पटना में सभी इलाकों में चला प्रचार वाहन 18 दिसंबर की शाम में मशाल जुलूस
पटना 17 दिसंबर (आर्यावर्त संवाददाता) वाम दलों के राष्ट्रव्यापी प्रतिवाद के तहत 19 दिसंबर को आयोजित बिहार बंद की तैयारी में वाम दल मुस्तैदी से उतर गए हैं. आज राजधानी पटना के अलावा विभिन्न जिलों में सघन प्रचार अभियान संगठित किया गया और आम नागरिकों से 19 दिसंबर के बिहार बंद को ऐतिहासिक बनाने की अपील की गई. राजधानी पटना में नागरिकता संशोधन कानून रद्द करो, संविधान का मजाक उड़ाना बंद करो के केंद्रीय नारे के साथ फ्लैक्सों से सजा प्रचार वाहन के द्वारा प्रचार किया गया. जिसका नेतृत्व आइसा के बिहार राज्य अध्यक्ष मोख्तार, आइसा नेता कार्तिक पासवान, एटक नेता हरदेव ठाकुर और एसएफआई के अवधेश कुमार आदि ने किया. राजधानी के सुल्तानगंज, आलमगंज, सब्जीबाग, पटना मार्केट, पटना विश्वविद्यालय गेट, रमना रोड, पटना स्टेशन, गांधी मैदान, अनीसाबाद, चितकोहरा, मछुआ टोली आदि इलाकों में नुक्कड़ सभाओं का भी आयोजन किया गया. इस बीच इंसाफ मंच ने भी 19 दिसंबर के बिहार बंद को अपने सक्रिय समर्थन देने की घोषणा की है. इंसाफ मंच के राज्य सचिव कयामुद्दीन अंसारी ने कहा कि इस समय हम सबको मिलकर संविधान बचाने की लड़ाई लड़नी होगी. पटना के अलावा अरवल, दरभंगा, गया, मुजफ्फरपुर, सिवान, आरा, नालंदा, नवादा, रोहतास, गोपालगंज आदि जिलों में भी 19 दिसंबर के बिहार बंद में प्रचार संगठित लिया. बंद की तैयारी में 18 दिसंबर को पूरे बिहार में मशाल जुलूस भी निकाला जाएगा. भाकपा-माले के पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेन्द्र झा ने दावा किया है कि सीएए-एनआरसी के खिलाफ देशभर में बढ़ते प्रतिरोध के बीच 19 का प्रस्तावित बिहार बंद ऐतिहासिक होने वाला है. 19 दिसंबर की ऐतिहासिकता-रामप्रसाद बिस्मिल-अशफाकउल्ला और रोशन सिंह की शहादत दिवस को याद करते हुए भाजपा के संविधान विरोधी कदम को जोरदार तरीके से चुनौती देना है. उन्होंने सभी विपक्षी दलों से एक बार फिर 19 दिसंबर के बिहार बंद का सफल बनाने का आह्वान किया है.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें