सेवाग्राम वर्धा महाराष्ट्र से 50 जय जगत यात्री ईरान जाएंगे जहां से जिनेवा के लिए पैदल यात्रा को जारी रखेंगे - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 17 जनवरी 2020

सेवाग्राम वर्धा महाराष्ट्र से 50 जय जगत यात्री ईरान जाएंगे जहां से जिनेवा के लिए पैदल यात्रा को जारी रखेंगे

120 दिन पग-पग कर जय जगत यात्रा महात्मा गांधी की कर्मभूमि सेवाग्राम वर्धा महाराष्ट्र पहुंचेगी
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वर्धा। जय जगत पदयात्रा महाराष्ट्र में हैं।जय जगत यात्रा 2 अक्टूबर 2019 को महात्मा गांधी की समाधि राजघाट से प्रार्थना के साथ प्रारंभ हुई थी यह यात्रा भारत से विश्व की राजधानी जिनेवा तक जाएगी। 120 दिन पग-पग कर जय जगत यात्रा महात्मा गांधी की कर्मभूमि सेवाग्राम वर्धा महाराष्ट्र पहुंचेगी वहां से 50 जय जगत यात्री ईरान जाएंगे जहां से जिनेवा के लिए पैदल यात्रा को जारी रखेंगे। बता दे कि बा बापू की 150 वीं जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में न्याय एवं शांति के लिए वैश्विक, जय जगत पदयात्रा 2 अक्टूबर,2019 को महात्मा गांधी की समाधि राजघाट में गांधी जी को नमन व प्रार्थना करके दिल्ली से प्रारंभ होकर 2 अक्टूबर,2020 को संयुक्त राष्ट्र संघ के मुख्यालय जिनेवा में समाप्त होगी।इसकी प्रमुख उद्देश्य है कि गरीबी उन्मूलन हो,हिंसा मुक्त इंसान,समानता एवं न्याय तथा जलवायु परिवर्तन। दिल्ली के राजघाट से शुरू हुई 'जय जगत 2020' यात्रा हरियाणा, उत्तरप्रदेश और राजस्थान से होते हुए मध्यप्रदेश के मुरैना जिले के बाद श्योपुर जिले की विजयपुर तहसील पहुंची। इस बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ जी के द्वारा पदयात्रियों को सम्मानित किया गया।इसके बाद विजयपुर तहसील कस्बे में जैसे ही जय जगत के साथियों ने कदम रखा, तो विश्व शांति के नारों से कस्बा गूंज उठा। जय जगत यात्रा में शामिल सभी 50 साथियों का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया। जय जगत पदयात्रा महात्मा गांधी के 150 वे जन्म शताब्दी वर्ष में एकता परिषद के संस्थापक गांधीवादी राजगोपाल पी.व्ही.के नेतृत्व में प्रारंभ की गई। श्योपुर जिले के गढ़ी गांव में सैकड़ों ग्रामवासियों ने यात्रा का स्वागत किया।  यह यात्रा भारत से विश्व की राजधानी जिनेवा तक जाएगी। 120 दिन पग-पग कर जय जगत यात्रा महात्मा गांधी की कर्मभूमि सेवाग्राम वर्धा महाराष्ट्र पहुंचेगी वहां से 50 जय जगत यात्री ईरान जाएंगे जहां से जिनेवा के लिए पैदल यात्रा को जारी रखेंगे।शांति अहिंसा के संदेश को ले जाने वाली यात्रा के माध्यम से महात्मा गांधी के सामाजिक, आर्थिक विकास की स्थापित करना है। यात्रा के श्योपुर जिले की सीमा में पहुंचने पर डॉ. रणसिंह परमार राष्ट्रीय अध्यक्ष एकता परिषद, श्योपुर विधायक बाबू जंडेल, पूर्व विधायक बावूलाल मेवरा, लखमीचंद कुशवाह , श्रीधर गुर्जर अंशुमन रावत भी शामिल हुए। गढ़ी ग्राम के रघुनंदन कुशवाह नरेन्द्र सिंह जादौन, उदय कुशवाह, परीक्षत धाकड़ जिला पंचायत सदस्य, श्रीधर गुर्जर ब्लॉक अध्यक्ष, रामदत्त तोमर, जयप्रकाश पचौरी, सोनू रावत, मनीष गोयल, अमित, बदन सिंह रावत जनपद अध्यक्ष ने यात्रा का स्वागत किया। बता दे कि पदयात्रियों को चल-चल कर जिनेवा पहुंचना है. जी कई देशों को पारकर प्रसिद्ध गांधीवादी राजगोपाल के नेतृत्व में जिनेवा जाना है।पदयात्रा के दरम्यान भाषण और गीत प्रस्तुत की जाती है।उन गीतों में एक गीत है 'जय जगत की धरती माता हम सब है उसकी संतान' बहुत ही संदेशदायक सिद्ध हुआ.तू हिंदू तू मुसलमान के नारा से हटकर जय जगत का नारा है सारा संसार हमारा है का नारा लगता है।बंदूक नहीं कुदाल चाहिए हर हाथ को काम चाहिए की चर्चा होती है।

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