फुलवारीशरीफ घटना के पीछे आरएसएस-बजरंग दलसीएए व एनआरसी के खिलाफ चल रहे आंदोलन को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश में आरएसस-बजरंग दल
पटना 22 दिसंबर (आर्यावर्त संवाददाता) भाकपा-माले के राज्य सचिव कुणाल, सीपीआई के राज्य सचिव सत्यनारायण सिंह, सीपीएम के राज्य सचिव अवधेश कुमार, फारवर्ड ब्लाॅक के अमेरिका महतो और आरएसपी नेता विरेन्द्र ठाकुर ने संयुक्त बयान जारी करके सीएए व एनआरसी के खिलाफ 21 दिसंबर के बिहार बंद के दौरान पटना शहर के फुलवारीशरीफ में बंद समर्थकों पर पथराव व फायरिंग की घटना की कड़ी निंदा की है. वाम नेताओं ने पत्रकारों पर भी हमले की निंदा की. वाम नेताओं ने कहा कि फुलवारीशरीफ की घटना के पीछे आरएसएस व बजरंगज दल का हाथ है. ये ताकतें सीएए व एनआरसी के खिलाफ उठ खड़े हुए आंदोलन से बौखलाहट में हैं और लगातार सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रही हैं. लेकिन जनता उनकी असलियत पूरी तरह से समझ चुकी है. वाम पाटियां बिहार सरकार से मांग करती हंै कि सांप्रदायिक उन्माद-उत्पात फैलाने वाली ताकतों पर सख्ती से लगाम लगाए और आम लोगों के जान-माल की सुरक्षा की गारंटी करे. यदि फुलवारी में समय रहते प्रशासन ने उचित कदम उठाया होता, दंगाइयों पर लगाम लगाया होता तो इस तरह की घटना रोकी जा सकती थी. वाम दलों ने बिहार की जनता का आह्वान किया कि वे सांप्रदायिक ताकतों की चाल कामयाब न होेने दें, शांति का महौल बनाए रखें और मजबूती से सीएए व एनआरसी के खिलाफ आंदोलन जारी रखें.
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