पटना,18 जनवरी (आर्यावर्त संवाददाता) विश्व कीर्तिमान बनाने के दहलीज पर खड़ा है अपना बिहार।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सदैव बिहार को ऊंचा रखने का काम किया है।कुछ मुद्धों को लेकर बिहारियों को जगाने का काम किया है। 2017 में शराब और 2018 में दहेज और बाल विवाह और अब शराब, दहेज,बाल विवाह को साथ में लेकर 2020 में जल-जीवन-हरियाली को लेकर बिहार के लोग सड़क पर उतरकर मानव श्रृंखला बनाने के मूड में हैं। इस संदर्भ में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि 19 जनवरी को 11.30 से 12 बजे तक बनने वाली राज्यव्यापी मानव श्रृंखला पर्यावरण के प्रति जागरूकता को प्रदर्शित करेगा। अब तो विपक्षी दलों के नेता भी जलवायु में हो रहे परिवर्तन में अपनी सजगता दिखाने के लिये लोग पहल करने लगे हैं। एकजुट होकर मानव श्रृंखला बना रहे हैं। पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि मानव श्रृंखला में लोगों की सुरक्षा और सुविधा का विशेष ख्याल रखें। राष्ट्रीय मार्ग पर यातायात व्यस्त रहता है। जब-तक लोग घर तक नहीं पहुंच जाएं, यातायात के बेहतर संचालन के लिये निगरानी करें। मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने जल- जीवन - हरियाली राज्यव्यापी मानव श्रृंखला यात्रा के दरम्यान योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास भी करते रहे ।उन्होंने कहा जल -जीवन -हरियाली अभियान के तहत अगले 3 वर्ष में 24 हजार 500 करोड़ रुपये की राशि खर्च कर 11 सूत्री कार्यक्रम को मिशन मोड में पूरा करना है ताकि जलवायु परिवर्तन के कारण उत्पन्न संकट से लोगों को निजात दिलाया जा सके । जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत सोखता निर्माण , रेन वाटर हार्वेस्टिंग ,वृहत पैमाने पर वृक्षारोपण ,अहर-पाइन ,तालाब ,सार्वजनिक कुआं, नलकूप का जीणोद्धार कराने के साथ ही उसे अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा । इस अभियान का मकसद जल को संरक्षण और हरियाली को बढ़ावा देना है । मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में बिहार में कई कदम उठाए गए है । पंचायती राज और नगर निकाय के चुनाव में महिलाओं को 50 प्रतिशत का आरक्षण देने के बाद राज्य सरकार की सभी सेवाओं में उन्हें 35 प्रतिशत का आरक्षण मुहैया कराया गया । मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले साल चुनाव में जाने से पहले पूरे बिहार में हर घर नल का जल पहुँचा देंगे । हर घर शौचालय निर्माण का काम भी लगभग पूरा हो गया है ।उन्होंने कहा कि यदि लोगों को खुले में शौच से मुक्ति और पीने का स्वच्छ पानी मिल जाय तो 90 प्रतिशत बीमारियों से उन्हें छुटकारा मिल जाएगा । मुख्यमंत्री ने कहा कि हर इच्छुक परिवार तक बिजली पहुंचाने का लक्ष्य हमने दिसंबर 2018 तक निर्धारित किया था , जिसे तय समय से दो माह 5 दिन पूर्व ही हासिल कर लिया गया । पूरे बिहार में बिजली के जर्जर तार को बदलने का काम भी लगभग पूरा हो चुका है । मानव श्रृंखला में कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों को शामिल नहीं करना है। कक्षा 6 से अधिक कक्षाओं के बच्चे इसमें शामिल होंगे। जिला स्तर के सभी विभागों के सभी सरकारी एवं संविदाकर्मी, सरकारी एवं गैर सरकारी स्कूल, उच्च विद्यालय, उच्चतर विद्यालय, कॉलेज के शिक्षक, कर्मी, जीविका दीदी, आशा दीदी, सेविका, सहायिका, छात्र-छात्राएं इसमें शामिल होंगी। जीविका और सीएम अक्षर आंचल योजना से जुड़े शिक्षा सेवक मानव श्रृंखला के प्रचार-प्रसार करेंगे। मुखिया, वार्ड सदस्य, पंचायत समिति सदस्य, जिला पार्षद अपने क्षत्र में मानव श्रृंखला का नेतृत्व करेंगे। श्रृंखला में समाज के सभी वर्गो की भागीदारी सुनिश्चित कराने के लिए कहा गया है। मानव श्रृखला का दस्तावेज बनेगा। फोटो और विडियोग्राफी होगी। मानव श्रृंखला के लिए ये नारे पेड़ लगाएं, धरती बचाएं 19 जनवरी 2020 को मानव श्रृंखला बनाएं, माता आएं, बहनें आएं, भैया आएं भाभी आएं, बच्चे आएं, बूढ़े आएं सब मिल कर मानव श्रृंखला बनाएं। जल जीवन हरियाली होगी, जीवन में खुशहाली होगी, मानव श्रृंखला बनाने की तैयारी होगी, 19 जनवरी को सबकी भागीदारी होगी। ना दहेज, ना बाल विवाह, ना हो नशे की बात यहां, अब तो जल जीवन हरियाली होगी, मानव श्रृंखला की तैयारी होगी। स्वस्थ रहना है तो पेड़ लगाए, 19 जनवरी 2020 को मानव श्रृंखला बनाएं। जल एवं पेड़ बचाएंगे, धरती पर हरियाली लाएंगे, 19 जवरी 2020 को मानव श्रृंखला बनाएं। जल बचाएं, पौधे लगाएं, अपना जीवन सुरक्षित बनाएं। हाथ से हाथ जोड़ कर 19 जनवरी 2020 को मानव श्रृंखला को खास बनाएं। पेड़ पौधे लगाकर, प्रदूषण को घटाएंगे। लोगों की जागरूकता के लिए मानव श्रृंखला बनाएंगे। चारो ओर हरियाली होगी, तभी झमाझम बारिश होगी। जन जन की भागीदारी से मानव श्रृंखला की तैयारी होगी। पानी है तो हरियाली है, जीवन में खुशहाली है। 19जनवरी 2020की मानव श्रृंखला की तैयारी है।
शनिवार, 18 जनवरी 2020
बिहार : विश्व कीर्तिमान बनाने के दहलीज पर खड़ा है अपना बिहार
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