तुमकुरु, 02 जनवरी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का बचाव करते हुए कांग्रेस तथा अन्य विपक्षी दलों पर हमला करते हुए कहा कि सीएए का विरोध करना संसद और संविधान की मुखालफत करना है। श्री मोदी ने तुमकुरु में सिद्धगंगा मठ में छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, “हम पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से पलायन करके आये दलित, सिख, जैन और अन्य धर्म के शरणार्थियों के हित में सीएए लेकर आए हैं और हमने उनके प्रति अपने कर्तव्य को पूरा किया है।” उन्होंने सीएए के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन को दलितों, पिछड़ों, सिख, जैन और अन्य समुदाय के खिलाफ बताते हुए कांग्रेस और उसके समर्थित दलों को चुनौती देते हुए कहा कि यदि हिम्मत है तो कांग्रेस और उसके सहयोगी पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन करें, जहां हर धर्म के अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, “हम उनके हित के लिए कानून लेकर आए जिन्हें दशकों से प्रताड़ित किया गया है।” उन्होंने कहा कि जब से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सत्ता में आयी है तब से देश में शांति का वातावरण स्थापित हुआ है। जनता के आशीर्वाद के कारण ही अयोध्या में राम मंदिर और कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का सपना अब साकार हुआ है। प्रधानमंत्री ने अपने दौरे के दौरान सिद्धगंगा मठ के पुजारी स्वर्गीय शिवकुमारस्वामीजी को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने पेजावर मठ के स्वामी को भी याद किया जिनका हाल ही में निधन हो गया था। इससे पहले मठ प्रशासन ने प्रधानमंत्री मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया। उनके साथ इस कार्यक्रम में कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा, केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा, प्रह्ललाद जोशी, सुरेश अंगाड़ी और अन्य नेता मौजूद रहे।
गुरुवार, 2 जनवरी 2020
सीएए का विरोध संसद और संविधान की मुखालफत: मोदी
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