मधुबनी (आर्यावर्त संवाददाता) नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ चल रहे संविधान बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले मधुबनी समाहरणालय के सामने अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन में दिन प्रतिदिन लोगों की भागीदारी बढ़ाने से धरना प्रर्दशन कर रहे लोगों का हौसला बढ़ता जा रहा है। अनिश्चितकालीन धरना की अध्यक्षता कर रहे युवा नेता बिस्फी विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी परवेज हसन दानिश ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार के द्वारा जो नागरिकता संशोधन कानून लाया गया है , देश के संविधान की आत्मा को ठेस पहुंचाया गया है ऐसे कानून से देश के गरीब लोगों का सरकार उपर से विश्वास उठ गया है इस लिए हम सब लोग जो देश और देश के संविधान से प्रेम करने वाले लोग हैं प्रर्दशन कर रहे हैं और तब तक धरना पर बैठे रहेंगे जब सरकार इस गरीब विरोधी कानून को वापस नहीं लेती हैं। धरना पर बैठे लोगों को संबोधित करते हुए जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शादाब अख्तर ने कहा कि विगत 7 जनवरी से धरना पर बैठे लोगों से अब तक सरकार की ओर से किसी पदाधिकारी ने कोई वार्ता नहीं किया है जो कि बहुत ही दुखद है उन्होंने कहा कि धरना की सुचना प्रशासन को 4 जनवरी को ही जब दे दिया गया था तों प्रशासन की जिम्मेदारी बनती हैं कि धरना पर बैठे लोगों का मांगपत्र लेकर राष्ट्रीय महोदय को भेजना चाहिए। अनिश्चितकालीन धरना कार्यक्रम का समर्थन करने के लिए संविधान बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक तुल्लाह खान सभी विपक्षी दलों एवं गैर राजनैतिक संगठनों का आभार प्रकट किया। धरना पर बैठे लोगों को संबोधित जन अधिकार पार्टी के शम्भू सिंह, मजहर कमाल छात्र युवा शक्ति के फहीम बकर मुसा,आरजू फैग, कांग्रेस पार्टी के शाहिद हुसैन, एआईएमआईएम के परवेज आलम, तारा बाबू,जफर इकबाल,फातह इकबाल,असद नदवी,जिशान, रिजवान, जफर इकबाल, सलामुद्दीन, फैजान आरिफ, नूर इस्लाम, इनायतुल्लाह, मशिउल्लाह, इत्यादि लोगों ने सम्बोधित किया
शुक्रवार, 10 जनवरी 2020
मधुबनी : भारत के संविधान को तोड़ने वालीं भाजपा सरकार की हार तय :परवेज हसन दानिश
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