पाकिस्तान कश्मीर पर अवैध कब्जा होने का तथ्य नहीं बदल सकता : भारत - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शुक्रवार, 20 दिसंबर 2019

पाकिस्तान कश्मीर पर अवैध कब्जा होने का तथ्य नहीं बदल सकता : भारत

pakistan-can-not-change-kashmir-is-india
नयी दिल्ली, 19 दिसंबर, भारत पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के देश में पूर्ण विलय की कोशिशों और इस दिशा में जारी एक अधिसूचना जारी किये जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए आज कहा कि नाम बदलने से यह तथ्य नहीं बदल जाएगा कि उसने भारत के हिस्से पर अवैध कब्ज़ा किया हुआ है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने यहां नियमित ब्रीफिंग में कहा कि हमने पाकिस्तान के कब्ज़े वाले कश्मीर की सरकार द्वारा आदेश जारी किये जाने संबंधी रिपोर्टों को देखा है, उन्होंने शब्दावली को बदल दिया है। उन्होंने कहा कि हम इस बात की जांच कर रहे हैं लेकिन शब्दावली बदलने से यह तथ्य नहीं बदल जाता है कि पाकिस्तान अब भी उस भू-भाग पर अवैध रूप से काबिज है जो भारत का हिस्सा है।
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर का नाम बदलने की कोशिश की है। इसके लिए उन्होंने ‘आजाद जम्मू एंड कश्मीर मैनेजमेंट ग्रुप’ का नाम बदलकर ‘जम्मू एंड कश्मीर एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस’ कर दिया है। पाकिस्तान सरकार ने 11 दिसंबर को इस बारे में एक अधिसूचना जारी की है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कश्मीर के बाद गिलगिट-बाल्टिस्तान के भी पाकिस्तान में विलय के लिए इमरान खान सरकार राष्ट्रीय असेंबली में संविधान संशोधन भी लाने वाली है। 

कोई टिप्पणी नहीं: