- एड-जस्टिस संस्था के सदस्य व दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र शुभम मुदगिल, रजत राव, तन्मय कोहली और श्रेयांशी सिंह कहते हैं कि बिहार में लगातार बढ़ रहे अपराध का सबसे बड़ा कारण लचर शैक्षणिक माहौल भी है
पूर्णिया (कुमार गौरव) । : सूबे में शिक्षा प्रणाली की स्थिति में सुधार लाने की दिशा में एड-जस्टिस नामक संस्था पहल कर रही है। इसके सदस्य शहर में कार्यशाला का आयोजन कस्तूरबा बालिका विद्यालय में करेंगे। इस कार्यशाला में संस्था के सदस्य स्कूली बच्चों से जहां रूबरू होंगे वहीं दूसरी ओर उन्हें पठन पाठन से संबंधित क्रियाकलाप पर भी विस्तार से जानकारी देंगे। साथ ही उन्हें यह भी बताया जाएगा कि वे किस क्षेत्र में किस तरह से पढ़ाई करें ताकि उनका भविष्य उज्जवल हो सके। एड-जस्टिस संस्था के सदस्य व दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र शुभम मुदगिल, रजत राव, तन्मय कोहली और श्रेयांशी सिंह कहते हैं कि बिहार में लगातार बढ़ रहे अपराध का सबसे बड़ा कारण लचर शैक्षणिक माहौल भी है। जिस कारण बेरोजगारी की भी समस्या सामने आ रही है।
...हम समझें अपनी जिम्मेवारी :
संस्था ने सदस्यों ने कहा कि यह हमारी भी जिम्मेवारी है कि हम अपने समाज के बच्चों का सही मार्गदर्शन करें और उन्हें कम से कम एकाध घंटे समय देकर शिक्षा दान करें। ताकि वो न सिर्फ पढ़ाई के महत्व को जान पाएं बल्कि अनुसरण कर वे अपनी मंजिल तलाश सके। शुभम कहते हैं कि आज हम सभी मात्र सरकार पर सारे आरोप मढ़ अपने कर्तव्य को पूर्ण समझते हैं। इन सभी समस्याओं की जड़ में होने वाली लचर असक्षम शिक्षा प्रणाली सदैव अंधेरे में रह जाती है। उन्होंने कहा कि बिहार में श्रेष्ठ गुणवान शिक्षा को समाज के हर बच्चे तक पहुंचाने और शिक्षा प्रणाली को सशक्त करना आज समय की मांग है। इस उद्देश्य को हासिल करने के लिए एड-जस्टिस संस्था जन अभियान चला रही है। जिसमें समाज के वैसे लोगों को भी जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है जो अपने समाज के लिए सार्थक प्रयास कर सकते हैं। रजत कहते हैं कि फिलहाल हमारी टीम कटिहार, पूर्णिया, सहरसा, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर में कार्यरत है और हमारा प्रयास है कि हमारी संस्था से सूबे के अन्य जिलों से भी वैसे लोग जुड़े जो समाज व देशहित में कार्य करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि कटिहार के मिरचाईबाड़ी स्थित मध्य विद्यालय में करीब 150 बच्चों के बीच जाकर हमारी टीम शिक्षादान करने का काम कर रही है।
...इन मुद्दों पर हुई बात :
दिल्ली से आई एड-जस्टिस के स्वयंसेवक डीटीयू के छात्र रजत राव और दिल्ली विश्वविद्यालय के शुभम मुदगिल, तन्मय कोहली और श्रेयांशी सिंह ने शिक्षा के महत्व, शिक्षा में नवीन प्रयोग, ग्राफिक डिजाइनिंग, कैरियर काउंसलिंग जैसे विषयों पर छात्रों के साथ चर्चा की। उन्होंने कहा कि कार्यशाला में बच्चों को जेंडर के विषय पर विशेष सेशन देकर उन्हें लैंगिक समानता और समझ के मुद्दों पर जागरूक किया जाएगा। साथ ही बच्चों को एडजस्टिस द्वारा चलाए जा रहे मेंटर मेंटी प्रोग्राम के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। इस प्रोग्राम के अंतर्गत बच्चों को विश्वभर के सफल और श्रेष्ठ शिक्षा ग्रहण करने वाले मेंटर से जोड़ा जाता है। वे एक साल के अंतराल तक बच्चों को पढ़ाई, कैरियर, ज्ञान और रोजाना जिंदगी के अहम पहलू पर बच्चों से निरंतर चर्चा कर उन्हें सही दिशा दिखाते हैं। इसके माध्यम से बच्चे घर बैठे प्रौद्योगिकी के माध्यम से बिना अवसर और पैसे के भेद के विश्व स्तर की शिक्षा पा सकते हैं। बच्चों को इस दौरान तार्किकता और उत्पादकता का भी ज्ञान दिया जाता है।
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