाष तथा सचिव श्री ओमप्रकाष माहेष्वरी ग्राम रोजगार सहायक श्री भविष्य कुमार मालवीय तथा सहायक यंत्री श्री आरएस तोमर के विरूद्व मेढ़बंधान, पशुशेड/बकरी पालन शेड निर्माण कार्यो में अनियमितता-कुल आंकलित वसूली राशि 52,43,229 रू. ग्राम पंचायत हसनपुर तिनोनिया़- जनपद पंचायत - सीहोर के सरपंच सचिव तथा ग्राम रोजगार सहायक के विरूद्व निर्माण कार्य गुणवत्ता विहीन होने एवं निर्माण कार्यो में अनियमितता - कुल आंकलित वसूली राशि 77,575 रू. ग्राम पंचायत लाड़कुई - जनपद पंचायत - नसरूल्लागंज के सरपंच,सचिव, ग्राम रोजगार सहायक के विरूद्व अपूर्ण निर्माण कार्य तथा निर्माण कार्यों में अनियमितता - कुल आंकलित वसूली राषि 2,15,600 रू., ग्राम पंचायत मुरावर - जनपद पंचायत - आष्टा की सरपंच श्रीमति सुशीलाबाई सचिव श्री लखनलाल के विरूद्व अपूर्ण खेल मैदान तथा निर्माण कार्यों में अनियमितता - कुल आंकलित वसूली राषि 1,56,564 रू. ग्राम पंचायत नोगांव - जनपद पंचायत - आष्टा की सरपंच श्रीमति सुमित्राबाई, ग्राम रोजगार सहायक श्री विक्रमसिंह, उपयंत्री श्री बी एल मण्डलोई के विरूद्व विना कार्य किए ही राषि के आहरण एवं वित्तिय अनियमितता - कुल आंकलित वसूली राषि 90,000 रू. ग्राम पंचायत मानपुरा - जनपद पंचायत-सीहोर के सरपंच श्री मायाराम अहिरवार सचिव श्री जयनारायणजाटव एवं तात्कालीन उपयंत्री श्री नोमान उर रहमान के विरूद्व सीसी रोड निर्माण में निर्धारित मापदण्डों का पालन नहीं करने एवं कार्य में लापरवाही- कुल आंकलित वसूली राशि 51,923 रू. ग्राम पंचायत अमलाहा- जनपद पंचायत -इछावर की पूर्व सरपंच श्रीमति मनुबाई एवं तात्कालीन सचिव श्री संतोष सेन के विरूद्व हाट बाजार निर्माण कार्य अधूरा एवं कर वसूली राशि का अनियमित आहरण - कुल आंकलित वसूली राषि 14,63,917 रू., ग्राम पंचायत बड़घाटी - जनपद पंचायत-आष्टा के सचिव श्री जयसिंह पवार के विरूद्व किचन शेड निर्माण कार्य समय सीमा में पूर्ण न किए जाने एवं वित्तिय अनियमितता-कुल आंकलित वसूली राषि 31,492 रू., ग्राम पंचायत पिपलानी- जनपद पंचायत -नसरूल्लागंज के सरपंच श्री अखिलेश, सचिव श्री सुनील बारेला ग्राम रोजगार सहायक श्री अरूण माहेष्वरी, के विरूद्व शौचालय, सीसी रोड एवं चबूतरा निर्माण कार्य अधूरे तथा वित्तिय अनियमितता एवं लापरवाही-कुल आंकलित वसूली राशि 3,73,850 रू., ग्राम पंचायत रामदासी- जनपद पंचायत-इछावर के सरपंच सचिव तथा ग्राम रोजगार सहायक के विरूद्व वृक्षारोपण कार्य में वित्तिय अनियमिता-कुल आंकलित वसूली राशि 28000 रू., ग्राम पंचायत बसंतपुर पांगरी - जनपद पंचायत-नसरूल्लागंज की सरपंच श्रीमती चिंताबाई तथा पूर्व सचिव श्री लाल खां के विरूद्व बिना अनुमति निर्माण कार्यो प्रारंभ करने एवं अधूरे निर्माण कार्यो में अनियमितता-कुल आंकलित वसूली राशि 13,45,000 रू., ग्राम पंचायत खजूरी-जनपद पंचायत-नसरूल्लागंज के सरपंच तथा तात्कालीन सचिव श्री विजय मीणा के विरूद्व अनुसूचित जनजाती योजना अंतगर्त निर्मित किए गये मांगलिक भवन एवं मुख्य मंत्री हाटबाजार कार्य में में अनियमितता -कुल आंकलित वसूली राशि 6,57,000 रू, ग्राम पंचायत आगरा-जनपद पंचायत नसरूल्लागंज के सेवा निवृत्त पीसीओ श्री लक्ष्मन यादव के विरूद्व पंचायत भवन कार्य पूर्ण न होने के कारण कुल आंकलित वसूली राशि रू. 1,74,300 रू. ग्राम पंचायत खबादा जनपद पंचायत बुदनी के हितग्राही श्री सीताराम /चंदन सिंह के कूप निर्माण में अधिक्य व्यय राषि रू. 51,996 रू वसूली योग्य पायी गयी। ग्राम पंचायत कुरावर जनपद पंचायत आष्टा की सरपंच श्री कमलसिंह एवं सचिव श्री मनोज जोशी, तथा उपयंत्री श्री अनिल खरे, सहायक यंत्री आर एस तोमर तथा हल्का पटवारी के विरूद्व कपिलधारा कूप निर्माण मे वित्तिय अनियमितता कुल आंकलित वसूली राषि रू.2,58,000 रू. ग्राम पंचायत मुरावर जनपद पंचायत आष्टा की सरपंच श्रीमति सुशीलाबाई, तात्कालीन सचिव श्री शंकरलाल चैरैया के विरूद्व कपिलधारा कूप निर्माण वित्तिय अनियमितता, कुल आंकलित वसूली राशि - 241000 रू. है।
‘‘गांधी संवाद: क्षमा करना ताकतवर व्यक्तित्व की पहचान’’
चंद्रशेखर आजाद शासकीय स्नातकोत्तर अग्रणी महाविद्यालय में व्यक्तित्व विकास प्रकोष्ठ के तत्वाधान में गांधी जी की 150 वीं जन्मशताब्दी के उपलक्ष्य में ‘गांधी संवाद’’ कार्यक्रम को प्राचार्य डॉ आशा गुप्ता की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। सर्वप्रथम समस्त अतिथियो द्वारा मां सरस्वती जी की प्रतिमा पर फूल माला अर्पित कर एवं दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। छात्रा उमा वर्मा द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। प्राचार्य महोदया द्वारा सभी अतिर्थियों का स्वागत भारतीय संस्कृति के अनुसार तुलसी का पोधा देकर किया गया। डॉ नीरजा कोष्टा ने जिले से आमंत्रित सभी महाविद्यालयों के समन्वयकों का स्वागत करते हुये व्यक्तित्व को परिभाषित कर, सरल एवं सटीक प्रभावशाली शब्दों से कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। श्री ओम जी राठौर वरिष्ठ समाजसेवी ने गांधी जी के व्यक्तित्व पर अपने विचार प्रस्तुत किये एवं उनकी परवरिश भारत की स्वतंत्रता में योगदान एवं आर्थिक स्थिति पर उनकी विचारधारा एवं सदैव अपने सरल, सहज, निडर व्यक्तित्व का परिचय देते हुये बुद्धि और विवेक से सत्यता व अहिंसा के रास्ते पर चलकर एक मजबूत भारत के निर्माण में अपना सहयोग दिया। डॉ.ब्रह्यदीप अलूने समन्वयक ने कहा कि उच्च शिक्षा के उद्देश्य को समस्त अतिथियों एवं विद्यार्थियों के समक्ष रखते हुये कहा कि आज भी महात्मा गांधी आधुनिक युग में प्रासंगिक है। यह हमारा दायित्व है कि गांधी जी के विचारों को युवा वर्ग के सामने रखे। गांधी जी किसी धर्म विशेष, राजनीतिक दल, या वर्ग का प्रतिनिधित्व न कर पूरे भारत का प्रतिनिधित्व एक दृष्टिकोण से करते थे। गांधी जी शिक्षा को गरीबी व बेरोजगारी दूर करने का सशक्त माध्यम मानते थे। इसके लिये गांधी जी ने गांव में स्वरोजगार एवं आत्मनिर्भर बनने के लिये स्थानीय उपलब्ध संसाधनों से हथकरघा एवं लघु उधोगों की स्थापना से देश को उन्नति के मार्ग पर अग्रसर किया। कार्यक्रम की सूत्रधार एवं सरंक्षक डॉ.आशा गुप्ता प्राचार्य द्वारा गांधी जी के जीवन, शिक्षा, ज्ञान एवं व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुये उनके गुणों को विस्तार से समझाया। नेतृत्व का विकास, समस्या का समाधान भविष्य की योजनाओं का संचालन गांधी जी के व्यक्तित्व से सीखने को मिलता है। गांधी जी के द्वारा आर्थिक, सामाजिक, राजनैतिक व अन्य क्षेत्रों में दिये गया योगदान अविस्मरणीय है ग्रामीण क्षेत्र के निम्न स्तर को सुधारने हेतु लघु व कुटीर उधोगों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में युवाओं की भागीदारी देश के विकास में अहम भूमिका निभाते है। खादी को बढ़ावा देते हुये लघु उधोगों को स्थापित करके रोजगार का सृजन किया गया एवं ज्यादा से ज्यादा परिवारों को आर्थिक रूप से सम्पन्न बनाकर उनका स्तर सुधारने हेतु कार्य किये गये। समन्वयक से विद्यार्थियों ने प्रश्न पूछे जिनका संतोषजनक उत्तर दिया गया।
3 दिसंबर को मनाया जाएगा विश्व दिव्यांग दिवस
सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण विभाग के उपसंचालक ने जानकारी देते हुए बताया कि शासन के निर्देशानुसार प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी 3 दिसंबर को विश्व विकलांग दिवस मनाया जाएगा। इस अवसर पर दिव्यांगजनों के खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। प्रतियोगिता का आयोजन शासकीय महिला औद्योगिकी प्रशिक्षण संस्थान में 3 दिसंबर को प्रात 10:30 बजे से आयोजित किया जाएगा। इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम, भाला फेक, गोला फेक, निबंध प्रतियोगिता, चित्रकला, रंगोली, फेन्सी ड्रेस, डांस प्रतियोगिता, 100 मीटर की दौड़, एकल गायन सहित दिव्यांगजनों द्वारा बनाई कलाकृति एवं चित्रकला, हस्तकला आदि का स्टाल लगाया जाएगा।
देश से माफी मांगे भाजपा और प्रधानमंत्री-राजीव गुजराती
देश से माफी मांगे भाजपा और प्रधानमंत्री-राजीव गुजराती
महात्मा गांधी का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तानसीहोर/भोपाल लोकसभा क्षेत्र के सांसद प्रज्ञा ठाकुर बार बार राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का अपमान कर रही है और नाथूराम गोडसे को देशभक्त बता रही है यह कृत्य घोर निंदनीय है और इसका अपराध बोध पूरी भारतीय जनता पार्टी सहित देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश से माफी मांगनी चाहिए। युवा कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष मुस्तुफा अंजुम ने बताया कि बार-बार अनर्गल बयान सांसद प्रज्ञा ठाकुर द्वारा दिए जाते हैं इसको लेकर आज जोरदार नारेबाजी करते हुए भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का पुतला फूंका । इस अवसर पर जिला कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष नईम नवाब, सुरेश गुप्ता, पूर्व नपाध्यक्ष राकेश राय, शहर कांग्रेस अध्यक्ष ओम वर्मा , शमीम अहमद , विवेक राठौर की उपस्थित मैं पुतला दहन किया गया। युवक कांग्रेस जिला अध्यक्ष राजीव गुजराती ने संबोधित करते हुए कहा कि सांसद प्रज्ञा ठाकुर कभी किसी को श्राप देकर मारने की बात करती तो कभी पत्रकारों को बेईमान बताती हैं तो कभी नाथूराम गोडसे जो कि देश का पहला आतंकवादी था वे गोडसे को देशभक्त के रूप में देखती है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दोहरी नीति का प्रयोग ना करते हुए देश से माफी मांगते हुए तुरंत प्रज्ञा ठाकुर को सांसद पद से निष्काशित करते हुए आपराधिक प्रकरण दर्ज कराना चाहिए। इस मौके परतुलसी राठौर, साजिद शाह, लोकेंद्र वर्मा, राहुल ठाकुर,गजराज परमार,मुस्तफा अंजुम, सर्वेश व्यास, तुलसी राठौर, राजेंद्र नागर, नावेद खान, सोनू विश्वकर्मा,दीपक मेवाड़ा,चेतन ठाकुर,सरकार, अभिषेक मेवाड़ा, सोनू अनुभव सेन,मनीष मेवाड़ा, यश यादव, सूर्यांश जादौन, रितिक अरोरा, शहादत खान, शोएब खान, ओसाफ पठान, फैसला अली,अब्दुल हक,अमन लाला, लोकेंद्र वर्मा,ऋषि विश्वकर्मा,बृजेश पाटीदार, नितिन सिंह, यश यादव, अनिल त्यागी, अभिषेक मेवाड़ा,कृष्ण पाल चौहान उपस्थित थे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें