जयनगर/ मधुबनी (अनुराग कुमार) जिले के जयनगर रेलवे परिसर ओर आसपास की जमीनों को रेलवे प्रशासन ने आइडब्लू और स्थानीय अनुमंडल पुलिस प्रशासन के सहयोग से खाली कराया गया। वहीं, इस जगहों पर बसे सैकड़ों लोग घोर निराश दिखे, उनके आंखों में आँशु ओर सरकार के इस कार्य के प्रति भयंकर गुस्सा ओर रोष व्याप्त दिखाई दिया। उनका कहना था कि सरकार बसा नही सकती तो उजाड़ क्यों रही है? और जब रोजगार दे नही सकती तो हमारे रोजगार को छीन क्यों रही है? इस मौके पर दंडाधिकारी पदाधिकारी सह जयनगर अंचल पदाधिकारी संतोष कुमार, आइडब्लू के पदाधिकारी दिनेश कुमार, जयनगर जीआरपी थानाध्यक्ष विनोद राम, जयनगर आरपीएफ प्रभारी नागेंद्र सिंह, दरभंगा जीआरपी प्रभारी ब्रजेश कुमार, जयनगर अपर थानाध्यक्ष सत्यनारायण सारंग, देवधा थानाध्यक्ष राजकिशोर कुमार के नेतृत्व में यह अभियान चला कर अतिक्रमण मुक्त कराया गया। इस कार्य को लेकर जयनगर अनुमंडल पदाधिकारी शंकर शरण ओमी ने जयनगर अंचल अधिकारी को इस कार्य हेतु मधुबनी जिलाधिकारी के निर्देशानुसार मजिस्ट्रेट बनाया है। वहीं जानकारी देते हुए आइडब्लू के पदाधिकारी विनोद कुमार ने बताया कि इस बाबत कई महीने पहले से ही नोटिस जारी कर सूचित किया जा रहा था, आज फाइनली हमलोग मधुबनी जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक से बात करके स्थानीय प्रशासन और रेलवे प्रशासन की मदद से अतिक्रमित किये गए रेलवे की जमीनों को अतिक्रमण मुक्त कराया जा रहा है। कुछ लोगों ने स्वेक्षा से जमीन को अतिक्रमण मुक्त कर दिया है, वहीं कुछ जगहों पर जेसीबी की मदद से अतिक्रमण मुक्त कराया जा रहा है। किसी भी इस्तिथि से निपटने को लेकर पर्याप्त संख्या ने पुलिस बल मौजूद है हमारे पास, जो किसी भी परिस्थितियों का सामना करने में सक्षम हैं। वहीं, जानकारी देते हुए मजिस्ट्रेट संतोष कुमार ने बताया कि जयनगर एसडीएम के आदेश पर मुझे इस कार्य करने हेतु दंडाधिकारी नियुक्त किया गया है। और मेरी जिम्मेदारी है, कि सब कुछ सही तरीके से हो जाए। इस मौके पर भारी संख्या में स्थानीय पुलिस के जवान और रेलवे प्रशासन के कर्मी ओर जवान मौजूद थे। वहीं, इस बात से लोगों में भयंकर गुस्सा है कि हम गरीब है इसलिए जोर-जबरदस्ती करते हुए हमलोगों को बेरोजगार ओर घर-विहीन किया जा रहा है। एक तरफ आज सरकार हमें बेरोजगार बना रही है। वहीं, हमारे रोजगार को भी आज हमसे छीना जा रहा है। हम ग़रीबों की कोई नही सुनता है। ना तो सरकार हमें जीने दे रही है और आज खुले आसमान के नीचे मरने के लिए छोड़ दे रही है। इस बात से इत्तेफाक रखने वाले सैकड़ों लोग इस बात से आँशु बहाते दिखे इस अभियान के दौरान लोग सरकार और प्रशासन को जमकर कोसा रहे थे।
जयनगर/ मधुबनी (अनुराग कुमार) जिले के जयनगर रेलवे परिसर ओर आसपास की जमीनों को रेलवे प्रशासन ने आइडब्लू और स्थानीय अनुमंडल पुलिस प्रशासन के सहयोग से खाली कराया गया। वहीं, इस जगहों पर बसे सैकड़ों लोग घोर निराश दिखे, उनके आंखों में आँशु ओर सरकार के इस कार्य के प्रति भयंकर गुस्सा ओर रोष व्याप्त दिखाई दिया। उनका कहना था कि सरकार बसा नही सकती तो उजाड़ क्यों रही है? और जब रोजगार दे नही सकती तो हमारे रोजगार को छीन क्यों रही है? इस मौके पर दंडाधिकारी पदाधिकारी सह जयनगर अंचल पदाधिकारी संतोष कुमार, आइडब्लू के पदाधिकारी दिनेश कुमार, जयनगर जीआरपी थानाध्यक्ष विनोद राम, जयनगर आरपीएफ प्रभारी नागेंद्र सिंह, दरभंगा जीआरपी प्रभारी ब्रजेश कुमार, जयनगर अपर थानाध्यक्ष सत्यनारायण सारंग, देवधा थानाध्यक्ष राजकिशोर कुमार के नेतृत्व में यह अभियान चला कर अतिक्रमण मुक्त कराया गया। इस कार्य को लेकर जयनगर अनुमंडल पदाधिकारी शंकर शरण ओमी ने जयनगर अंचल अधिकारी को इस कार्य हेतु मधुबनी जिलाधिकारी के निर्देशानुसार मजिस्ट्रेट बनाया है। वहीं जानकारी देते हुए आइडब्लू के पदाधिकारी विनोद कुमार ने बताया कि इस बाबत कई महीने पहले से ही नोटिस जारी कर सूचित किया जा रहा था, आज फाइनली हमलोग मधुबनी जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक से बात करके स्थानीय प्रशासन और रेलवे प्रशासन की मदद से अतिक्रमित किये गए रेलवे की जमीनों को अतिक्रमण मुक्त कराया जा रहा है। कुछ लोगों ने स्वेक्षा से जमीन को अतिक्रमण मुक्त कर दिया है, वहीं कुछ जगहों पर जेसीबी की मदद से अतिक्रमण मुक्त कराया जा रहा है। किसी भी इस्तिथि से निपटने को लेकर पर्याप्त संख्या ने पुलिस बल मौजूद है हमारे पास, जो किसी भी परिस्थितियों का सामना करने में सक्षम हैं। वहीं, जानकारी देते हुए मजिस्ट्रेट संतोष कुमार ने बताया कि जयनगर एसडीएम के आदेश पर मुझे इस कार्य करने हेतु दंडाधिकारी नियुक्त किया गया है। और मेरी जिम्मेदारी है, कि सब कुछ सही तरीके से हो जाए। इस मौके पर भारी संख्या में स्थानीय पुलिस के जवान और रेलवे प्रशासन के कर्मी ओर जवान मौजूद थे। वहीं, इस बात से लोगों में भयंकर गुस्सा है कि हम गरीब है इसलिए जोर-जबरदस्ती करते हुए हमलोगों को बेरोजगार ओर घर-विहीन किया जा रहा है। एक तरफ आज सरकार हमें बेरोजगार बना रही है। वहीं, हमारे रोजगार को भी आज हमसे छीना जा रहा है। हम ग़रीबों की कोई नही सुनता है। ना तो सरकार हमें जीने दे रही है और आज खुले आसमान के नीचे मरने के लिए छोड़ दे रही है। इस बात से इत्तेफाक रखने वाले सैकड़ों लोग इस बात से आँशु बहाते दिखे इस अभियान के दौरान लोग सरकार और प्रशासन को जमकर कोसा रहे थे।
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