वाशिंगटन, 23 दिसंबर, भारतीय मूल के अमेरिकियों ने वाशिंगटन स्थित भारतीय दूतावास के सामने लगी महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने बड़ी संख्या में एकत्र होकर संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और प्रस्तावित राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। बहुलवाद के लिए काम करने वाले गैर सरकारी संस्थान (एनजीओ) से जुड़े भारतीय-अमेरिकी माइक घोस ने एकत्र लोगों से कहा, “हम यहां केवल एक मकसद के लिए जमा हुए हैं और मकसद है धार्मिक स्वतंत्रता एवं नागरिक अधिकार, और उससे ज्यादा कुछ नहीं।” अमेरिकी-भारतीय मुस्लिमों और इसी तरह के कई संस्थानों की तरफ से मिलकर आयोजित किए गए प्रदर्शन में, शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों ने भारत की एकता के पक्ष में नारे लगाए और पोस्टर दिखाए जिनमें आरोप लगाया कि देश एक ऐसी दिशा में आगे बढ़ रहा है जिसकी प्रकृति धर्मनिरपेक्ष नहीं है और जो संविधान के स्वभाव के विपरीत है। प्रदर्शनकारियों ने एक प्रस्ताव भी पारित किया जिसमें भारत सरकार से सीएए और एनआरसी दोनों को वापस लेने का अनुरोध किया गया है। घोस ने कहा, “हम बस इतना चाहते हैं कि (भारतीय सरकार) हाल में लागू कुछ कानूनों को निरस्त कर दे ताकि हम सब एक भारत, एक राष्ट्र और एक जैसे इंसान रहे हैं और साथ काम कर सकें, जी सकें और इस बात से बेफिक्र रहें कि कौन क्या है।” आयोजकों के मुताबिक गांधी प्रतिमा के सामने चले करीब दो घंटे के प्रदर्शन में 200 से अधिक लोग शामिल हुए।
सोमवार, 23 दिसंबर 2019
वाशिंगटन में सीएए के खिलाफ भारतीय-अमेरिकियों का प्रदर्शन
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