इरफान बोले : बीजेपी शासन के 5 साल के सभी मामलों की जांच होगी
रांची (आर्यावर्त संवाददाता) पांचवीं झारखंड विधानसभा के पहले सत्र का आखिरी दिन हंगामे की भेंट चढ़ गया. मॉब लिंचिंग के मुद्दे पर सदन में बुधवार को जोरदार हंगामा हुआ. सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोंक-झोंक हुई. कांग्रेस नेता इरफान अंसारी ने भाजपा सरकार पर हत्या का आरोप लगाया, तो भाजपा ने उनसे अपने इस बयान के लिए माफी मांगने की मांग की. सदन में इरफान अंसारी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार ने हत्या की है. पांच साल के दौरान जितनी भी मॉब लिंचिंग की घटनाएं हुईं, नयी सरकार सभी मामलों की जांच करायेगी. इस पर अमर बाउरी ने कहा कि आपके पास सत्ता है. जांच करवाये, लेकिन गुरूर मत रखिये. श्री बाउरी ने कहा कि राष्ट्रवादी ताकतों को कमजोर करने की कोशिश हो रही है. झारखंड के पूर्व मंत्री ने कहा कि सरकार के ऐसे बयान से फिरकापरस्त ताकतों को मजबूती मिलेगी.
बहस के दौरान बगोदर के विधायक ने कहा कि पिछली सरकार ने मॉब लिंचिंग के आरोपियों को माला पहनाया. वहीं, झामुमो विधायक दशरथ गागराई ने कहा कि तबरेज अंसारी की हत्या हुई. इसकी दो बार जांच करायी गयी, लेकिन सरकार ने जांच को प्रभावित किया. श्री गागराई ने तबरेज की मौत की निष्पक्ष जांच की मांग की. उधर, इरफान अंसारी ने कहा कि प्रदेश में बच्चों को शिक्षा देने वाले पारा शिक्षकों पर लाठीचार्ज हुआ. भाजपा की सरकार ने वादा किया था कि झारखंड में उनकी सरकार बनी, तो लोगों के अच्छे दिन आयेंगे. लेकिन, ऐसा नहीं हुआ. इस सरकार ने सभी के साथ छल किया. शिक्षकों पर लाठीचार्ज कराया. उन्होंने कहा कि वह अपने बयान पर अडिग हैं और कभी इसके लिए माफी नहीं मांगेंगे. श्री अंसारी ने कहा कि जनता ने हमें इंसाफ करने के लिए विधानसभा चुनाव में जिताया है. कोई भी मार-पीट करके हमसे जबरन जय श्रीराम का नारा नहीं लगवा सकेगा. झामुमो-कांग्रेस-राजद की जो नयी सरकार बनी है, वह हर विभाग में हुए घोटालों की जांच करायेगी. उन्होंने कहा, ‘हत्यारों को माला पहनायेंगे यह नहीं चलेगा. मैं अपने बयान पर माफी नहीं मांगूंगा.’ श्री अंसारी ने आगे कहा, ‘मैंने आरएसएस और भाजपा को दोषी नहीं कहा. इसमें आरएसएस और भाजपा के कुछ लोग शामिल थे.’ इस पर पूर्व मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता सीपी सिंह ने कहा, ‘इसकी औकात नहीं है कि आरएसएस पर आरोप लगा सके.’ उन्होंने आगे कहा, अगर मैं इरफान को स्लीपर सेल का सदस्य, आतंकी और पाकिस्तानी एजेंट कहूं, तो कैसा लगेगा? श्री सिंह ने कहा कि शब्द अहम हैं. सीपी सिंह के यह कहने पर सत्ता पक्ष के लोगों ने इसका विरोध किया. कांग्रेस नेता आलमगीर आलम ने सीपी सिंह की इस टिप्पणी को कार्यवाही से हटाने की मांग की. उन्होंने कहा कि सीपी सिंह को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए. वहीं, कांग्रेस के एक और वरिष्ठ नेता राजेंद्र सिंह ने स्पीकर से अपील की कि सीपी सिंह के इस बयान को कार्यवाही से हटवा दें और पूर्व मंत्री से अपने बयान के लिए माफी मांगने को कहें. हंगामे की वजह से सदन को 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया.
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