जयनगर/मधुबनी (आर्यावर्त संवाददाता) : जयनगर रेलवे की जमीन खाली कराने के मामले में रेलवे ने नोटिस दिया था इस नोटिस के विरोध में आज शनिवार को भाकपा(माले) समर्थित झुग्गी-झोंपड़ी यूनियन ने एक समीक्षा बैठक की और यह निर्णय लिया कि वह इसके विरोध में करेगी प्रदर्शन करेंगे। यूनियन का मानना है कि रेलवे ने बिना किसी वैकल्पिक व्यवस्था किए झुग्गी झोपड़ी उजाड़ने की बराबर दिए जा रहे नोटिस दे रही है, जिसके विरोध में 18 दिसंबर को “गरीब जगाओ अधिकार बचाओ लाठी मार्च” निकाला जाएगा। झुग्गी-झोंपड़ी यूनियन के द्वारा यूनियन टोला जयनगर में कार्यकर्ताओं की एक बैठक मनोज पासवान की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस बैठक में रेल प्रशासन के द्वारा बेवजह बिना वैकल्पिक व्यवस्था के ही गरीबों का झोपड़ी उजाड़ने की बराबर दिए जा रहे नोटिस तथा पूर्व में किए गए लगातार आंदोलन का समीक्षा किया गया। इस बैठक में सर्वसम्मति से रेल प्रशासन के दमनकारी नीतियों तथा मानवाधिकार का किए जा रहे उल्लंघन का निंदा किया गया। और आंदोलन को और तेज करने हेतु जयनगर की तमाम फुटपाथ पर गुजर-बसर कर रहे तथा कमला बांध किनारे बसे गरीबों को संगठित कर अगामी 18 दिसंबर को शहर में “गरीब जगाओ अधिकार बचाओ लाठी मार्च” का आयोजित करने का निर्णय लिया गया। इस बैठक को संबोधित करते हुए झुग्गी झोपड़ी यूनियन जयनगर के अनुमंडल सचिव भूषण सिंह ने कहा कि एक तरफ सरकार बेरोजगारों को रोजगार मुहैया करने में पीछे हैं, और भूमिहीन गरीबों को जमीन मुहैया करने में नाकाम है। तो दूसरी ओर रेल प्रशासन के द्वारा अन्य आवश्यक व बिना वैकल्पिक व्यवस्था के गरीब बेरोजगारों को रोजगार छीनने तथा झोपड़ी उजाड़ने की बराबर नोटिस दिया जा रहा है। झोपड़ी उजाड़ ने वाले प्रशासन को झुग्गी झोपड़ी यूनियन जयनगर तथा आंदोलन के समर्थन में भाकपा (माले) से जुड़े लोगों को संगठित कर जोरदार मुकाबला किया जाएगा आगामी 18 दिसंबर को होने वाली “गरीब जगाओ अधिकार बचाओ लाठी मार्च” में जयनगर के तमाम फुटपाथ व झुग्गी झोपड़ी में गुजर-बसर कर रहे लोगों को संगठित कर हजारों की संख्या में जयनगर शहर में सड़कों पर प्रदर्शन के माध्यम से अपनी ताकतों का संगठित रूप से परिचय दिया जाएगा।
शनिवार, 7 दिसंबर 2019
मधुबनी : झुग्गी-झोंपड़ी यूनियन रेलवे के कार्रवाई का करेगा विरोध
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