अतिक्रमण हटाओ मुहिम मे एसडीएम ने किया नगर का पैदल भ्रमण नगरवासीयो ने देर रात मुलाकात कर नगर नही उजाडने का किया निवेदन
पारा। मध्यप्रदेश शासन कि शासकिय भुमि पर अतिक्रमण हटाने कि मुहिम की आंच आम नागरिको के मकानो तक पहुच गई। परिणाम लामबंद हुवे नागरिको ने नगर के दौरे पर आए अनुविभागीय अधिकारी राजस्व मे मुलाकात कर अपनी बात रखी व नगर नही उजाडने का आश्वासन लिया। प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही अतिक्रमण हटाने कि कारवाही के चलते ग्राम पंचायत पारा मे भी अतिक्रमण हटाने की अभीयान जिल प्रशासन द्वारा चलाया जा रहा है। जिसके चलते राजस्व अमले ने सडक से मध्य से 26 फिट दोनो ओर की नपती कर नगर के लगभग आधे से ज्यादा मकानो पर रेड क्रास के निशास लगार यह बताने का प्रयास किया कि उक्त मकान का भी कुछ भाग ने शासकिय भुमी पर अतिक्रमण कर रखा हे। जिसको लेकर पारा नगर के नागरीको की निंद हराम होगई। हर कोई अपनी गाडी कमाई के पैसो से जीवन एक बार मकान बनाता है। बावजुद इसके 50 -60 सालो के बाद अचानक कोई यह कहे कि यह भवन अतिक्रमण मे हे उसका क्या हाल होगा। इसी सब घटना क्रम के चलते गत दिवस पारा नगर के दोरे पर आए अनुविभागीय अधिकारी राजस्व अभयसिह खराडी से नगर के करिब पांच सो से भी ज्यादा नागरीको ने कांग्रेस के सलेल पठान व राकेश कटारा ने नेतृत्व मे मुलाकात की व सारी स्थिती से अवगत कराया। नागरीको ने बताया कि उनके मकान पचास साठ साल पुराने हे जोकि पारा नगर मे लोक निर्माण विभाग द्वारा सडक निर्माण के पुर्व के हे। राजस्व अमले ने नगर मे जो रेड क्रास निशान राजगढ रोडो ,बस सटेण्ड,बोरी रोड,झाबुआ रोड पर लगाए हे उससे गांव के आधे से भी ज्यादा मकान हे इस प्रकार के हालात के चलते तो पारा नगर ही उजड जायेगा। जब कि शासन के स्पष्ट निर्देश हे कि अतिक्रमण हटाओ मुहिम उन भु माफिया के खिलाफ हे। जिन्होने शासकिय भुमि पर कब्जा कर रखा हे न कि भु-स्वामीयो के खिलाफ। इस पर एसडीएम श्री खराडी ने कहा कि अतिक्रमण हटाने कि जो भी कारवाही कि जावेगी वह सभी पक्षो को ध्यान मे रख कर होगी। केवल शासकिय भुमि को अतिक्रमण मुक्त करावाया जावेगा। इससे पुर्व देर शाम को पारा नगर पहुचे एसडीएम ने झाबुआ रोड से लेकर बस स्टेण्ड, सिचाई कालोनी ,बुनियायदी प्राथमिक शाला स्कुल,सदर बाजार बालक हायर सैकेन्ड्री स्कुल, बोरी रोड, राणापुर रोड का पैदल निरिक्षण किया व पटवारी से शासकिय भुमी, भवनो व शासकिय भुमी पर हुवे अवेध अतिक्रमण की जानकारी ली।
फनकार संस्था द्वारा किया गया अभिनव आयोजन नगर की प्रतिभाओ ने एक से बढकर एक प्रस्तुतिया दी
झाबुआ । नगर की प्रतिभाओ को एक मंच पर लाकर उनकी नैसर्गिक गुणो को प्रोत्साहित करने तथा भविष्य में उनकी हौसला अफजाई को लेकर नगर की फनकार संस्था द्वारा रविवार को बी 4 सिनेमा सभाकक्ष में रंगारंग आयोजन की नगर में काफी प्रशंसा की जा रही है। फनकार संस्था की कुमारी भूमिका डोशी, यग्नेश, एवं डाॅली ने जानकारी देते हुये बताया कि नगर में युवा एवं बाल वर्ग मे सांस्क ृतिक एवं विभिन्न क्षेत्रो में दक्षता को लेकर कार्यक्रम का सांयकाल 5 बजे से अभिनव आयोजन किया गया। बनाये गये मंच पर बच्चो एवं युवा वर्ग द्वारा जिसमें बडी संख्या में बालिकाओ ने भी अपनी प्रतिभा से लोगो की काफी तालिया बटोरी। इस आयोजन में मौलिक कविताये, गायन, शास्त्रीय संगीत, शास्त्रीय नृत्य, एवं पाश्चात्य नृत्य के साथ विभिन्न संगीत वाद्य यंत्रो, शेर ओ शायरी, आदि की एक से बढकर एक प्रस्तुति दीं। संस्था की भूमिका डोशी ने जानकारी देते हुये बताया कि जलज पांडे, मिहिर , आसिफ, नेहा, तारिफ , ताहा अलिखान, गरीमा सोनी, दर्शन, ने कविता के माध्यम से अपनी भावनाएं व्यक्त की। वही सागर पटेल, विश्वास, विनय,अयाज ने अपनी आवाज मे शास्त्रीय एवं पारंम्परिक गीतो से सभी का मन मोह लिया वही नन्ही बालिका अवनी भावसार ने अपने कोकिल कंठ से गीत की प्रस्तुति देकर श्रोताओ का भरपूर मनोरंजन किया। मंजीत, खुशी, महक, समिक्षा, रितिक, राहुल,एवं सुरेश ने शास्त्रीय एवं गैर शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुत करके वातावरण को खुशनुमा बना दिया। वाद्य यंत्रो के माध्यम से की-बोर्ड तनिष्क भूरिया, शुभ जैन द्वारा गिटार पर तथा हारमोनिया पर विश्वास शाह ने अपनी प्रस्तुति देकर नगर का नाम रोशन किया। फनकार कार्यक्रम में जहां गीत संगीत की बयार बही वही पवन द्वारा प्रस्तुत काॅमेडी ने सबको हसा हसा कर लौट पोट कर दिया। सुश्री भूमिका डोषी के अनुसार 3 घंटे तक चले इस अभिनव एवं अनुकरणीय कार्यक्रम मेें बडी संख्या में नगर के गणमान्यजनो ने भाग लियां। वही मातृ शक्ति ने युवाओ एवं बच्चो की हौसला अफजाई करने मे कोई कमी नही रखी। उन्होने बताया कि नगर में फनकार संस्था का यह प्रथम आयोजन था जिससे नगर वासियो का अच्छा प्रतिसाद मिला। भविष्य में भी संस्था जन भावनाओ को देखते हुये ओर भी अधिक आकर्षक आयोजन संमय समय पर करती रहेगी।
समयावधि पत्रो की समीक्षा बैठक संपन्न
झाबुआ । कलेक्टर श्री प्रबल सिपाहा की अध्यक्षता में समयावधि पत्रो की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में डिप्टी कलेक्टर श्री एलएन गर्ग, डिप्टी कलेक्टर ज्योति परस्ते सहित जिला अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में समयावधि पत्र, सीएम हेल्पलाइन, जनषिकायत, जनसुनवाई, जनमित्र, पीएमपीजी, आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम एवं माननीय मुख्यमंत्री जी के भ्रमण के दौरान प्राप्त आवेदनो की आवेदनवार/विभागवार समीक्षा की गई। लंबित प्रकरणो का संतुष्टिपूर्वक निराकरण करने के निर्देष सभी संबंधित अधिकारियो को कलेक्टर श्री सिपाहा ने दिये। सभी अधिकारियो को निर्देषित किया गया कि जनसुनवाई, आपकी सरकार आपके द्वार, सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणो का निराकरण प्राथमिकता से करे। निराकरण के समय आवेदक से चर्चा करे, साथ ही मौके पर जाकर यथा वस्तु स्थिति की पूरी जानकारी के साथ समाधानकारक जवाब पोर्टल पर अपलोड करे। आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के दौरान प्राप्त हुए आवेदनो का निराकरण पोर्टल पर दर्ज करे। सभी जिला अधिकारी अपने अधीनस्थ ब्लाक एवं ग्रामीण स्तरीय कार्यालयो का निरीक्षण कर व्यवस्थाए सुनिष्चित करे एवं भ्रमण प्रतिवेदन कलेक्टर कार्यालय को उपलब्ध करवाना सुनिष्चित करे। जिला अधिकारी अपने भ्रमण पर ग्राम पंचायतो में हेल्पलाईन के नम्बर जो ग्राम पंचायतो एवं षासकीय भवनो पर जो लिखे गये है, उन्हे देखे एवं नही होने पर तत्काल इन हेल्पलाईन के नम्बर अनिवार्य रूप से लिखने के निर्देष दे। इस दौरान यदि कोई बच्चे कुपोषित दिखे या बाल मजदूर कार्य करते हुए दिखाई दे तो तत्काल संज्ञान में लेकर कार्यवाही सुनिष्चित करेगे। कलेक्टर महोदय द्वारा 26 जनवरी 2020 की तैयारी के संबंध में विभागवार समीक्षा की गई। सभी जिला अधिकारी झांकी के संबंध में अपनी टीप अनिवार्य रूप से मंगलवार को प्रस्तृत करेगे।
स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 तिमाही रेंकीग में नगर पालिका झाबुआ प्रदेष में 5वे स्थान पर
झाबुआ । मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्री एलएस डोडियार ने एक जानकारी के दौरान बताया कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 के अंतर्गत स्वच्छता एवं नागरिको की प्रतिक्रिया का मुल्यांकन तिमाही रूप में किया गया जिसमें माह अप्रेल 2019 से जून 2019 एवं जुलाई 2019 से माह सितम्बर 2019 की मुल्यांकन रिपोर्ट में प्रथम तिमाही में झाबुआ नगर पालिका स्वच्छता रेंकीग में म.प्र. में 5वे स्थान पर तथा भारत के पष्चिम झोन में 25वे स्थान पर रही इसी प्रकार द्वितीय तिमाही में म.प्र. में 5वे स्थान पर तथा भारत के पष्चिम झोन में 47वे स्थान पर रही है। इस परिणाम से प्रसन्न होकर नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती मन्नु बेन डोडियार उपाध्यक्ष श्रीमती रोषनी डोडियार एवं समस्त पार्षदगणो ने नगर पालिका टीम को बधाई प्रेषित की है। अध्यक्ष श्रीमती मन्नु बेन डोडियार एवं मुख्य नगर पालिका अधिकारी द्वारा बताया गया कि तिमाही का अंतिम चरण माह अक्टूबर से दिसम्बर 2019 की रिपोर्ट आना षेष है तथा 4 जनवरी से 31 जनवरी 2020 तक स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 का सर्वे प्रारम्भ हो रहा है। नगर में इसकी तैयारी के लिये डिवायडरो पर रंग रोगन, वृक्षारोपण, फव्वारो को चालू करवाने, नाले नालीयो पर जाली लगाने, वाल पेटिंग, सत्रिकालीन सफाई आदि कार्य युध स्तर पर किये जा रहे है। नगर पालिका अध्यक्ष द्वारा नागरिको से अपील की जा रही है कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 से 7 प्रष्न पूछे जायेगे जिसके उत्तर नागरिको को दिये जाना है। इन्ही प्रष्नो पर मुल्यांकन होगा। क्या आप जानते है कि आपका षहर स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में भाग ले रहा है। आप षहर में अपने आसपास की स्वच्छता को अपने पिछले छह महिने के अनुभव के आधार पर 200 मे से कितने अंक देना चाहेगे। आप षहर में सार्वजनिक और व्यवसायिक क्षेत्र की स्वच्छता को पिछले छह महिने के अनुभव के आधार पर 200 मे से कितने अंक देना चाहेगे। क्या आपसे कचरा संग्राहक द्वारा सूखा गीला अलग-अलग देने के लिये कहाॅ जाता है। क्या आपके षहर में सडको के डिवाईडर पौधो या हरी घास से ढके हुए है। टाप षहर में सार्वजनिक षौचालयो की स्वच्छता को अपने पिछले छह महिने के अनुभव के आधार पर 200 मे से कितने अंक देना चाहेगे। क्या आपको षहर के ओडीएफ अर्थात खुले में षौच से मुक्त या जीएफसी अर्थात कचरा मुक्त षहर के स्टेटस के बारे में जानकारी है। उक्त प्रष्नो के सही सही एवं पूर्ण उत्तर देकर झाबुआ नगर पालिका को स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में नम्बर 1 बनाने में पूर्ण सहयोग प्रदान करे।
जिला स्तरीय किसान मित्र/कृषक बन्धू चयन हेतु कार्यषाला का आयोजन
झाबुआ । देष के अधिकांष जनसमुदाय की आजिविका का साधन खेती किसानी है। जब तक हमारे क्षेत्र का किसान खेती किसानी में उन्नत तकनीक का प्रयोग नही करेगा, तब तक खेती लाभ का उद्यम साबित नही हो सकता। बेहतर उन्नत तकनीक उपयोग करने के साथ-साथ किसानो के बीच उद्यमषीलता का बीजारोपण भी किया जाना आवष्यक है। खेती किसानी में बढती चुनौतीयो और मौसम की समय-बेसमय प्रतिकूलताओं और अनिष्चिताओ के मद्देनजर किसान को नवीनतम उन्नत तकनीक से दक्ष होना ही एकमात्र विकल्प होगा। वैज्ञानिक अनुसंधानो के फलस्वरूप विकसीत नवीन उन्नत तकनीक किसानो के बीच तत्परता से पहुंचाने के लिये शासन द्वारा प्रत्येक दो ग्रामो के स्तर पर स्वेच्छा से कार्य करने वाले किसानो को कृषक बंधू के रूप में नियोजित करने का निर्णय लिया है। उक्त उद्गार इन्दौर संभाग के संयुक्त संचालक श्री रेवासिंह सिसोदिया ने कृषि विज्ञान केन्द्र के हाॅल में आयोजित कृषक बन्धू कार्यषाला में दिये। शासन के निर्देषानुसार ग्रामीण स्तर पर कृषक एवं प्रसार तंत्र के बीच जीवन्त संबंध स्थापित करने की दृष्टि से दो आबाद ग्रामों पर एक किसान मित्र/कृषक बन्धू का स्वप्रेरणा से कार्य करने हेतु नये सिरे से चयन प्रक्रिया हेतु एक दिवसीय कार्यषाला कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रषिक्षण हाॅल में आयोजित की गयी। कार्यषाला में संयुक्त संचालक, किसान कल्याण तथा कृषि विकास इन्दौर संभाग ने विभागीय अमले से किसान मित्र/कृषक बन्धू चयन की रूपरेखा के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा कर कार्यवाही सुनिष्चित करने हेतु निर्देषित किया। कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डाॅ. आई.एस. तोमर तथा उप संचालक कृषि श्री एन.एस.रावत द्वारा कृषक बन्धूओ के चयन में पूर्ण पारदर्षिता रखने एवं चयन शर्तो के संबध में विस्तारपूर्वक चर्चा की। कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डाॅ. आई.एस. तोमर ने किसान बन्धू की प्रासंगिकता और महत्ता पर प्रकाष डाला। डाॅ. तोमर ने किसान बन्धू चिन्हांकन में बरती जाने वाली सावधानियां और उनकी भूमिका पर विस्तार से चर्चा की। उप संचालक श्री एन.एस.रावत ने कार्यषाला को संबोधित करते हुए मैदानी अमले से कहा कि-ग्रामीण स्तर पर कृषक समुदाय के बीच स्वेच्छिक रूप से कार्य करने वाले षिक्षित किसानो को चिन्हांकन में प्राथमिकता देवें। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उप संचालक आत्मा श्री जी.एस.त्रिवेदी ने योजना के उद्देष्य पर विस्तृत जानकारी दी जाकर दिनांक 10 जनवरी 2020 तक चयन प्रक्रिया पूर्ण करने हेतु सहायक अमले से चर्चा की गईं। प्रत्येक दो ग्रामो के बीच एक कृषक स्वप्रेरणा से किसानो के बीच उन्नत तकनीक और शासन की योजनाओ का प्रचार-प्रसार का कार्य करने वाले किसानो को चिन्हांकित किया जाना है। शासन के निर्देषानुसार ग्रामीण स्तर पर कृषक एवं प्रसार तंत्र के बीच जीवन्त संबंध स्थापित करने की दृष्टि से दो आबाद ग्रामों पर एक किसान मित्र का स्वप्रेरणा से कार्य करने हेतु चिन्हांकन प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। शर्तेः- पूर्व से चयनित कृषक मित्रों को पृथक कर, नये सिरे से दो आबाद ग्रामों के मध्य से, एक कृषक का चयन किया जाना है। प्रत्येक दो आबाद ग्रामों में से एक कृषक बन्धू के रूप में चयन किया जाना है। कृषक बन्धू का चयन में 30 प्रतिषत महिला कृषकों को प्राथमिकता दी जायेगी। कृषक बन्धू किसी भी शासकीय/अर्द्धषासकीय अथवा किसी लाभ के पद पर न हो। कृषक बन्धू की आयु 25 वर्ष से अधिक हो, ग्राम का निवासी हो एवं स्वयं के नाम पर कृषि भूमि हो। कृषक बन्धू हाईस्कुल (10वीं) पास होना अनिवार्य है। कृषक बन्धू पर किसी भी प्रकार का आपराधिक प्रकरण में दोष सिद्ध न हो। चिन्हांकित कृषको का ग्राम स्तर पर ग्राम सभा में चर्चा के आधार पर प्रस्तावित नामों का विकासखण्ड स्तर पर कृषक बन्धू सूची का अवलोकन पष्चात जिला स्तर पर उपलब्ध कराऐंगे। जिला स्तर पर अंतिम सूची तैयार कर प्रक्रियानुसार अनुमोदन प्राप्त कर अंतिम चयन सूची जारी होगी। पच्चीस वर्ष से अधिक आयु के शिक्षित कृषक जो स्वप्रेरणा से अपने ग्रामो में किसान समुदाय के कल्याण के लिये कार्य करने के इच्छुक हो वे ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी अथवा विभाग के खण्ड स्तरीय कार्यालय से सम्पर्क कर निर्धारित प्रपत्र में आवेदन भरकर ग्राम सभा से अनुमोदन उपरान्त प्रस्तुत कर सकते है। कार्यक्रम में जिले के समस्त अनुविभागीय कृषि अधिकारी, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी, कृषि विकास अधिकारी, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, आत्मा के सहायक तकनीकी प्रबंधक एवं विभाग के अन्य अधिकारी/कर्मचारी, कृषि विज्ञान केन्द्र के डाॅ. विनय सिंह, डाॅ. चंदनसिंह, डाॅ. जगदीष मोर्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन श्री विलास पाटिल, सहायक संचालक ने किया तथा आभार प्रदर्षन श्री एम.एस.धार्वे उप परियोजना संचालक आत्मा द्वारा किया गया।
जिला पंचायत की सामान्य सभा बैठक 9 जनवरी 2020 को
झाबुआ । जिला पंचायत की सामान्य सभा बैठक 9 जनवरी 2020 को आयोजित की जाएगी। जिसमें जिला पंचायत के सभी सदस्य उपस्थिति हेतु पत्र जारी किया गया है। जिसके एजेण्डे में जैव विविधता प्रबंधन समिति के गठन, जिला पंचायत को प्राप्त दिनदयाल उपाध्याय पुरूस्कार राषि से दुकानो के निर्माण पर चर्चा, महिला बाल विकास विभाग की समीक्षा, अन्य विषय मा. अध्यक्ष की अनुमति से चर्चा होगी। यह बैठक दोपहर 3 बजे जिला पंचायत सभाकक्ष में आहूत की गई है।
बाल संरक्षण सप्ताह 6 जनवरी से 11 जनवरी 2020 के संबंध में कार्यषाला
झाबुआ । कलेक्टर श्री प्रबल सिपाहा की अध्यक्षता में बाल संरक्षण सप्ताह के संबंध में कार्यषाला आयोजित की गई। बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास श्रीमती सुषमा भदौरिया, डिप्टी कलेक्टर श्री एलएन गर्ग, डिप्टी कलेक्टर ज्योति परस्ते सहित जिला अधिकारी उपस्थित थे। इस कार्यषाला में पीपीटी के माध्यम से बच्चो का संरक्षण कैसे करे। बच्चो की परिभाषा जिसमें संयुक्त राष्ट्र बाल अधिकार समझौता (अनुछेद-1) 18 वर्ष से कम उम्र के व्यक्ति को एक बच्चे के रूप में परिभाषीत करता है एवं किषोर न्याय (बालको की देखरेख और संरक्षण) अधिनियम, 2015 (धारा-12), के अनुसार एक बच्चे का अर्थ एक ऐसे व्यक्ति को जिसने 18 वर्ष की आयु पूरी नही की है। कार्यषाला मे बाल अधिकार क्या है,बाल संरक्षण, बच्चो की सुरक्षा का अधिकार का उल्लंघन जिसमें बालयोन षोषण, बाल श्रम, बंधुवा मजदूरी, सडक पर रहना, अनाथ, परित्यक्त, बाल विवाह, षारीरिक दण्ड, हिंसा, बाल तस्करी, बाल भिक्षावृति आदि के संबंध मे चर्चा की गई। जिला अधिकारियो द्वारा अपने भ्रमण के समय इस तथ्यो को ध्यान में रखकर आवष्यक कार्यवाही भी सुनिष्चित करेगे।
सेवा निवृत्त कर्मचारियो के लम्बित दावो के निराकरण हेतु विषेष षिविर के आयोजन 20 जनवरी से 25 जनवरी 2020 तक
झाबुआ । इंदौर संभाग के निर्देषानुसार संभाग के समस्त जिलो में सेवानिवृत्त कर्मचारियो के विभिन्न दावे जैसे वेतन निर्धारण, अवकाष नगदीकरण, परिवार कल्याण निधि/समूह बीमा, सा.भ.नि /विभागीय भविष्य निधि, पेंषन भुगतान आदेष, ग्रेज्यूटी आदि के लम्बित दावो के त्वरित एवं समय सीामा में निराकरण हेतु जिला पेंषन कार्यालयो में विषेष षिविरो का आयोजन जिलेवार किया जावेगा। झाबुआ जिले में 20 जनवरी से 25 जनवरी 2020 तक षिविर का आयोजन किया जाएगा। जिले के समस्त कार्यालय प्रमुखो को ऐसे समस्त लम्बित प्रकरण षिविर में प्रस्तृत करवाने एवं निराकृत करवाने हेतु निर्देष जारी किये गये है। षिविरा में जिले के कोषालय का दल भी षिविर में उपस्थित रहेगा। षिविर पर्यवेक्षण संभागीय संयुक्त संचालक कोष एवं लेखा तथा संभागीय पेंषन अधिकारी इंदौर संभाग द्वारा किया जाएगा। इस षिविर का अधिक से अधिक लाभ सेवानिवृत्त अधिकारी/कर्मचारी लेवे एवं विभागीय अधिकारी अपने सेवानिवृत्त अधिकारी/कर्मचारियो के लंबित पेंषन प्रकरणो का निराकरण करवाने के लिये जिला पेंषन अधिकारी एवं जिला कोषालय अधिकारी श्रीमती ममता चंगोड भी उपस्थित रहेगी।
आदिवासी वर्ग के शैक्षणिक विकास के लिये छात्रवृत्ति वितरण व्यवस्था का सरलीकरण किया
झाबुआ । प्रदेश में आदिवासी वर्ग के शैक्षणिक विकास के लिये छात्रवृत्ति वितरण व्यवस्था का सरलीकरण किया गया है। इस व्यवस्था के अंतर्गत आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा अब पेपरलेस तरीके से एमपीटास (डच्ज्।ैै) सॉफ्टवेयर के माध्यम से छात्रवृत्ति ऑनलाइन वितरित करना आरंभ किया गया है। पोस्ट मेट्रिक छात्रवृत्ति योजना में इस व्यवस्था से इस वर्ष 7 हजार 674 शिक्षण संस्थाओं के 2 लाख 76 हजार 163 विद्यार्थियों को करीब 200 करोड की छात्रवृत्ति उनके बैंक खातों में पेपरलेस तरीके से एमपीटास साफ्टवेयर के माध्यम से ऑनलाइन वितरित की गई है। प्रदेश के 16 लाख 69 हजार 437 आदिवासी विद्यार्थियों को प्री-मेट्रिक छात्रवृत्ति योजना का लाभ दिया गया है। इन विद्यार्थियों के बैंक खातों में 136 करोड की छात्रवृत्ति राशि ट्रांसफर की गई है। आदिवासी विद्यार्थियों को उच्च अध्ययन के लिये विदेश अध्ययन छात्रवृत्ति का लाभ दिलाया जाना भी सुनिश्चित किया गया है । वर्ष 2019 में इस योजना में 7 विद्यार्थियों को 82 लाख की छात्रवृत्ति उपलब्ध कराई गई ।
कोचिंग व्यवस्था
आदिवासी वर्ग के युवा देश के प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रवेश पा सकें, इसके लिये उन्हें जे.ई.ई., नीट, क्लैट की प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिये राज्य शासन ने निरूशुल्क कोचिंग की व्यवस्था की है। वर्ष 2019 में 800 विद्यार्थियों की कोचिंग पर 14 करोड 50 लाख रूपये खर्च किये गये।
कन्या शिक्षा परिसर
जनजाति वर्ग की बालिकाओं की शिक्षा और साक्षरता वृद्धि के लिये भी प्रयास शुरू किये गये हैं। इसके लिये प्रदेश में 82 कन्या शिक्षा परिसर संचालित किये जा रहे हैं। प्रत्येक परिसर की सीट क्षमता 490 है। इस वर्ष परिसर संचालन के लिये करीब 61 करोड का प्रावधान किया गया है।
शिक्षा परिसरों और गुरूकुलम का उन्नयन
प्रदेश में इस वर्ष केन्द्र के सहयोग से 9 कन्या शिक्षा परिसरों और 4 गुरूकुलम आवासीय विद्यालयों का एकलव्य विद्यालय में उन्नयन किया गया है। प्रदेश में संचालित 12 एकलव्य आवासीय विद्यालयों में ऑडिटोरियम निर्माण के लिये 18 करोड से अधिक राशि मंजूर की गई है। प्रदेश में 13 नये एकलव्य विद्यालय खोले गये हैं। विभाग द्वारा संचालित प्रत्येक हाई स्कूल को 2 लाख और प्रत्येक हायर सेकण्ड्री स्कूल को 5 लाख की राशि अधोसंरचना के विकास के लिये जारी की गई है। विभाग के 119 हायर सेकण्ड्री स्कूलों में से 36 में नवीन शाला भवनों के निर्माण और शेष स्कूलों में अतिरिक्त कक्षों के निर्माण के लिये 118 करोड की राशि जारी की गई है। इसी के साथ 43 भवनविहीन छात्रावासों में भवन निर्माण के लिये 91 करोड 65 लाख की राशि जारी की गई है।
राज्य स्तरीय पुरस्कार के लिये आवेदन 31 जनवरी तक
झाबुआ । महिला-बाल विकास विभाग द्वारा कैलेण्डर वर्ष 2018 में महिला अभिरक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कायर्¨ं के लिये राज्य स्तरीय पुरस्कार दिये जाएंगे। विभाग द्वारा संबंधित व्यक्ति/संस्था से 31 जनवरी, 2020 तक आवेदन आमंत्रित किये गये हैं। पुरस्कार संबंधी विस्तृत जानकारी वेबसाइट उचूबकउपे.हवअ.पद पर देखी जा सकती है। महिला (वीरता के लिये) रानी अवंती बाई वीरता पुरस्कार, महिला (समाज सेवा) के लिये राजमाता विजयाराजे सिंधिया समाज सेवा पुरस्कार, समाज सेवा (संस्था/व्यक्ति) के लिये विष्णु कुमार समाज सेवा पुरस्कार, नारी सम्मान की रक्षा के लिये (पुरूष/महिला) मुख्यमंत्री नारी सम्मान रक्षा पुरस्कार, साहसिक कार्य के लिये (पुरूष/महिला) अरूणा शानबाग साहस पुरस्कार तथा महिलाअ¨ं की सुरक्षा हेतु साहसिक कार्य के लिये (पुरूष/महिला) राष्ट्रमाता पद्मावती पुरस्कार दिया जायेगा। राज्य स्तर पर उपर¨क्त प्रत्येक पुरस्कार के रूप में प्रशस्ति पत्र सहित एक लाख रूपये प्रदान किये जायेंगे। मुख्यमंत्री नारी सम्मान रक्षा पुरस्कार के लिये राज्य स्तरीय पुरस्कार के अलावा जिला स्तर पर प्रशस्ति पत्र सहित 50 हजार रूपये पुरस्कार प्रदान किया जायेगा। प्रविष्टि भेजने के लिये आवेदक व्यक्ति/संस्था अपने जिले के जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला-बाल विकास से सम्पर्क कर सकते हैं। आवेदक अपने आवेदन निर्धारित प्रारूप में जिले के कलेक्टर अथवा जिला कार्यक्रम अधिकारी क¨ नियत दिनांक तक प्रस्तुत कर सकते हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें