खंगराले के नेतृत्व में दिल्ली पहुंचे सेवादल कार्यकर्ता पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को समस्याओं से कराया अवगत
सीहोर। सेवादल कांग्रेस के जिलाध्यक्ष नरेंद्र खंगराले के नेतृत्व में केंद्र की जनविरोधी आर्थिक नीतियों के खिलाफ भारत बचाओं रैली में दिल्ली पहुंचे सीहेार जिले के सेवादल कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से भेंटकर सीहेार जिले की समस्याओं के सबंंध में ज्ञापन सौपते हुए समस्याओं से अवगत कराया। दिल्ली पहुुंचं सेवादल कार्यकर्ताओं की सराहना करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा की कड़कती सर्दी में सेवादल कार्यकर्ता भारी संख्या में दिल्ली में पहुंचकर राष्ठ्र अध्यक्ष सोनिया गांधी के हाथ मजबूत कर कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों को नकारा है। उन्होने कहा की में जबाज सेवादल कार्यकर्ता की सराहना करता हुं। खंगराने ने दिग्विजय सिंह को बताया की सीहेार जिले में प्रदेश सरकार के द्वारा संचालित जनहितैशी योजनाओं के क्रियांवन में आम जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है को लेकर सेवादल कार्यकर्ताओं को दिग्विजय सिंह ने कहा की मेंंं सीहेार जिले के प्रभारी मंत्री आरिफ अकील से चर्चा कर ज्ञापन में उल्लेखित समस्याओं का शीघ्र ही निराकरण कराने का प्रयास करूगा। इस अवसर पर प्रमुख रूप से प्रदेश कांग्रेस सेवादल के सचिव राकेश राय, दर्शन सिंह वर्मा, डॉ अनीस खान, क्षेत्रीय पार्षद आरती खंगराले, महिला सेवादल जिलाध्यक्ष आशा गुप्ता, मांगीलाल टिमरई डॉ जितेंद्र चंद्रवंशी, राहुल जाटव, जितेंद्र सिंह, आत्माराम परमार, निखिल पालीवाल,मुकेश राय, संतोष पटेल, शंकर पटेल, मनोज पटेल, बलबान सिंह, असलम खान, नरेंद्र परमार, विक्रम वर्मा, अरूण वर्मा, गायत्री चंद्रवंशी, मना वर्मा, नीतू सिंह, गुलाब बाई आदि मौजूद रहे।
छुटटी के दिन सरकारी स्कूल पहुंचे बच्चें अतिथि शिक्षक को हटाने का किया विरोध
स्कूल के सामने दिया ग्रामीणों और बच्चों ने धरना छात्र छात्राओं ने की प्रशासन से अंग्रेजी के अतिथि शिक्षक को नहीं हटाने की मांग
सीहोर। शासकीय माध्यमिक स्कूल ग्राम सिराली के छात्र छात्राओं ने समर्पित अंग्रेजी के एक मात्र अतिथि शिक्षक को हटाने के विरोध में अनौखा प्रदर्शन किया। बच्चों ने छुटटी के दिन रविवार को स्कूल पहुुंचकर मुख्य गेट के समक्ष परिजनों के साथ धरना देकर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों और बच्चों ने गांव के पटेल को मांग पत्र भी दिया। स्कूल परिसर के बाहर चल रहे घटनाक्रम की सूचना मिलते हीं लाड़कुई से मौके पर पहुंचे अतिथि शिक्षक ने हीं बच्चों और ग्रामीणों द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन को बंद कराया। नसरूल्लागंज विकासखंड के जनपद शिक्षा केंद्र चक्कदी शासकीय विधायलय संकूल केंद्र लाड़कुई के तहत आने वाले ग्राम सिराली के ग्रामीणों ने बताया की गांव में संचालित शासकीय माध्यमिक स्कूल में कार्यरत अतिथि शिक्षक नीरज मालवीय को बिना कोई ठूस कारण के शिक्षा विभाग के द्वारा हटाया जा रहा है जबकी स्कूल में कोई भी अंग्रेजी विषय का शिक्षक नहीं है। स्कूल में बीते छ: सालों से कार्यरत अतिथि शिक्षक श्री मालवीय ने अपने वेतन को भी स्कूल के रख रखाव और व्यवस्थाओं पर हीं खर्च किया गया है। ग्रामीणों और बच्चों का कहना है की कई बार बच्चों को स्कूल बेग सहित कापी किताब पेन पेंसिल का स्पोर्ट सामग्री का इंतजाम भी अतिथि शिक्षक के द्वारा किया गया है। ग्रामीणों ने कहा की अतिथि शिक्षक से बच्चों का काफी लगाव है सहीं कारण है की जब से अतिथि शिक्षक मालवीय को हटाने की बात बच्चें को मालूम हुई है वह स्कूल आने से भी इंकार कर रहे है। समर्पित अतिथि शिक्षक ने सरकारी स्कूल को क्षेत्र के प्राईवेट स्कूलों के समकक्ष खड़ा कर दिया। एैसे अतिथि शिक्षक को मेरिट लिस्ट में नहीं आने पर शिक्षा विभाग ने स्कूल से हटाने के आदेश दिए है। ग्राम सिराली शासकीय माध्यमिक शाला के अतिथि शिक्षक नीरज मालवीय ने सहयोगी शिक्षकों की मदद से पढ़ाई के स्तर को भी उच्च क्वावालिटी का बना दिया। ग्रामीण ने प्राईवेट स्कूलों से बच्चों को निकाल कर सरकारी स्कूल में डलवाना शुरू कर दिया। कलेक्ट्रेट पहुंच कर स्कूल के छात्र छात्रा जितेंद्र, संदीप, अनिल, मोहित, विकलराम, भरत, चैतन, लोकेश, धमेंद्र, राहुल बारेला, मोहित देवांत, शिवानी, दीपिका, नीतू, रिंकू, प्रिंयका, देवंती, अनुरेखा, सुरेखा, अनिशा, निशा, बिनिता, अनुष्का, नीलम, सलोनी सुनिता और ग्रामीण सुनील बारेला, रेवा शंकर हरि किशन आदि ने बीते शुक्रवार को अतिथि शिक्षक को हटाने को लेकर आक्रोश जताते हुए डीईओ को ज्ञापन दिया था। अतिथि शिक्षक वर्ग तीन के लिये नीरज मालविय को ज्वानिग भी दी गई लेकिन कुछ लोगों ने आपत्ति लगा दी। उन्होने संविदा शिक्षक पात्रता परीक्षा भी पास की है। उन्होने इंग्लिश से एम ए किया है लेकिन अभी रिजल्ट आने में तीन माह का समय शेष है इधर मेरिट में उनको 25 अंक नही मिल पाए , जिसके कारण वह मेरिट लिस्ट में पीछे हो गये । इसी आधार पर शिक्षा विभाग स्कूल से उन्होने हटा रहा है।
दस्तक अभियान के द्वितीय चरण के संबंध में बैठक आज
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रभाकर तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2019-20 में दस्तक अभियान के द्वितीय चरण का आयोजन 17 दिसंबर से 18 जनवरी 2020 तक किया जाएगा। अभियान के क्रियान्वयन के लिए जिला टास्क फोर्स की बैठक कलेक्टर श्री अजय गुप्ता की अध्यक्षता में 16 दिसंबर को टीएल बैठक के पश्चात कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित की जाएगी।
आज मनेगा विजय दिवस
राज्य शासन द्वारा निर्णय लिया गया है कि 16 दिसंबर को विजय दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इस अवसर पर सन 1971 के युद्ध में शामिल शहीदों के परिजन तथा युद्ध में भाग लेने वाले सैनिकों को आमंत्रित किया जाएगा। कलेक्टर श्री अजय गुप्ता ने सभी जिला अधिकारियों, एसडीएम तथा तहसीलदारों को विजय दिवस के आयोजन के संबंध में निर्देश दिए हैं। विजय दिवस पर जिले में तहसील मुख्यालयों, नगर परिषद, नगर पंचायत तथा ग्राम पंचायत स्तर पर भी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। कार्यक्रमों में विजय दिवस पर चर्चा की जाएगी तथा मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ के संदेश का वाचन किया जाएगा। इस दिन जिले के सभी शासकीय भवनों पर रोशनी की जाएगी।
दिव्यांग विद्यार्थियों को शिक्षण शुल्क का भुगतान करने की अंतिम तिथि आज
सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण विभाग द्वारा दिव्यांग विद्यार्थियों को शिक्षण शुल्क का भुगतान करने के लिए 16 दिसम्बर तक आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। ऐसे दिव्यांग जो 10+2 की शिक्षा के पश्चात मेडिकल, इंजीनियरिंग, कम्प्यूटर एवं प्रबंधन में स्नातक, स्नातकोत्तर स्तर की उच्च शिक्षा प्राप्त करने हेतु शासकीय, अशासकीय महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों में नियमित रूप से अध्ययनरत दिव्यांग विद्यार्थियों को शासकीय महाविद्यालयों में लिए जाने वाले शिक्षण शुल्क का भुगतान किये जाने के लिए आवेदन पत्र 16 दिसम्बर तक संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण कार्यालय डी ब्लॉक पुराना सचिवालय में जमा कर सकते हैं। संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण, भोपाल ने बताया कि महाविद्यालयों में अध्ययनरत जो दिव्यांग विद्यार्थी आवेदन फार्म भरने से छूट गए हैं उन्हें आवेदन पत्र जमा करने के लिए दो सप्ताह का अतिरिक्त समय दिया जा रहा है।
फोटो निर्वाचक नामावली का प्रारूप प्रकाशन आज
फोटो निर्वाचन नामावली का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण 2020 कार्यक्रम के अनुसार फोटो निर्वाचक नामावली का प्रारूप प्रकाशन 16 दिसम्बर 2019 को किया जाएगा तथा दावा-आपत्ति 16 दिसम्बर से 15 जनवरी 2020 तक प्राप्त की जाएंगी। निर्वाचक नामावली में 01 जनवरी 2020 को 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने वाले नवीन मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में जोड़े जाएंगे तथा मृत मतदाताओं के नाम निरसन एवं त्रुटिपूर्ण प्रविष्टियों के संशोधन का कार्य किया जाएगा। जिन मतदाताओं के वोटर कार्ड ब्लेक एण्ड व्हाईट हैं, उन मतदाताओं से कलर वोटर आईडी कार्ड प्राप्त करने के लिए संबंधित मतदान केन्द्र के बीएलओ को अपना कलर फोटो उपलब्ध कराने की अपील की गई है।
गेहूं में जड़ माहू कीट से बचाव के उपाय
कृषि विभाग द्वारा गेहूं की फसल में लगने वाले जड़ माहू कीट बचाव के उपाय किसानों को सुझाए गए है। कृषि विभाग द्वारा किसानों को जानकारी दी गई है कि मौसम की प्रतिकूलता के कारण गेहूं की फसल में जड़ माहू कीट का प्रकोप होने की संभावना मौसम की प्रतिकूलता के दौरान हो सकती है। उन्होंने किसानो से अपील की कि अपने-अपने खेत की सतत निगरानी करें।
जड़ माहू प्रकोप के लक्षण - यह कीट गेहूं फसल में पौधो की जड़ों से रस चूसता है जिसके कारण पौधा पीला पड़ने लगता है और धीरे-धीरे सूखने लगता है। शुरूआत में खेतों में जगह-जगह पीले पडे़ हुए पौधे दिखाई देते है, बाद में पूरा खेत सूखने की संभावना रहती है।
जड़ माहू कीट की पहचान - यह कीट हल्के पीले रंग से गहरे हरे रंग का होता है जो जड़ो का रस चूसता हुआ दिखाई पड़ता है। गेहूं के पौधो को जड़ से उखाडने पर ध्यानपूर्वक देखने से यह कीट आसानी से दिखाई देता है। जड़ माहू कीट प्रबंधन- इस कीट के प्रबंधन हेतु इमीडाक्लोप्रिड 17.8 एसएल दवा की 70 एमएल मात्रा प्रति एकड अथवा एसीटामेप्रिड 20 प्रतिशत एसपी दवा की 150 ग्राम मात्रा प्रति एकड़ अथवा थायोमिथाक्जॉम 25 प्रतिशत डब्ल्यूजी दवा की 50 ग्राम मात्रा प्रति एकड को 150-200 लीटर पानी में घोल बनाकर पूरे खेत में अच्छी तरह से छिड़काव करें। यह दवाएं सिस्टेमिक प्रकार की होती है जिनसे पूरा पौधा जहरीला हो जाता है और जब कीट या रस चूसता है तो वह मर जाता है।
डीपीएफ खातों में ब्याज की राशि दर्ज करने के निर्देश
विभागीय भविष्य निधि भोगी कर्मचारियों के डीपीएफ खाते में 31 मार्च 2019 की स्थिति में ब्याज की गणना करके उसे खाते में दर्ज करने के निर्देश दिये गये हैं। संचालनालय पेंशन एवं भविष्य निधि तथा वित्तीय विभाग द्वारा सभी आहरण एवं संवितरण अधिकारियों को कर्मचारियों की विभागीय भविष्य निधि के गणना के निर्देश दिये गये हैं। इन निर्देशों का पालन करते हुए सभी अधिकारी विभागीय भविष्य निधि प्राप्त करने वाले कर्मचारियों के भविष्य निधि की ब्याज की गणना करके उसे डीपीएफ पासबुक में दर्ज करें। साथ ही कर्मचारी द्वारा राशि के आहरण एवं शेष राशि की जानकारी दर्ज कर प्रमाण पत्र पासबुक में अंकित करें। प्रत्येक जिले के विभागीय भविष्य निधि प्राप्त करने वाले कर्मचारियों की सूची संबंधित आहरण संवितरण अधिकारी जिला पेंशन अधिकारी से प्राप्त करें।
गर्भवती व धात्री महिलाएं मातृ वंदना योजना का लाभ प्राप्त करे
गर्भवती महिलाओं को मजदूरी के आंशिक क्षतिपूर्ति के रूप में नगद प्रोत्साहन प्रदान करना, ताकि प्रथम बच्चे के प्रसव के पूर्व एवं पश्चात बच्चा उन्हें पर्याप्त आराम मिल सके। नगद प्रोत्साहन के माध्यम से गर्भवती महिलाओं एवं धात्री माताओं के स्वास्थ्य संबंधी व्यवहारों में सुधार लाना इस योजना का मुख्य उद्देश्य है। सभी गर्भवती महिलाएं और धात्री माताएं 1 जनवरी 2017 के पश्चात परिवार में जन्मी पहले बच्चे से संबंधित है तो योजना के लिये पात्र होगी। प्रथम जीवित बच्चे संबंधित समस्त गर्भवती महिलाएं एवं धात्री माताएं इसके लिए पात्र होगी। सभी सरकारी या सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में कार्यरत कर्मचारी इसके पात्र नहीं होंगे।
शासन-प्रशासन की मजबूती और लोकसेवकों के कल्याण की कोशिशों का साल
राज्य सरकार ने पिछले एक वर्ष में शासन-प्रशासन के सुदृढ़ीकरण, सभी वर्गों के कल्याण एवं शासकीय सेवकों के हित में महत्वपूर्ण फैसले लिए और उन्हें लागू भी किया हैं। मध्यप्रदेश लोकसेवा अनुसूचित जातियों/जनजातियों और पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण अधिनियम 1994 में संशोधन कर अन्य पिछड़े वर्ग के लिए आरक्षण का प्रावधान 14 से बढ़ाकर 27 प्रतिशत किया गया। इसी दौरान, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को शैक्षणिक संस्थाओं और शासकीय नौकरियों में 10 प्रतिशत आरक्षण दिया गया। शासकीय सेवाओं में मध्यप्रदेश के युवाओं को प्राथमिकता देने के लिए अभ्यर्थियों का रोजगार कार्यालय में जीवित पंजीयन अनिवार्य किया गया। राज्य शासन ने खुली प्रतियोगिता से भरे जाने वाले पदों के लिए अधिकतम आयु सीमा 40 वर्ष निर्धारित कर दी है। इसमें अजा, अजजा, अन्य पिछड़ा वर्ग, शासकीय निगम, मंडल, स्वशासी संस्थान, नगर सैनिक, निःशक्तजन, महिलाओं (अनारक्षित, आरक्षित) आदि के लिए अधिकतम आयु सीमा 45 वर्ष निर्धारित की गई है। इसके अलावा, लोक सेवा आयोग की राज्य सेवा परीक्षा 2019 के लिए अधिकतम आयु सीमा में एक वर्ष की छूट भी दी गई है। प्रदेश में आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम शुरू किया गया है। सभी शासकीय विभागों को ग्रामीण अंचलों में रहने वाली आम जनता की रोजमर्रा की समस्याओं का समाधान और आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए गाँवों के आकस्मिक भ्रमण एवं विकासखंड मुख्यालयों में शिविर लगाए जाने के निर्देश दिए गए हैं। प्रभारी सचिवों को अपने प्रभार के जिले में प्रतिमाह कम से कम एक बार भ्रमण करने के निर्देश दिए गए हैं।बीते एक साल में मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षाओं में 5116 पदों के लिए विज्ञापन जारी किए गए। इनमें से 3784 पदों के लिए अभ्यर्थियों का योग्यतानुसार चयन भी किया गया। इसी दौरान, जरूरतमंद बालकों तथा बाल देख-रेख संस्थाओं एवं विपत्तिग्रस्त महिलाओं को संरक्षण प्रदान करने के लिए संचालित संस्थाओं के पर्यवेक्षण एवं निगरानी के लिए जिलों में अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) को नामित किया गया। शासकीय विभागों में विभिन्न पदों पर संविदा, नियमित नियुक्तियों की परीक्षाओं में सूचना प्रौद्योगिकी और कम्प्यूटर क्षेत्र में कम्प्यूटर दक्षता प्रमाणीकरण परीक्षा (सीपीसीटी) के प्रमाण-पत्र (स्कोर कार्ड) की वैधता अवधि को 2 वर्ष से बढ़ाकर 4 वर्ष किया गया है। शासकीय सेवक को प्रथम प्रसूति में जुड़वा संतान होने के बाद नसबंदी कराए जाने पर 2 अग्रिम वेतन वृद्धि की पात्रता प्रदान की गई, जैसी एक जीवित संतान के बाद नसबंदी पर प्राप्त होती है। राज्य सरकार ने सभी संवेदनशील मामलों का समाधान खोजने के लिये विगत 9 फरवरी को मंत्रि-परिषद् समितियों का गठन किया। सामान्य प्रशासन विभाग ने सरकार के इस निर्णय अनुपालन में आर्थिक मामलों, राजनैतिक मामलों तथा अतिथि शिक्षकों, रोजगार सहायकों और संविदा कर्मचारी संगठनों के अभ्यावेदनों और माँगों पर विचार करने, अनुसूचित जनजातियों के वन भूमि के निरस्त दावों के निराकरण और निवेश संवर्धन सहित कुल 16 मुद्दों पर मंत्रि-परिषद् समितियों के गठन के आदेश जारी किये। यह समितियाँ नियमित बैठकें कर संबंधित मुद्दों पर विचार कर शासन को रिपोर्ट प्रस्तुत कर रही हैं।
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