कुशवाहा की मांग को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खारिज कर दिया है। बिहार सरकार ने कहा है कि केंद्रीय विद्यालय खोलने के लिए बिहार सरकार अपनी ओर से जमीन नहीं देगी। केंद्रीय विद्यालय प्रबंधन चाहे तो अपने स्तर से जमीन खरीद लें।
पटना,29 नवम्बर। रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा की तबीयत बिगड़ गई है। आमरण अनशन के चौथे दिन उपेंद्र कुशवाहा की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें पीएमसीएच में भर्ती कराया गया है। यहां के चिकित्सकों का कहना है कि उनको पहले से ही मधुरोग से पीड़ित हैं और अब पीलिया रोग की चपेट में आ गए हैं। आगे कहा कि ठीक होने के बाद आंदोलन कर सकते हैं। सत्ताधारी नेताओं का कहना है कि केन्द्र व राज्य सरकार के समक्ष अनेकों योजना प्रस्तावित है जो महज जमीन के अभाव से धरती पर नहीं उतर सका। खुले आकाश के नीचे स्कूल संचालित है।इसके आलोक में किस तरह से बिहार सरकार पूर्व केंद्रीय मंत्री की मांग औरंगाबाद और नवादा जिले में केंद्रीय स्कूल बनाने के लिए जमीन उपलब्ध करा सकेगी ?इस संदर्भ में कहा जाता है कि सरकार ने हालांकि 2007 में जमीन देने की बात चलायी थी और 10 साल के बाद पलटी 2017 में मार दी। अब यह मसला राजनीतिक मुद्धा में तब्दील हो जाने के बाद मुद्धा अधर में चला गया।वहीं विपक्षी नेताओं का कहना है कि लोक कल्याण कार्य करने के लिए भूदान भी कर देते हैं। अभी भी लोक जमीन देने को तैयार हैं। कुशवाहा की मांग को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खारिज कर दिया है। बिहार सरकार ने कहा है कि केंद्रीय विद्यालय खोलने के लिए बिहार सरकार अपनी ओर से जमीन नहीं देगी। केंद्रीय विद्यालय प्रबंधन चाहे तो अपने स्तर से जमीन खरीद लें। बता दें कि केंद्रीय विद्यालय की जमीन की मांग को लेकर उपेंद्र कुशवाहा 4 दिनों से अनशन पर बैठे हैं। वे बिहार सरकार से केंद्रीय विद्यालय की स्थापना को लेकर जमीन की मांग कर रहे हैं। केंद्रीय स्कूल के लिए जमीन की मांग को लेकर पिछले 4 दिनों से अनशन पर बैठे उपेंद्र कुशवाहा की तबीयत बिगड़ने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें पीएमसीएच ले जाने की सलाह दी है। जिसके बाद कुशवाहा को पीएमसीएच में भर्ती किया गया है।
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