गुवाहाटी, नौ दिसंबर, वरिष्ठ पत्रकार नरेश मित्रा का यहाँ सोमवार को 46 वर्ष की आयु में निधन हो गया। सत्रह दिन पहले उन्हें कार्यालय के बाहर रहस्यमयी परिस्थितियों में गंभीर रूप से घायल अवस्था में पाया गया था। मित्रा टाइम्स ऑफ़ इण्डिया में वरिष्ठ पत्रकार थे। उन्हें पर्यावरण की रिपोर्टिंग के लिए जाना जाता है। उनके परिवार में उनके माता पिता, पत्नी और पांच साल की बेटी है। उन्हें 22 नवंबर को आधी रात के आसपास उनके कार्यालय के बाहर राहगीरों ने रास्ते पर पड़ा हुआ पाया था और गुवाहाटी चिकित्सा कालेज एवं अस्पताल पहुँचाया था। वहां से उनके परिजनों ने उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने कहा, “जब से हमने उन्हें भर्ती किया था वह कोमा में थे। उनके सिर के भीतरी हिस्से में घाव था जिसका ऑपरेशन किया गया। पिछली रात से उनकी तबियत बिगड़ने लगी और आज सुबह 6 बजे के करीब उनकी मृत्यु हो गयी।” मित्रा के परिजनों ने दावा किया कि डॉक्टरों ने उन्हें बताया था कि उन पर हमला कर घायल किया गया था। असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने मित्रा के निधन पर शोक व्यक्त किया है। मित्रा ने बीस वर्ष पहले पत्रकारिता शुरू की थी और वह टाइम्स ऑफ़ इंडिया में 2006 से काम कर रहे थे। उन्होंने देशभर में गोरखाओं की समस्याओं पर रिपोर्टिंग की थी। उन्हें फोटोग्राफी और बाइक चलाने का भी शौक था। मित्रा के शव को उनके कार्यालय और गुवाहाटी प्रेस क्लब में रखा गया जहाँ मीडियाकर्मियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। पत्रकारों ने सरकार से मित्रा पर हुए संदिग्ध हमले की जाँच की मांग की है। भारतीय गोरखा परिसंघ के राष्ट्रीय सचिव नंदा कीर्ति दिवान ने कहा कि भारतीय गोरखाओं ने मीडिया में एक दोस्त को खो दिया। संगठन ने मित्रा पर हुए संदिग्ध हमले की जाँच और त्वरित न्याय की मांग की है।
सोमवार, 9 दिसंबर 2019
वरिष्ठ पत्रकार नरेश मित्रा का निधन
Tags
# देश
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
देश
Labels:
देश
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें