भारत की बेटी को मिला इंसाफ हैदराबाद पुलिस जिंदाबाद - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 6 दिसंबर 2019

भारत की बेटी को मिला इंसाफ हैदराबाद पुलिस जिंदाबाद

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हैदराबाद,6 दिसम्बर। क्राइम सीन रिक्रिएसन के दौरान पुलिस- मुठभेड़ में चारों बदमाश ढेर।10 दिनों के अंदर डबल कांड का अंजाम देने वाले साढ़े तीन बजे सुबह में एनएच 44 पर मारे गए।इसके बाद जमकर लड़कियां चियरअप किए और हीप हीप हुर्रे हुर्रे चिल्लाये। देशभर में जश्न का माहौल मनाने के सिलसिले में पटना विमेंस कॉलेज की लड़कियां गीत गाती रही।हैदराबाद में महिला चिकित्सक की दुष्कर्म के बाद की गई हत्या को लेकर दिख रहा आक्रोश चारों आरोपितों को मुठभेड़ में मार गिराने के बाद शांत होता दिख रहा है। शुक्रवार सुबह जैसे ही तेलंगाना पुलिस द्वारा चारों आरोपितों को एनकाउंटर में मारने की खबर शहरवासियों को मिली, ऐसा लगा मानों उनके दिल को सुकून मिल गया हो। सभी ने पुलिस द्वारा इस तरह सजा दिए जाने पर अपने अपने तरीके से खुशी जताई। कानपुर दक्षिण उद्योग व्यापार मंडल के तत्वावधान में व्यापारियों, महिलाओं व युवाओं ने ढोल बजाकर आतिशबाजी करने के साथ ही लड्डू बांटकर जश्न मनाया।

भारत माता की जय व वंदेमातरम के लगाए नारे
कानपुर दक्षिण उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष कमल उत्तम ने बताया कि आज संपूर्ण भारत में हर्ष और उल्लास के साथ ही जश्न का माहौल है।चारों आरोपितों को एनकाउंटर में मारे जाने से ऐसे घिनौनी मानसिकता वाले विक्षिप्त लोगों को सबक मिलेगा और ऐसे हादसों में कमी आएगी। तेलंगाना पुलिस की ये कार्रवाई वाकई तारीफ के काबिल है। किदवई नगर मार्बल मार्केट में व्यापारियों और महिलाओं ने ढोल बजाकर आतिशबाजी की। सभी ने मांग की कि गुरुवार को ऐसी घटना जो उन्नाव में हुई है, उसमें भी उन पांचों दोषियों को उत्तर प्रदेश सरकार बीच चौराहे में फांसी पर लटका दे या फिर उनका भी इसी तरह एनकाउंटर कर दिया जाए। ऐसा करने से जनता का सरकार व प्रशासन पर विश्वास बढ़ेगा। व्यापारी और महिलाएं भारत माता की जय, पुलिस प्रशासन जिंदाबाद और वंदे मातरम के नारे लगा रहे थे जश्न मनाने वालों में प्रमुख रूप से विजय शुक्ला, श्याम शुक्ला, राजकुमार गुप्ता, प्रभु शंकर गुप्ता, अर्पित गुप्ता, ऋषभ निगम, अशोक शुक्ला, एसएन पांडेय, पवन गौर मनीषा मिश्रा, पलक सिंह, विनय प्रकाश अवस्थी बालकृष्ण गुप्ता, संतोष प्रजापति, हर्षित ओमर, श्याम बाबू प्रजापति, विवेक त्रिपाठी सत्य प्रकाश अवस्थी आदि शामिल थे।

हैदराबाद की महिला चिकित्सक को मिला इंसाफ
वहीं अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के तत्वावधान में प्रदेश महामंत्री  ज्ञानेश मिश्र, वरिष्ठ मंत्री कमल त्रिपाठी, हरिशंकर गुप्ता, जय कुमार शर्मा आदि ने  वाई ब्लॉक किदवई नगर चौराहे पर हैदराबाद में महिला डॉक्टर की हत्या के चारों आरोपितों का हैदराबाद पुलिस द्वारा एनकाउंटर करने पर ढोलक बजाकर और लड्डू बांटकर जश्न मनाया। भारी संख्या में एकत्र व्यापारी व महिलाएं हाथों में हैदराबाद की डॉक्टर को इंसाफ मिला, हैदराबाद पुलिस जिंदाबा आदि नारे लिखे पोस्टर लिए हुए थे। ज्ञानेश मिश्र ने कहा कि पूरे देश में हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ हुई दुष्कर्म व जघन्य हत्या के बाद आक्रोश का माहौल था। इन आरोपितों का एनकाउंटर जरूरी था। अब दिल्ली की निर्भया सहित अन्य मामलों में जल्द फांसी की सज़ा होनी चाहिए। वर्षा मिश्रा व नेहा गुप्ता ने कहा कि देश की महिलाओं को इंसाफ मिला और उन्नाव सहित अन्य दुष्कर्म के मामलों में ऐसा ही होना चाहिए।

भारत लोकतांत्रिक देश है
कल्याणकारी राज्य की सरकार का फर्ज है संविधान में मिले नागरिकों के मौलिक अधिकारों की रक्षा करना।जीने का अधिकार है।इस अधिकार की रक्षा राष्ट्रपति, सर्वोच्च न्यायालय,उच्च न्यायालय व सिविल कोर्ट है।पुलिस का अधिकार है आरोपित को पकड़ना और कोर्ट के सामने पेश करना। कोर्ट के द्वारा आरोपित को अपराधी करार कर सजा देना। पुलिस को सजा देने का अधिकार नहीं है।

यह मानवाधिकार का हनन हुआ है
चारों आरोपितों को न सिविल कोर्ट,न हाईकोर्ट और न ही सुप्रीम कोर्ट ने आरोपित को अपराधी करार नहीं किया है पुलिस ने चार यूथ को पकड़कर हाजत में बंद किया।हाजत में बंद बदमाश पुलिसिया मार के डर से आरोप को मानकर न्यायालय में जाकर पुलिसिया मार से बचने को अपराध स्वीकार कर मुकर जाते हैं। हाजत के बाद जेल भेजा गया।जेल से वारदात की जगह में चारों को लिया गया।आरोपित दो पुलिस से अस्त्र छीन लेते हैं।कितनी कमजोर हैं नागरिकों की रक्षा करने वाली पुलिस? आप आठ थे और वे चार ही थे तब भी आप पर भारी पड़ गए कि आपको रक्षार्थ गोली चलाने पड़ गयी।कोई योजना सायबराबाद के पुलिस कमिश्नर सीपी सज्जनार नहीं थी कि एकबारगी पुलिस ने चारों पर जानलेवा हमला कर दिए।कहां है संविधान में मिली जीने का मौलिक अधिकार।गृह मंत्रालय ने मांगी विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।

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