समस्तीपुर,9 दिसम्बर. समस्तीपुर के सिंघिया प्रखंड के हरिपुर, ब्रह्मपुरा व बेलाही गांव कोहराम मच गया.यहां के आठ लोगों की मौत हो गयी.इसमें सदरे आलम हैं.वह बहादुर था.दिल्ली में आग की लगटों की परवाह किए बिना चार लोगों को मौत के मुंह से निकाला.अंत में सदरे आलम खुद को नहीं बचा पाया.रो रो कर सदरे आलम की विधवा की हालत खराब है.सीएम साहब परिवार की सुधि ले. समस्तीपुर के सिंघिया प्रखंड के हरिपुर, ब्रह्मपुरा व बेलाही गांव कोहराम मच गया. मृतकों के घर में लोगों का रो-रोकर बुरा हाल हो रहा है. घटना में तीनों गांवों के कई लोगों का पता नहीं चल रहा है. मरने वाले व लापता लोग बैग फैक्ट्री में काम करते थे.इस अग्निकांड में सहरसा के जिन सात लोगों की जान गई है, उनमें छह शहर से सटे नरियार के रहने वाले थे. जबकि एक व्यक्ति नवहट्टा का था. बताया जा रहा है कि नरियार के अलावा जिले के दो दर्जन से अधिक लोग जैकेट की फैक्ट्री में काम करते थे. अभी तक परिजनों को अपनों के बारे में जानकारी तक नहीं मिल रही है. मृतक के परिजनों के मुताबिक, नरियार के मो. जुबैर की फैक्ट्री में सभी काम करते थे.स्थानीय होने के कारण लोग उसके साथ दिल्ली चले गए.अधिकांश जैकेट फैक्ट्री में सिलाई-कढ़ाई का काम करते थे. ठंड के कपड़े तैयार करने के लिए लोग जून माह में जाते थे और दिसंबर तक वापस लौट जाते थे. परिजनों के मुताबिक फैक्ट्री का मालिक जुबैर के पिता द्वारा भी पूरी जानकारी नहीं दी जा रही है.
मृतकों की सूची
समस्तीपुर
साजिद (हरिपुर गांव) 26 वर्ष
वाजिद (हरिपुर गांव) 18 वर्ष
अकबर (हरिपुर गांव) 22 वर्ष
अताउल (हरिपुर गांव) 18 वर्ष
साजिद (हरिपुर गांव) 22 वर्ष
सदरे आलम (हरिपुर गांव) 27 वर्ष
समीउल्लाह (हरिपुर गांव) 22 वर्ष
मन्नान( हरिपुर गांव) 30 वर्ष
मो. महबूब (ब्रह्मपुर गांव)
मो.खालिद (बेलाही गांव) 10 वर्ष
मो.एहसान (बेलाही गांव) 16 वर्ष
सहरसा
फैसल (नरियार) 24 वर्ष
राशिद (नरियार) 30 वर्ष
अफजल (नरियार) 18 वर्ष
सजीम उर्फ इम्तियाज (नरियार) 50 वर्ष
मो. संजार (नरियार) 19 वर्ष
ग्यासुद्दीन (नरियार) 21 वर्ष
मो. अफसाद (नवहट्टा ) 23वर्ष
सीतामढ़ी
मो. दुलारे (बुधनगरा गांव)
मो. अब्बास (बुधनगरा गांव)
मो. गुलाब (बुधनगरा गांव) 38 वर्ष
सन्नाउल्लाह (बोखड़ा)
मो. एनुल नदाफ (झिटकी गांव)
अररिया
मो. अयुब (नया भरगामा )32 वर्ष
मो. जाहिद (नया भरगामा) 29 वर्ष
मुजफ्फरपुर
मो. साजिद (उफरोली,कटरा)
बब्लू ( मुजफ्फरपुर शहर)
बेगूसराय
नवीन कुमार (छौड़ाही, जाना गांव)
मधुबनी
मोहम्मद शाकिर (कुलुआही) 32 वर्ष
सुपौल
मो. माहताब (बेलाही गांव)13 वर्ष
इस बीच रविवार को अनाज मंडी में लगी आग ने 43 लोगों को लील लिया. पर्स फैक्ट्री में लगी भीषण आग में बिहार के 32 लोगों की मौत हो गई है. अग्निकांड की गूंज आज लोकसभा में भी उठी. बिहार के कई सांसदों ने हादसे को लेकर सवाल उठाए. सांसदों ने मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख मुआवजा देने की मांग की. जदयू संसाद दिनेश चंद्र यादव और सुनील पिंटू के साथ बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूढ़ी ने दिल्ली अग्नि कांड मामले को उठाते हुए कहा कि मृतकों में ज्यादार बिहार के लोग थे. केंद्र सरकार और बिहार सरकार ने मुआवजा दिया है लेकिन जिन लोगों की मौत हुई है या जो लोग घायल हैं वे काफी गरीब हैं. लिहाजा मुआवजा की राशि को बढ़ा कर 25 लाख किया जाए. जदयू सांसद दिनेश चंद्र यादव ने कहा कि सुरक्षा मानकों की अनदेखी की गयी है, जो भी दोषी हैं उनपर कड़ी कार्रवाई की जाए. इस बात का भी ख्याल रखा जाय की मृतकों के शव को समय से उनके परिजनों तक पहुंचाया जाए. सांसद दिनेश चंद्र यादव ने लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला से यह भी मांग की कि लोकसभा के द्वारा मृतकों के परिजनों को शोक संवेदना भेजी जाए. वहीं जदयू सांसद सुनील पिंटू और बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूढ़ी ने पूरे घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग की. राजीव प्रताप रूढ़ी ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह इस घटना की जांच कराएं और दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें. सांसदों ने यह भी मांग की कि इस मामले में केंद्र सरकार कड़ा कानून बनाए जिससे ऐसी घटना दुबारा नहीं घटे.
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