कोलकाता 12 जनवरी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट का नाम बदलकर डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर रखे जाने की घोषणा करते हुए पोर्ट के 33000 पेंशनधारकों और 3500 कर्मचारियों की सामाजिक सुरक्षा के लिए 5001 करोड़ की राशि देने का भी ऐलान किया। इससे पहले जहाजरानी मंत्री मनसुख मांडवीय ने देश के सबसे पुराने कोलकाता बंदरगाह के दशकों बाद वर्ष 2019-20 के दौरान मुनाफा अर्जित करने की घोषणा की। यह बंदरगाह विभिन्न कारणों से पिछले दो दशकों से अधिक समय से घाटे में चल रहा था। श्री मोदी ने बंदरगाह की 150वें वर्षगांठ पर यहां आयोजित समारोह में जीवन बीमा निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी को बंदरगाह के पेंशनधारकों और मौजूदा कर्मचारियों के सामाजिक कल्याण के लिए गारंटी के तौर पर 5001 करोड़ का चेक सौंपा। श्री मोदी ने कहा,“कोलकाता पोर्ट सिर्फ जहाजों के आने-जाने का स्थान नहीं है, ये एक पूरे इतिहास को अपने आप में समेटे हुए है। इस पोर्ट ने भारत को विदेशी राज से स्वराज पाते देखा है। सत्याग्रह से लेकर स्वच्छाग्रह तक इस पोर्ट ने देश को बदलते हुए देखा है।” इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने पोर्ट के आधुनिकीकरण एवं आने वाले वर्षाें में मांगों के अनुरूप मशीनों काे तैयार करने के लिए 600 करोड़ की परियोजनाओं का भी एलान किया। इस वर्ष हल्दिया में मल्टीमॉडल टर्मिनल और फरक्का में नेविगेशनल लॉक को तैयार करने का प्रयास है। श्री मोदी ने कहा,“हमारी सरकार मानती है कि हमारे तट विकास के द्वार हैं, इसलिए सरकार ने तटों पर आपसी संपर्क और वहां के आधारभूत ढांचे को आधुनिक बनाने के लिए सागरमाला कार्यक्रम शुरू किया। छह लाख करोड़ रुपये से अधिक की 575 परियोजनायें शुरू की गयी हैं जिनमें से तीन लाख करोड़ की 200 से अधिक योजनाओं पर काम चल रहा है जबकि 125 को पहले ही पूरा किया जा चुका है।” श्री मोदी ने इस बात पर गहरा अफसोस जताया कि पश्चिम बंगाल के किसान केंद्र प्रायोजित दो याेजनाओं से वंचित हैं। उन्होंने कहा कि बंगाल को छोड़कर देश के आठ करोड़ किसानों को पीएम किसान समान निधि के जरिये सीधा फायदा पहुंचाते हुए उनके खाते में राशि पहुंचाने का काम किया गया है जिस पर कुल 43000 करोड़ रुपये खर्च किये गये हैं।
रविवार, 12 जनवरी 2020
कोलकाता पोर्ट के पेंशनधारकों,कर्मचारियों के लिए 5001 करोड़ : मोदी
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