जमशेदपुर में एक बच्चे को बेचने की खबर से पुलिस और चाइल्ड वेलफेयर कमिटी की टीम दिनभर परेशान रही. घटना के घंटों बाद पुलिस को पता चला कि बच्चा अपने मां के ही पास है. फिलहाल पुलिस आरोपी को कब्जे में लेकर पूछताछ कर रही है.
जमशेदपुर (आर्यावर्त संवाददाता) बागबेड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत टाटानगर रेलवे स्टेशन के बाहर 1 माह के बच्चे को बेचने की खबर से सनसनी मच गई. बच्चे की खोज के लिए दिनभर पुलिस प्रशासन और चाइल्ड वेलफेयर कमिटी की टीम जांच में जुटी रही. घंटों मशक्कत के बाद पुलिस को पता चला कि बच्चा अपने मां के ही पास है. महिला ने बताया कि उसने बच्चे को नहीं बेचा है. वहीं आरोपी युवक ने कहा कि बच्चे की तबीयत खराब थी और वह उसे इलाज कराने के लिए अस्पताल ले गया था. महिला के बयान पर युवक के खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया है, लेकिन चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के पदाधिकारी ने बताया कि आरोपी निर्दोष है. उसे सजा न हो इसके लिए कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने बताया कि बच्चा और उसकी मां को सेंटर में रखा जाएगा और उनकी परवरिश की जाएगी जानकार सूत्रों के अनुसार मंगलवार के दिन टाटानगर रेलवे स्टेशन के बाहर मुख्य सड़क किनारे रहने वाली एक महिला अपने 1 माह के बच्चे के साथ बैठी हुई थी. उसका बच्चा बीमार था, जिसपर रेलवे में साफ-सफाई करने वाले एक कर्मचारी की नजर उस पर पड़ी. उसने देखा कि बच्चे की तबीयत खराब है और वह बच्चे की मां से पूछ कर बच्चे को अपने साथ इलाज के लिए अस्पताल ले गया. इलाज के बाद उसने बच्चे को उसकी मां के हवाले कर दिया. बुधवार की सुबह बच्चा बेचने की खबर पूरे शहर में चर्चा का विषय बन गया. मामले में जिला प्रशासन की टीम बच्चे के साथ उसकी मां को लेकर थाना पहुंची, जहां पूछताछ के दौरान यह बात सामने आई कि बच्चे को युवक ने खरीदा ही नहीं था और न ही बच्चे का अपहरण हुआ था. वहीं इस घटना की जांच चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की टीम ने शुरू कर दी है. महिला और उसके बच्चे को इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है. इस दौरान समय-समय पर महिला अपना बयान बदलती रही. सघन पूछताछ के बाद यह बाद सामने आई कि महिला 1 महीना पहले सदर अस्पताल में भर्ती थी, उसने बच्चे को जन्म देने के बाद बिना सूचना दिए अस्पताल से फरार हो गई थी, जबकि उसके खिलाफ थाना में मामला दर्ज किया गया था. चाईल्ड वेलफेयर कमेटी के पदाधिकारी डॉ चंचला कुमारी ने बताया कि महिला ने यह बताया है कि उसने बच्चे को नहीं बेचा है, बल्कि अपनी मर्जी से उसने युवक को दिया था और युवक ने उसके बच्चे को वापस कर दिया था. उन्होंने कहा है कि इस मामले में जिस युवक को हिरासत में लिया गया है, उस पर लगाए गए आरोप गलत हैं.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें