पूर्णिया : अटल बिहारी की जयंती पर काव्यांजलि का आयोजन, कवि व साहित्यकारों ने किया काव्य पाठ - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 28 दिसंबर 2019

पूर्णिया : अटल बिहारी की जयंती पर काव्यांजलि का आयोजन, कवि व साहित्यकारों ने किया काव्य पाठ

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पूर्णिया (आर्यावर्त संवाददाता) : भारतीय जनता पार्टी पूर्णिया के तत्वावधान में मधुबनी जिला कार्यालय में आकाशवाणी के पूर्व निदेशक वरिष्ठ साहित्यकार विजय नंदन प्रसाद की अध्यक्षता में पूर्व प्रधानमंत्री कवि, साहित्यकार, अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर काव्यांजलि का आयोजन किया गया। अटल काव्यांजलि कार्यक्रम में मंचासीन कवियों, प्रबुद्ध साहित्यकारों में गौरीशंकर पूर्वोत्तरी, मंजुला उपाध्याय मंजुल, बाबा बैद्यनाथ झा, गिरिजानंद मिश्र, रंजीत तिवारी, संजय सनातन प्रमुख रूप से थे। कार्यक्रम में अटल बिहारी वाजपेयी की तैलचित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। सदर विधायक विजय खेमका, डॉ रामनरेश सिंह, जिलाध्यक्ष राकेश कुमार, प्रो केके सिंह, प्रवक्ता दिलीप कुमार दीपक, जगतलाल वैश्यंत्री ने मंचासीन कवियों को अंगवस्त्र तथा कलम प्रदान कर उनका अभिवादन किया। अपने अध्यक्षीय संबोधन में विजय नंदन प्रसाद ने अटल काव्यांजली कार्यक्रम के संयोजक भाजपा मीडिया प्रभारी को साधुवाद देते हुए पार्टी द्वारा इस पहल के लिए हर्ष व्यक्त किया। राष्ट्रकवि दिनकर के शब्दों का जिक्र करते हुए कहा कि जब जब राजनीति लड़खड़ाती है साहित्य ही उसे संभालता आया है और अटल बिहारी राजनिति और साहित्य के सफल आदर्श उदाहरण हैं। अटल काव्यांजली कार्यक्रम में मंच संचालन कर रहे साहित्यकार संजय सनातन ने सर्वप्रथम कुंडल विशारद छंद के लोकप्रिय कवि बाबा बैद्यनाथ झा को आमंत्रित किया। बाबा बैद्यनाथ झा ने राजनीति का अटल, हिमालय सा अविचल, लगता है कालचक्र से छला गया...कविता का काव्यपाठ किया। वहीं वरिष्ठ साहित्यकार, व्यंग्यकार गौरीशंकर पूर्वोत्तरी ने अटल जी की रचना कदम मिलाकर चलना होगा तथा अपनी मशहूर व्यंग्य रात मेरे सपने में आए यमराज...का पाठ कर कार्यक्रम में चार चांद लगा दिया। पूर्णिया कोकिला कवियत्री मंजुला उपाध्याय मंजुल ने विश्वास अटल, व्यवहार सरल, व्यक्तित्व तरल, कृतित्व अटल पंक्तियों से कवि हृदयसम्राट अटल बिहारी वाजपेयी के व्यक्तित्व का बखूबी चित्रण किया। अजर अटल, अमर अटल, मेरे नहीं हमारे अटल...स्वरचित कविता के माध्यम से गिरजानंद मिश्र ने अटल बिहारी वाजपेयी को शब्द श्रद्धांजलि दी। वहीं कुणाल झा ने काल के कपाल पर गीत लिख दिए अमर एवं कटिहार के युवा साहित्यकार रणजीत तिवारी ने आप जैसा दूजा इस दुनिया में कोई नहीं अटल कविता का काव्यपाठ किया। मंच संचालन कर रहे साहित्यकार संजय सनातन ने अपनी कविता चंदबरदाई काव्यपाठ कर इसे अटल बिहारी वाजपेयी को समर्पित किया। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन बुद्धिजीवी मंच के संयोजक प्रो सीके मिश्रा ने किया। जिलाध्यक्ष राकेश कुमार ने सभी साहित्यकारों, कवियों के प्रति आभार व्यक्त किया तथा पार्टी द्वारा होने वाले आगामी कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया। जिलाध्यक्ष ने बताया कि अटल काव्यांजली कार्यक्रम के अलावा जिला भाजपा द्वारा अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती कुल 647 बूथों पर मनाई गई। हरेक बूथ पर कार्यकर्ताओं की संख्या 20 से ज्यादा रही। जिला मुख्यालय अंतर्गत सदर अस्पताल में लगभग 400 मरीजों के बीच सदर विधायक विजय खेमका की उपस्थिति में जिला के प्रमुख पदाधिकारियों के साथ भाजयुमो अध्यक्ष अरुण रॉय पुलक की अध्यक्षता में फल वितरण का कार्य किया गया। फल वितरण कार्यक्रम के प्रभारी युवा मोर्चा महामंत्री मंगल सिंह थे। कार्यक्रम प्रभारी मंगल सिंह ने बताया कि सदर अस्पताल के बच्चा वार्ड, कुपोषण वार्ड, महिला वार्ड, जनरल वार्ड, सर्जिकल वार्ड, मॉडल शिशु लेबर वार्ड में भर्ती रोगियों के बीच फल वितरण का कार्य पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर किया गया। इस अवसर पर मनोज सिंह, राजीव रॉय, मनोज हार्दिक, राकेश साह, श्रीओम, सुजित सिंह, सुदर्शन मिश्रा, अभिषेक आंनद वर्मा, सत्यम श्रीवास्तव, शनि सिंह, अभ्यम लाल, अमृत चौरसिया, अमित कुमार चौरसिया, अनिता कुमारी, अर्चना साह, सुनीता लकड़ा इत्यादि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।

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