सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 08 दिसंबर - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 8 दिसंबर 2019

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 08 दिसंबर

सरकारी स्कूलों के सैकड़ों गेस्ट टिचर, है अनिश्चितकालीन हड़ताल पर 
खून से लिखे अतिथि शिक्षकों ने पोस्टकार्ड परमानेंट के लिए आज भेंजेंगे सीएम हाउस 
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सीहोर। रविवार को अतिथि शिक्षकों ने खून से पोस्टकार्ड लिखे। सोमवार को एक हजार के करीब पोस्टकार्ड सीएम हाउस भेजेंगे। अतिथि शिक्षकों की एक सूत्रीय मांग है। अतिथि शिक्षक बीते दस सालों से नियमितिकरण की आस लगाए बैठे है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी अतिथि शिक्षकों को नियमित करने का वादा किया,लेकिन पूरा नहीं किया। विधानसभा चुनावों के पहले कांग्रेस ने भी नियमितिकरण करने का वचन दिया, लेकिन अबतक वचन नही निभाया।  नियमितिकरण की मांग को लेकर संयुक्त अतिथि शिक्षक संघ के आहवान पर संपूर्ण मध्य प्रदेश में अतिथि शिक्षक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है। आंदोलन के क्रम में रविवार को सैकड़ों अतिथि शिक्षकों ने कलेक्ट्रेट गेट के सामने धरना स्थल पर अपने खून से मुख्यमंत्री कमलनाथ के नाम पोस्टकार्ड लिखे। जिस में उन्होने सीएम और शिक्षा मंत्री प्रभुराम चौधरी से वचन निभाने और अतिथि शिक्षकों को नियमिति कर शिक्षक का स्थाई दर्जा देने की मांग की। संघ के गौरव राठौर ने बताया की बीते सात दिनों से कलेक्ट्रेट के सामने भूखे रहकर धरना प्रदर्शन कर रहे है प्रशासन और सरकार कोई भी सुध नहीं ले रहीं है। उन्होने बताया की अतिथि शिक्षकों का नियमितिकरण गुरूजियों की तर्ज पर हो सकता है लेकिन सरकार सुनने को तैयार नहीं है। जबकी हड़ताल का असर सरकारी स्कूलों में साफ दिखाई दे रहा है दो माह बाद हाईस्कूल और हायरसेकंड्री वार्षिक परीक्षाएं है स्कूलों में विभिन्न विषयों से संबंधित टिचर नहीं है। अतिथि शिक्षकों की मेहनत से हीं बीते साल सरकारी स्कूलों का परीक्षा परिणाम सर्वोत्तम  रहा था। अतिथि शिक्षकों ने शनिवार को प्रभारी मंत्री आरिफ अकील को भी एक सूत्रीय मांग को लेकर ज्ञापन दिया है। इस से पहले विधायक को भी अवगत कराया गया है। प्रदर्शन के क्रम में सीएम और शिक्षा मंत्री की सदबुद्धी के लिए कलेक्ट्रेट के सामने यज्ञ भी किया गया है। नियमितिकरण की मांग को लेकर रघुपति राघव राजाराम भी गाया है लेकिन अबतक कोई असर सरकार पर नहीं हुआ है। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में जिला मुख्यालय सहित इछावर,श्यामपुर, दोराहा, अहमदपुर, बिलकिसगंज, सहित आसपास के ग्रामीण अंचलों के अतिथि शिक्षक शामिल रहे। 

प्लास्टिक - एक जानलेवा कार्बनिक पदार्थ (विशेष लेख)

प्रकृति ईश्वर द्बारा प्रदत्त अमूल्य धरोहर है, जिसमें अनेक सजीव एवं निर्जीव घटकों का समावेश है। हमारी प्रकृति जितनी ही सजीव है उतनी ही सुंदर और अनमोल भी है। मानव और प्रकृति - मानव और प्रकृति का परस्पर सीधा संबंध है। सम्पूर्ण मानव जाति व जीव-जंतु प्रकृति पर ही आश्रित है। वर्तमान शहरीकरण के बढ़ते कदमों ने प्रकृति के सौंदर्य को नजर लगा दी है। इन्हीं दुष्परिणाम वाले घटकों में से एक अहम तत्व है प्लास्टिक।  आम तौर पर हम दैनिक जीवन में अनेक ऐसी वस्तुओं का उपयोग करते है, जो प्लास्टिक से बनी होती है। पॉलिथिन, बॉटल, डिस्पोजल आदि सभी उपयोगी तो हैं किन्तु हानिकारक भी हैं। समुद्रो के किनारों, उनकी सतहों और ज़मीन पर जो अपशिष्ट एकत्र होता है उसमें से 60 से 90 प्रतिशत हिस्सा प्लास्टिक से बना हुआ होता है। इस कूड़े-कचरे में सबसे आम चीज़ें होती हैं-सिगरेट के अधजले हिस्से, बैग, और खाने-पीने की चाज़ों के इस्तेमाल होने वाले डिब्बे आदि। विशेष-संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) ने कहा है कि हर साल लगभग 80 लाख टन प्लास्टिक कूड़ा-कचरा समुद्रों में फेंका जाता है। इसका मतलब इस तरह भी समझा जा सकता है कि एक बड़े ट्रक में समाने वाले कूड़े-कचरे के बराबर ये हर मिनट समुद्र में फेंका जाता है। समुद्र में प्लास्टिक के मिल जाने के कारण लाखों की संख्या में समुद्री प्रजातियों के अस्तित्व पर खतरा बना हुआ है। अनेक जलीय जीवों की मृत्यु का कारण प्लास्टिक बना हुआ है। वर्तमान समय में भारत में सिंगल यूज प्लास्टिक पर बल सोया जा रहा है, लेकिन आज भी लोगों में भ्रम है कि आखिर सिंगल यूज प्लास्टिक का क्या अर्थ है। 
सिंगल यूज प्लास्टिक - चालीस माइक्रोमीटर (माइक्रॉन) या उससे कम स्तर के प्लास्टिक को सिंगल यूज प्लास्टिक कहते हैं। इसका मतलब प्लास्टिक से बनी उन चीजों से है जो एक बार ही उपयोग में लायी जाती हैं और उसके बाद फेंक दी जाती हैं। जैसे आप जब बाजार में सब्जी या फल लेने जाते हैं तो आपको जो प्लास्टिक की पन्नी दी जाती है वह सिंगल यूज प्लास्टिक है। आप चाय वाले की दुकान पर जिस प्लास्टिक के कप में चाय की चुस्कियां लेते हैं वह सिंगल यूज प्लास्टिक है, आप चाट वाले की दुकान पर जिस प्लास्टिक की प्लेट में गोलगप्पे या पापड़ी खाते हैं वह सिंगल यूज प्लास्टिक है, आप बाजार से जो पानी की बोलत खरीद कर पीते हैं वह सिंगल यूज प्लास्टिक है। इस प्रकार रोजमर्रा की जिंदगी में प्लास्टिक हमारे जीवन के लिए खतरा बना हुआ है और वृहद स्तर पर हानिकारक साबित हो रहा है। आज हमें प्लास्टिक के उपयोग को अधिक से अधिक कम करने की आवश्यकता है। प्लास्टिक का उपयोग रोकें और सुरक्षित रहें ।

प्रभारी मंत्री ने इछावर एवं नसरुल्लागंज में आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के दौरान सुनी लोगों की समस्याएं

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गैस त्रासदी, राहत एवं पुर्नवास, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग विभाग मध्यप्रदेश शासन तथा सीहोर जिले के प्रभारी मंत्री श्री अकील ने 8 दिसंबर रविवार को इछावर एवं नसरुल्लागंज में आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के दौरान लोगों की समस्याएं सुनी एवं संबंधित अधिकारियों को निराकरण करने के निर्देश दिए। साथ लोगों द्वारा प्रभारी मंत्री के समक्ष गंदा नाले और तालाब को स्थानांनतरित करने की मांग रखी। जिस पर उन्होंने शीघ्र स्थानांनतरित करने का आश्वासन दिया। इछावर में कार्यक्रम के दौरान प्रभारी मंत्री ने लोक चित्रकला से निर्मल भारत अभियान के तहत जागरुकता का कार्य करने पर प्रशंसा पत्र दिए गए। साथ ही पात्र दिव्यांग हितग्राहियों को ट्रायसायकल एवं श्रवण यंत्र का वितरण भी किया गया। प्राकृतिक आपदा से मृत्यु होने वाले प्रकरणों में हितग्राहियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए, पीड़ितों को 4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि दी जाएगी। इसी प्रकार नसरुल्लागंज में आयोजित कार्यक्रम के दौरान प्रभारी मंत्री ने पात्र हितग्राहियों को आवास पट्टों का वितरण किया तथा आम लोगों की समस्याएं सुन निराकरण करने के निर्देश संबंधितों को दिए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के दौरान प्रदेश सरकार का लक्ष्य गरीबों की सेवा करना है। प्रदेश शासन द्वारा विवाह प्रोत्साहन राशि को 51 हजार रुपये, वृद्धावस्था पेंशन, दिव्यांग पेंशन आदि को भी 300 रुपये से बढ़ाकर 600 रुपये प्रतिमाह कर दिए गए है। प्रदेश सरकार का अगला कदम बेरोजगारी को दूर करना है। सभी अधिकारियों को सेवा भाव से काम करने की आवश्यकता है। इस अवसर पर कलेक्टर श्री अजय गुप्ता, पुलिस अधीक्षक श्री शशीन्द्र चौहान, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अरुण कुमार विश्वकर्मा, इछावर विधायक श्री करणसिंह वर्मा, श्री राजकुमार पटेल, श्री अभय मेहता, श्री अनारसिंह, श्री फारुख खान सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।

प्रभारी मंत्री 10 दिसंबर को शाहगंज एवं बुदनी आएंगे

गैस त्रासदी, राहत एवं पुर्नवास, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग विभाग मध्यप्रदेश शासन तथा सीहोर जिले के प्रभारी मंत्री श्री अकील 10 दिसंबर रविवार को प्रात: 8:30 बजे भोपाल से कार द्वारा प्रस्थान कर प्रात:11 बजे जिले के शाहगंज पहुंचेंगे। जहां किसान संगोष्ठि भवन में आयोजित आपकी सरकार आपके द्वार में शामिल होंगे। तत्पश्चात दोपहर 12:30 बजे शाहगंज से प्रस्थान कर दोपहर 1 बजे बुधनी पहुंचेंगे। प्रभारी मंत्री बुदनी पार्क में आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में शामिल होंगे। दोपहर 2:30 बजे बुदनी से कार द्वारा भोपाल के लिए प्रस्थान करेंगे।

जवाहर नवोदय विद्यालय में प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन 10 दिसंबर तक

जवाहर नवोदय विद्यालय श्यामपुर के प्राचार्य ने जानकारी देते हुए बताया कि कक्षा 9 वीं में सत्र 2020-21 में प्रवेश हेतु परीक्षा के लिए ऑनलाईन आवेदन 10 दिसंबर 2019 तक आमंत्रित किए गए हैं। आवेदन पत्र नि:शुल्क होगा जिसे नवोदय विद्यालय समिति की वेबसाइट www.nvsadmissionclassnine.in एवं www.navodaya.gov.in पर भरा जा सकता है। प्रवेश चयन परीक्षा 8 फरवरी 2020 को आयोजित की जाएगी। प्रवेश चयन परीक्षा हेतु आवेदन करने के लिए अभ्यर्थी को जिले के शासकीय या मान्यता प्राप्त विद्यालय में शैक्षणिक सत्र 2019-20 में कक्षा 8 वीं में अध्ययनरत होना चाहिए तथा अभ्यर्थी का जन्म दिनांक 01 मई 2004  से 30 अप्रैल 2008  के मध्य होना चाहिए। यह नियम अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति सहित सभी वर्ग के अभ्यार्थियों पर समान रूप से लागू होगा।

रबी फसल की उत्पादकता बढ़ाने के लिये किसानों को सलाह

मौसम की प्रतिकूलता के कारण गेहूं फसल में जड़ माहू एवं अन्य भूमिजनित कीट का प्रकोप देखने में आ रहा है। किसानों को कृषि विभाग के अधिकारियों ने सलाह दी है कि वे अपनी गेहूं की फसल की सतत निगरानी रखें। फसलों की स्थिति एवं कीटव्याधि प्रकोप का निरीक्षण एवं नियंत्रण तथा तकनीकी मार्गदर्शन हेतु कृषि वैज्ञानिकों का दल का गठन किया गया है, जो  समय-समय पर जिले में भ्रमण कर किसानों को सलाह दे रहे हैं। जड़ माहू कीट की पहचान किसान इस तरह करें कि यह कीट हल्के पीले रंग से गहरे पीले रंग का होता है, जो जड़ों का रस चूसता है। इसके कारण पौधे की पत्तियां सूखने लगती है। प्रभावित पौधे को उखाड़कर देखने पर जड़ माहू की जड़ों के आसपास देखी जा सकती है। अधिक तापमान इस कीट की सक्रियता बढ़ाती है। किसानों को जड़ माहू नियंत्रण के लिये सलाह दी जाती है कि वे एमिडाक्लोप्रिड 17.8 प्रतिशत एसएल की 200 से 250 एमएल मात्रा 400 से 500 लीटर पानी के साथ छिड़काव फसल में करें। थायोमेथोक्साम 25 प्रतिशत डब्ल्यूजी एक एमएल प्रति लीटर के मान से स्प्रे करें। एक हेक्टेयर में कम से कम 400 से 500 लीटर पानी का उपयोग करें। जहां पर जड़ सड़न एवं पत्ती सूखने की शिकायत है, वहां पर मैकोजेब एवं कार्बनडाइज्म का मिश्रण तीन ग्राम प्रति लीटर पानी के साथ स्प्रे करें तथा थोड़ा सिंचाई के अन्तराल को बढ़ायें। जिन किसानों की गेहूं की फसल में भूमिगत कीट का प्रकोप है, वहां पर खड़ी फसल में क्लोरीपाइरीफॉस 25 ईसी दवा चार लीटर प्रति हेक्टेयर सिंचाई के साथ दें। अधिक जानकारी के लिये किसान अपने क्षेत्र के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी के कार्यालय या स्वयं उनसे सम्पर्क कर सकते हैं। रबी फसल की उत्पादकता बढ़ाने के लिये सलाह देते हुए कृषि विभाग के अधिकारियों ने कहा है कि कहीं-कहीं पर गेहूं फसल में पीलापन आने की समस्या होने की जानकारी प्राप्त हो रही है। यह उत्पादकता को प्रभावित करेगा। इसके लिये किसानों से आग्रह किया गया है कि वे रूट एफिड एवं भूमिगत कीट के प्रकोप के नियंत्रण के लिये जहां सिंचाई होने वाली है वहां तीन से चार लीटर प्रति हेक्टेयर क्लोरीपॉरीफॉस 20 ईसी तरल को सिंचाई के साथ फसल में दें। साथ ही जहां सिंचाई की व्यवस्था नहीं है, वहां पर डाइमिथोनेट डेढ़ मि.ली. पानी के माध्यम से स्प्रे करें। कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में फसल का निरीक्षण किया गया था। इसी के आधार पर विभाग द्वारा किसानों के लिये सलाह दी गई है।

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