नयी दिल्ली, 21 जनवरी, आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को आठ फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए नयी दिल्ली सीट से अपना नामांकन दाखिल किया। नामांकन पत्र भरने से पहले उन्हें करीब सात घंटे तक निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय में प्रतीक्षा करनी पड़ी। श्री केजरीवाल के नामांकन दाखिल करने से पहले जामनगर हाउस स्थित निर्वाचन अधिकारी कार्यालय परिसर में जमकर हंगामा और नारेबाजी हुई। दरअसल नयी दिल्ली सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पर्चा दाखिल करने वालों की लंबी कतार थी। श्री केजरीवाल दोपहर करीब बारह बजे अपने पिता गोबिंद राम केजरीवाल, मां गीता देवी, पत्नी सुनीता केजरीवाल और पुत्री हर्षिता केजरीवाल के साथ निर्वाचन अधिकारी कार्यालय आए। इस दौरान उनके साथ उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह के अलावा कई अन्य लोग भी थे। मुख्यमंत्री जब निर्वाचन अधिकारी कार्यालय पहुंचे तो उससे पहले 44 उम्मीदवारों को नामांकन के लिए टोकन दिया जा चुका था। श्री केजरीवाल का टोकन नंबर 45 था, लेकिन वह सीधे निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय में चले गए। इसे लेकर पर्चा भरने आए अन्य उम्मीदवारों ने हंगामा और नारेबाजी शुरू कर दी जिसकी वजह से श्री केजरीवाल को नामांकन भरने के लिए कई घंटों तक इंतजार करना पड़ा और वह शाम लगभग सात बजे पर्चा भर कर निर्वाचन अधिकारी कार्यालय से बाहर निकले। आम आदमी पार्टी प्रमुख का निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय में खास आदमी वाले अंदाज को लेकर वहां मौजूद बड़ी संख्या में निर्दलीय उम्मीदवारों को पसंद नहीं आया और उन्होंने नारेबाजी और हंगामा शुरू कर दिया। उनका कहना था कि लोकतंत्र में निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय में पर्चा भरने आने वाला कोई खास नहीं होता है और जिसकी बारी आए, वह उस वक्त ही वह अपना पर्चा दाखिल करे। निर्वाचन अधिकारी कार्यालय परिसर में मौजूद उम्मीदवारों ने जमकर नारेबाजी की और हवा में कागज भी उछाले, इसके बाद श्री केजरीवाल को नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए घंटों इंतजार करने के लिए मजबूर होना पड़ा। उनके माता..पिता करीब तीन घंटे तक वहां रुकने के बाद वापस चले गए। श्री केजरीवाल के पर्चा भरने के लिए घंटों इंतजार कराने पर श्री सिसोदिया और पार्टी के एक अन्य प्रमुख नेता सौरभ भारद्वाज ने भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) पर निशाना साधा। श्री सिसोदिया ने ट्वीट कर भाजपा पर आरोप लगाया,“ बीजेपी वालों! चाहे जितनी साजिश कर लो! अरविंद केजरीवाल को न नामांकन भरने से रोक पाओगे और न ही तीसरी बार दिल्ली का मुख्यमंत्री बनने से .. तुम्हारी साजिशें कामयाब नहीं होंगी।” उन्होंने लिखा, “ बीजेपी ने अरविंद केजरीवाल से पहले आज 45 उम्मीदवार पर्चे भरने के लिए लाइन में लगा दिए,चुनाव अधिकारी जानबूझकर हर उम्मीदवार को आधा या एक घंटा दिए जा रहे हैं, जिनके कागज पूरे नहीं हैं, उसे भी, जिसके प्रस्तावक नहीं हैं, उनको भी, ताकि अरविंद केजरीवाल को पर्चा भरने से रोका जा सके।” श्री केजरीवाल कल रोड शो करने के बाद पर्चा भरने निकले थे लेकिन निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय में समय से नहीं पहुंचने के कारण नामांकन नहीं भर सके थे। नामांकन भरने के लिए पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न तीन बजे तक है। तीन बजे तक जिस भी उम्मीदवार ने निर्वाचन अधिकारी कार्यालय पहुंचकर टोकन ले लिया उसे पर्चा दाखिल करने का मौका दिया जाता है। नयी दिल्ली सीट से आज ही कांग्रेस उम्मीदवार रमेश सब्बरवाल और भाजपा के सुनील यादव ने भी पर्चे भरे हैं। श्री केजरीवाल की संपत्ति हलफनामे संबंधी जानकारी फिलहाल निर्वाचन अधिकारी कार्यालय से नहीं मिल पाई है लेकिन सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री ने कुल दो करोड़ नौ लाख रुपए की संपत्ति घोषित की है। उनके पास दो लाख 26 हजार रुपए की नकदी है जबकि पत्नी के पास 300 ग्राम सोना और 24 ग्राम चांदी है। हलफनामे में गाजियाबाद के कौशांबी में 56 लाख रुपए मूल्य का फ्लैट और हरियाणा के गुरुग्राम में पत्नी सुनीत केजरीवाल के नाम एक करोड़ रुपए की कीमत का फ्लैट भी दर्शाया गया है। इसके अलावा विरासत में मिली 37 लाख रुपए की संपत्ति और चौपहिया के नाम में उपहार में मिली एक वैगन आर कार है। उनकी पत्नी के नाम 41 लाख रुपए का कर्ज भी है। पिछले विधानसभा चुनाव में नामांकन भरने के समय श्री केजरीवाल ने कुल 2.12 करोड़ रुपए की संपत्ति घोषित की थी। इसमें 2.26 लाख रुपए नकद और 92 लाख रुपए जमीन में निवेश किए गए थे। उनकी पत्नी के पास 15.28 लाख रुपए नगद और एक करोड़ रुपए की संपत्ति के अलावा 41 लाख रुपए का कर्ज भी था। इसके अलावा पुत्री के पास 31 हजार रुपए नकद भी दर्शाये गए थे। श्री केजरीवाल वर्ष 2013 और 2015 में हुए नयी दिल्ली विधानसभा चुनाव जीते हैं। 2014 के आम चुनाव में हालांकि वह बनारस से नरेंद्र मोदी के सामने चुनाव मैदान में उतरे थे ,किंतु बुरी तरह हार गए थे। दिल्ली के पिछले दो विधानसभा चुनाव में श्री केजरीवाल ने तीन बार की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को पराजित किया था। इस बार श्री केजरीवाल तीसरी बार नयी दिल्ली सीट से चुनाव मैदान में हैं।
बुधवार, 22 जनवरी 2020
सात घंटे के इंतजार के बाद केजरीवाल भर सके नामांकन
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