नयी दिल्ली, 20 दिसंबर, उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडु ने लोगों से राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखने का अपील करते हुए शुक्रवार को कहा कि उन्हें हिंसा में शामिल नहीं होना चाहिए। श्री नायडु ने यहां उप राष्ट्रपति भवन में पुस्तक “ट्रबूलेंस एंड ट्रियम्फ- द मोदी ईयर्स” का लोकार्पण करते हुए कहा कि लोगों को संविधान की भावना अनुरूप शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक ढंग से काम करना चाहिए और उनके प्रत्येक काम में राष्ट्र का हित सर्वोपरि होना चाहिए। यह पुस्तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘रिफाॅर्म, प्रफार्मेंस एंड ट्रांसफॉर्म’ नारा से प्रेरित होकर राहुल अग्रवाल और भारती एस. प्रधान ने लिखी है। उन्होंने कहा कि लोगों को अपने प्रत्येक कार्य के केंद्र में राष्ट्रीय हित को प्राथमिकता देनी चाहिए और हिंसा से बचा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि असहमति लोकतंत्र का एक मजबूत आधार है और उनका प्रत्येक कार्य शांतिपूर्ण, लोकतांत्रिक और संविधान की भावना के अनुरूप होना चाहिए। देश की एकता, सुरक्षा, अखंडता और संप्रभुता की महत्ता का उल्लेख करते हुए उप राष्ट्रपति ने कहा कि लोगों को रचनात्मक एवं सकारात्मक के साथ सामने आना चाहिए। लोगों को ऐसा कुछ नहीं करना चाहिए जिससे राष्ट्र की छवि को नुकसान पहुंचता हो। उन्होंने कहा कि जन प्रतिनिधियों को लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करना चाहिए और संसद जैसे मंचों का इस्तेमाल जनता के मुद्दे उठाने के लिए किया जाना चाहिए।
शनिवार, 21 दिसंबर 2019
राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखे लोग : वेंकैया नायडु
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