राष्ट्रव्यापी हड़ताल का एलआईसी बैंक और डाकघर में व्यापक असर
एलआईसी बैंक आशा उषा सहयोगिनी,डाकघर कर्मचारियों हाथ ठेला सब्जी विक्रेताओं ने की राष्ट्रव्यापी हड़ताल टाउन हॉल के सामने दिया धरना, जिलाधीश को सौंपा ज्ञापन
सीहोर। सीटू और देश के दस बड़े श्रमिक यूनियनों के आह्वान पर बुधवार को एलआईसी बैंक आशा उषा सहयोगिनी कर्मचारियों हाथ ठेला सब्जी विक्रेताओं मजदूर आदि देशव्यापी हड़ताल में शामिल रहे। एलआइसी, डाकघर और बैंकों में कामकाज ठप रहा। देशव्यापी हड़ताल में शामिल हड़तालियों ने कलेक्टोरेट पहुंचकर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञान दिया। धरना प्रदर्शन के दौरान सीटू जिला संयोजक राजीव कुमार गुप्ता ने कहा कि सरकार दुधारू नवरत्न कंपनियों को बेचकर देश को कंगाल करने पर तुली हुई है जो देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं उन्हें ही बर्बाद किया जा रहा है देश के रेलवे बीएसएनएल बैंक एलआईसी सबको सरकार बेचने पर तुली हुई है भीषण महंगाई भीषण बेरोजगारी से पूरा देश आहत है। बैंक एसोसिएशन के श्री सिसोदिया ने संबोधित करते हुए कहा कि सरकार बैंकों पर भी लगातार हमले कर रही है धन्ना सेठों का बकाया लाखों करोड़ रूपया सरकार वसूल नहीं रही है एवं हमारे वेतन समझौते नहीं किया जा रहा है बैंकों में नई भतीज़् किए जाने की आवश्यकता है बैंकों को मजबूत करने की जरूरत है सरकार प्राइवेट सेक्टर को बढ़ावा देकर देश की बैंकों को तहस-नहस करने पर तुली हुई है। बैंक यूनियन के साथी मनोज ने कहा कि हमें अपनी संयुक्त एकता की ताकत दिखाना आज की जरूरत है आशा यूनियन की राज्य महासचिव श्रीमती ममता राठौर ने कहा कि आशाओं की मांगों को प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री दोनों अनसुना कर रहे हैं हमारे सरकारी काम करने के बावजूद सरकारी कर्मचारी का दर्जा व न्यूनतम वेतन 21 हजार नहीं किया जा रहा है यह सब असहनीय है सीटू यूनियन के जिला सहसंयोजक दिनेश मालवीय ने कहा कि हाथ ठेला सब्जी विक्रेताओं की मांगों का निराकरण नहीं हो रहा है खुलेआम थोक सब्जी मंडी में खुदरा सब्जियां बेची जा रही हैं कोई नियम कायदा नहीं है मजदूर हाथ ठेले वालों को प्रधानमंत्री आवास का लाभ नहीं मिल रहा है साथ ही मजदूरों को बैंकों से ऋण मिलना भी दूभर हो गया है सभी सब्जी विक्रेता भारी कर्जे में फंसे हुए हैं हमारी मदद को कोई भी आगे नहीं आ रहा है फड़ शुल्क को भी माफ नहीं किया गया है। फल सब्जी विक्रेता जिला अध्यक्ष साथी राजेश गुप्ता व मैकेनिक यूनियन के जिलाध्यक्ष साथी याकूब कुरैशी अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति की जिला महासचिव श्रीमती संतोष प्रजापति ने भी संबोधित किया।
यह है यूनियनों की प्रमुख मांगे
टाउन हॉल पर जन विरोधी नीतियों के खिलाफ एवं सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योगों का विनिवेश निजी करण बंद करने, बीएसएनएल को खत्म करने की साजिश रचने,बैंकों से हड़पे लाखों-करोड़ों के बकाया कर्ज की वसूली करने,जनता को राहत देने, जनता के धन से कारपोरेट को रियायत देना बंद कराने, ट्रांसपोर्ट विरोधी नया मोटर व्हीकल कानून रद्द करने, ट्रांसपोर्ट श्रमिकों को न्यूनतम वेतन 21000 पेंशन सामाजिक सुरक्षा का लाभ देने,राज्य परिवहन को पुन: प्रारंभ करने ,महंगाई पर रोक लगाओ बेरोजगारों को रोजगार देने, सभी को सामाजिक सुरक्षा का लाभ देने, बढ़ते संविदा ठेकेदारी करण पर विराम लगाने, श्रम कानूनों को बदल श्रम संहिता बनाने का कदम वापस लेने, मालिकों के हित में श्रम कानूनों को पलटने पर रोक लगाने,सभी श्रम कानूनों पर सख्ती से अमल करने, फिक्स्ड टर्म एंप्लॉयमेंट का कदम वापस लेने, रक्षा रेलवे बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश संबंधी निर्णय वापस लेने की मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया।
प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन
धरने के के बाद श्रमिक यूनियनों के पदाधिकारी,एलआईसी बैंक आशा उषा सहयोगिनी कर्मचारियों हाथ ठेला सब्जी विक्रेताओं मजदूरों ने रैली के रूप में कलेक्टोरेट पहुंचकर डिप्टी कलेक्टर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री कमलनाथ के नाम अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन दिया। धरने रैली एवं ज्ञापन में प्रमुख रूप से शुभाद्रा भल्लवी, किरण केथेले, वसु उइके, शीला धुर्वे, हीरामणी, मानंकुवर, रानी कुशवाह,ि सुनीता राठौर, तिजा उइके, निशा व्यास, संगीता सूर्यवंशी, शकुन पाटील, सावित्रि वर्मा ममता राठौर साथी मौजूद थे।
बाल संरक्षण सप्ताह अंतर्गत जागरूकता रैली का आयोजन
बाल संरक्षण सप्ताह अंतर्गत बच्चों को बाल अधिकारो के संदर्भ में किषोर न्याय (बालको की देखरेख और संरक्षण) अधिनियम 2015 एवं लैंगिक अपराधौ से बालको का संरक्षण अधिनियम 2012 की जानकारी प्रदान करने तथा उनको मौलिक अधिकारो, हिंसा, शोषण, दुव्र्यवहार और उपेक्षा के षिकार एवं निराश्रित, बेसहारा, गुमषुदा बालको को देखरेख एवं संरक्षण प्रदान करने हेतु सीहोर जिले में कलेक्टर महोदय के निर्देषानुसार एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्रीमती रचना बुधोलिया के मार्गदर्षन में बाल संरक्षण सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में आज दिनांक 08 जनवरी को आवासीय खेलकुद विद्यालय भोपाल नाका से रैली को प्राचार्य आलोक शर्मा द्वारा हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया। जो कलेक्ट्रेट रोड, इंगलिषपुरा होते हुये कोतवाली पहुची। जहा पर थाना प्रभारी मनोज मिश्रा एवं उप निरीक्षक मेहताब बारगे द्वारा बच्चों को बाल अधिकारो तथा पाॅक्सो एक्ट के बारे में विस्तृत जानकारी के साथ आवष्यक मोबाईल नंबर 100, 1098 आदि भी बताये गये। रैली में शासकीय आवासीस खेलकुद विद्यालय, नूतन विद्यालय, मोनालिसा विद्यालय, सुभाष विद्यालय, कस्तुरबा विद्यालय, उत्कृष्ट विद्यालय, महारानी लक्ष्मीबाई विद्यालय के छात्र छात्राये तथा षिक्षक षिक्षिकाए महिला एवं बाल विकास विभाग के कर्मचारी, पर्यवेक्षक आंगनवाडी कार्यकर्ता, लाईल्ड लाईन आदि सम्मिलित हुये।
कथा पूर्णाहुति में उमा ने बताया बेटी का महत्व बेटा परिवार में संस्कार है तो बेटी भी है संस्कृति
सीहोर। बेटियां अन्याय अत्याचार की शिकार हो रहीं है बेटी को पराया धन कहा जाता है जब घर से चली जाती है तो अन्य परिवार में पराए घर से आई है कहा जाता है जबकी लक्ष्मी के रूप में माता की सभी पूजा करते है दुर्गा के रूप में पूजते है लेकिन घर की लक्ष्मी बेटी बहु के साथ दुव्र्यबहार किया जाता है जबकी बालिकाएं बेटियां सम्मान की पात्र है बेटा अगर परिवार का संस्कार है तो बेटी भी घर की संस्कृति है उक्त बात इंदिरा नगर में आयोजित श्रीमद भागवत कथा के अंतिम दिन बुधवार को परम पूजनीय उमा जी देवी ने श्रद्धालुओं को सुदामा चरित्र, शिशुपाल वर्णन, राजा परिक्षित मोक्ष देव गमन कथा सुनाते हुए कहीं। उन्होने कहा की मित्रता सुदामा और भगवान श्रीकृष्ण जैसी हीं होना चाहिए मित्र देख परखकर हीं बनाना चाहिए मित्र हीं सदमार्ग दिखाते है और मित्र हीं कुमार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते है। सात दिवसीय संगीतमय कथा के दौरान सुखदेव राजा परीक्षित मिलन शिव बाबा,ध्रुव चरित पहलाद कथा वामन अवतार श्री कृष्ण जन्मोत्सव राम कथा नंद उत्सव,श्री कृष्ण लीला गोवर्धन पूजा, यमुना जी का उद्धार रुक्मणी विवाह,सुदामा चरित्र राजा परीक्षित मोक्ष सहित अन्य प्रसंगों को उमाजी देवी ने प्रस्तुत किया। पंडित मनीष शर्मा, वीरेंद्र शर्मा, के सानिध्य में प्रमुख यजमान रामरतन लोधी राम बाई लोधी नीरज लोधी विमला लोधी ने विधिवत देवी देवताओं की पूजा अर्चना की। सामूहिक भजन कीर्तन सत्संग प्रवचन के कार्यक्रम हुए। कथा में श्रद्धालुओं के माध्य पंकज राव, शिवम प्रजापति, अजय ठाकुर, उमा वर्मा, ने मधुर श्रीकृष्ण भजनों की प्रस्तुत दी। चौसट योगिनी मरी माता मंदिर के पूजारी गोविंद मेवाडा हिम्मत सिंह लोधी ने विशेष सहयोग दिया। सात दिवसीय संगीतमय कथा में बड़ी संख्या में प्रतिदिन श्रद्धालुओं ने पहुंचकर धर्म का लाभ लिया। पूर्णाहुति उपरांत प्रसाद का वितरण किया गया। सैकड़ों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
संयुक्त मजदूर एकता यूनियन ने निकाली विरोध रैली बाल बिहार मैदान में की मजदूरों ने जमकर नारेबाजी
सीहेार। संयुक्त मजदूर एकता यूनियन और निमाज़्ण मजदूर यूनियन ने बुधवार को सेन्टर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन सीटू के द्वारा आयोजित देशव्यापी हड़ताल में हिस्सा लिया। हाथ ठेला चालकों निमाज़्ण मजदूरों सहित सब्जी बिके्रताओं ने बाल बिहार मैदान से सीटू जिला महामंत्री दिनेश कुमार मालवीय के नेतृत्व में नारेबाजी करते हुए विरोध रैली निकाली। विरोध रैली लीसा टाकिज चौराहा बड़ा बाजार, पान चौराहा से बदरी महल चौराहा से कोतवाली चौराहा पहुंची। कोतवाली चौराहा पर श्री मालवीय ने कायज़्कताओज़्ं को संबोधित करते हुए कहा कि हाथ ठेला सब्जी विक्रेताओं की मांगों का निराकरण नहीं हो रहा है जिस कारण खुलेआम थोक सब्जी मंडी में खुदरा सब्जियां बेची जा रही हैं कोई नियम कायदा नहीं है मजदूर हाथ ठेले वालों को प्रधानमंत्री आवास का लाभ भी नहीं मिल रहा है मजदूरों को बैंकों से ऋण मिलना भी दूभर हो गया है सभी सब्जी विक्रेता भारी कजेज़् में फंसे हुए हैं हमारी मदद को कोई भी आगे नहीं आ रहा है फड़ शुल्क को भी माफ नहीं किया गया है। संयुक्त मजदूर यूनियन के जिलाध्यक्ष राजेश गुप्ता ने कहा की हाकसज़् जोन की मांग भी पूरी नहीं की जा रहीं है। नगर पालिका को हाथ ठेलों वालों को पास बनाकर देना चाहिए अब तक नहीं दिए है। प्रदशज़्न में समाजसेवी याकुब कुरैशी, नरेंद्र दोहरे, दीपक राठौर, दिनेश राठौर, नमज़्दा सिंह मालवीय, निमज़्ल सिंह, करण सिंह, रामेशवर, गुडडु, सोनू बेदी, मनीष, महेश प्रजापति, नीलेश राठौर, लक्ष्मण सिंह, दीपक आदि मजदूर बढ़ी संख्या में शामिल थे।
व्हीलचेयर पाकर स्वयं चलने फिरने लगे पुजारी बाबा "खुशियों की दास्तां"
व्हीलचेयर पाकर खुश हुए पुजारी बाबा (मनोहर दास)
सीहोर नगर के बस स्टैंड स्थित हनुमान मंदिर पर पूजा करने वाले पुजारी बाबा (मनोहर दास) बहु विकलांगता के कारण काफी परेशान रहते थे। वह न तो चल फिर सकते थे, न ही उन्हें दिखाई देता था। पुजारी बाबा (मनोहर दास) के सेवक द्वारा उनकी समस्या को देखते हुए व्हीलचेयर के लिए कलेक्टर को आवेदन प्रस्तुत किया था। कलेक्टर श्री अजय गुप्ता के निर्देशानुसार जिला दिव्यांग एवं पुर्नवास केन्द्र द्वारा पुजारी बाबा को व्हीलचेयर प्रदान किया गया। जिससे पुजारी बाबा (मनोहर दास)स्वयं चलने फिरने लगे हैं। पुजारी बाबा (मनोहर दास) बताते हैं कि व्हीलचेयर मिलने के बाद अब वे स्वयं चलने फिरने लगे हैं। अब उन्हें जरुरी कार्यों से आने-जाने में अपने सेवक को परेशान नहीं करना पड़ता है। पहले वे एक ही जगह पर बैठे-बैठे परेशान रहते थे। पुजारी बाबा प्रदेश शासन द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ लोगों को दिलाए जाने के लिए कलेक्टर एवं जिला दिव्यांग केन्द्र का आभार मानते हैं।
जिला स्तरीय संयुक्त परामर्शदात्री समिति की बैठक संपन्न
बुधवार को कलेक्टर श्री अजय गुप्ता की अध्यक्षकता में जिला स्तरीय संयुक्त परामर्शदात्री समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित की गई। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अरुण कुमार विश्वकर्मा सहित विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे। बैठक में समस्याएं रखी गई कि समयमान वेतन से वंचित कर्मचारियों को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय समयमान वेतनमान का लाभ शीघ्र दिलाया जाए, सभी कर्मचारियों की वरिष्ठता सूची का प्रकाशन कराया जाए, पीएचई विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को वर्दी एवं बरसाती प्राप्त नहीं हुई है, जिले के शिक्षकों को आयकर रिर्टन प्रपत्र-16 नहीं दिया जाता है आदि जिनके समाधान के लिए कलेक्टर ने आश्वासन दिया कि शीघ्र ही सकारात्मक परिणाम सभी के समक्ष आएंगे। बैठक में राज्य शासन के निर्देशानुसार वर्ष में 4 बार जिला स्तरीय, 4 बार तहसील स्तरीय व विभागीय स्तर पर संयुक्त परामर्शदात्री समिति की बैठक अनिवार्य रूप से आयोजित कराए जाने की मांग रखी गई जिस पर कलेक्टर ने तहसील ईकाईयों का गठन करने एवं विभागीय स्तर पर भी समिति की बैठक आयोजित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री गुप्ता ने समस्त विभाग प्रमुखों को निर्देशित किया कि हर तीन माह में जिला एवं तहसील स्तरीय बैठक आयोजित की जाए। ग्रीष्म कालीन अवकाश में शिक्षकों द्वारा किए गए निर्वाचन कार्य का भुगतान नियमानुसार किया जाए। साथ ही कलेक्टर ने यात्रा भत्ता के संबंध में भी आवश्यक निर्देश दिए। सेवा पुस्तिका की कॉपी सभी कर्मचारियों को प्रदान की जाए। कलेक्टर श्री गुप्ता द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि संकुल प्राचार्य एवं लिपिक द्वारा शिक्षकों का भुगतान समय पर किया जाए।
पल्स पोलियो अभियान की शत प्रतिशत सफलता के लिए जिला, टास्क फोर्स की बैठक संपन्न
पोलियो अभियान की सूक्ष्म कार्ययोजना सहित राष्ट्रीय कार्यक्रमों की भी समीक्षा
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अरूण कुमार विश्वकर्मा की अध्यक्षता में बुधवार को 19 से 21 जनवरी तक संचालित पल्स पोलियो अभियान के अंतर्गत जिला टास्क फोर्स की बैठक संपन्न हुई। बैठक में पल्स पोलियो अभियान की शत प्रतिषत सफलता के लिए सूक्ष्म कार्ययोजना पर विस्तार से चर्चा की गई। वहीं राष्ट्रीय फ्लोरोसिस कार्यक्रम, राष्ट्रीय मिषन इंद्रधनुष टीकाकरण अभियान, परिवार कल्याण कार्यक्रम, राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम, आर.सी.एच.पोर्टल, एन.सी.डी.कार्यक्रम पर भी विस्तार से चर्चा की गई। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.प्रभाकर तिवारी ने जानकारी दी कि पल्स पोलियो अभियान का शुभारंभ 19 जनवरी से किया जा रहा है, प्रथम दिवस बूथ स्तर पर तथा 20 एवं 21 जनवरी 2020 को दो दिवस घर-घर पहुंचकर स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा दो बूंद जिंदगी की पिलाई जाएगी। पल्स पोलियो अभियान के अंतर्गत 0 से 5 वर्ष तक के 2 लाख 829 बच्चों को दो बूंद जिंदगी की पिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। अभियान के अंतर्गत बी एवं सी टाइप 1615 बूथ बनाए गए है। 43 मोबाइल दलों को अभियान की शत प्रतिशत सफलता के लिए लगाया गया है। 49 ट्रांजिट टीम भी अभियान की शत प्रतिशत सफलता के लिए तैनात की जा रही है। 3432 वैक्सीनेटर,218 सुपरवाईजर को पल्स पोलियो अभियान के लिए लगाया जा रहा है। 81 वाहनों के माध्यम से ग्राम स्तर पर जिला स्तरीय एवं ब्लॉक स्तरीय मॉनीटरिंग दलों द्वारा मैदानी स्तर पर भ्रमण कर पल्स पोलियो अभियान की मॉनीटरिंग की जाएगी। बैठक में विश्व स्वास्थ्य संगठन भोपाल से डॉ.एस.एम.जोशी, डिप्टी कलेक्टर श्री बृजेश सक्सेना, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ.एम.चंदेल, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. टी.आर.उईके, डीपीसी श्री अनिल श्रीवास्तव, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के मुख्य कार्यपालन यंत्री श्री एम.सी.अहिरवार, जिला महिला बाल विकास अधिकारी श्रीमती रचना बुधोलिया, सहायक संचालक शिक्षा विभाग श्री एच.एस.नीमजे, महाविद्यालयों के एन.सी.सी. एवं एन.एस.एस.प्रभारी, विभागीय राष्ट्रीय कार्यक्रमों के नोडल अधिकारी, शहरी टीकाकरण अधिकारी सहित ब्लाक मेडिकल आफिसर,डीपीएम एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
जय किसान फसल ऋण माफी योजना अन्तर्गत आयोजित निराकरण शिविर में आए 331 प्रकरण
किसान कल्याण तथा कृषि विकास उपसंचालक ने जानकारी देते हुए बताया कि जय किसान फसल ऋण माफी योजनान्तर्गत पिंक-1 एवं पिंक-2 प्रकरणों के निराकरण हेतु जिले की सभी जनपद पंचायत स्तर पर दिनाँक 07 जनवरी 2020 को शिविरों का आयोजन किया गया। जिला स्तर पर जनपद पंचायत सीहोर में आयोजित शिविर में श्री एस.एस. राजपूत उप संचालक कृषि, श्री दिलीप जैन मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनद पंचायत सीहोर, श्री बी.एस. देवड़ा वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी, सीहोर राष्ट्रीयकृत बैंक एवं जिला सहकारी बैंक के प्रतिनिधि, श्री आर.एस. जाट, नोडल अधिकारी तथा जनप्रतिनिधि श्री एम.एस. मेवाड़ा साथ ही कृषि विकास अधिकारी एवं ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी उपस्थित थे। शिविर में 311 प्रकरण प्रस्तुत हुए। उन प्रकरणों के निराकरण हेतु किसानों से आवश्यक दस्तावेज प्राप्त कर राष्ट्रीयकृत बैंकों को प्रस्तुत किया जायेगा। साथ ही बैंक आफ इण्डिया भारतीय स्टेट बैंक कृषि विकास शाखा, यूनियन बैंक, पंजाब नैशनल बैंक के अधिकारियों को सामाजसेवी श्री एम.एस. मेवाड़ा द्वारा बताया कि बैंक शाखाओं से 23 दिसम्बर से 30 दिसम्बर तक गुलाबी फार्मों ऋण प्रकरणों का निराकरण नहीं हो पाया था उन प्रकरणों का निराकरण शिविर के दौरान किया जाये।
नसरुल्लागंज के सिविल अस्पताल में हुआ सफल सीजर महिला ने स्वस्थ्य बच्ची को दिया जन्म
जिले के नसरुल्लागंज सिविल अस्प्ताल में महिला का सफल सीजर ऑपरेशन स्त्रीरोग विशेषज्ञ डॉ रुकमणी गुलहारिया द्वारा किया गया। महिला ने सीजर के उपरांत स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रभाकर तिवारी के मार्गदर्शन में ब्लाक मेडिकल आफिसर डॉ मनीष सारस्वत निरंतर सीजर ऑपरेशन के लिए एनेस्थीज विशेषज्ञों की सेवाओं को लेकर प्रयासरत थे। जिला चिकित्सालय में पदस्थ ऐनेस्थिसिया विशेषज्ञ डॉ प्रशांत श्रीवास्तव ने सफल सीजर के लिए सेवाएं दी। नसरुल्लागंज निवासी श्रीमती ज्योति पति आनंद ने एक स्वस्थ्य बच्ची को जन्म दिया। सिविल अस्पताल नसरुल्लागंज में अब तक 7 सफल सीजर कराए जा चुके हैं। सीएमएचओ डॉ तिवारी ने सफल सीजर करने वाली चिकित्सा टीम को बधाई दी।
अमानक कीटनाशक औषधि का क्रय-विक्रय प्रतिबंधित
जांच में कीटनाशक औषधि का नमूना अमानक पाए जाने पर उसके क्रय-विक्रय, भंडारण और स्थानांतरण पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाकर इसे प्रतिबंधित कर दिया गया है। इस सिलसिले में उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास पदेन अधिसूचित प्राधिकारी (पौ.सं.) ने आदेश जारी कर दिया है। कीटनाशी अधिनियम 1968 की धारा 12 के तहत मेसर्स न्यू गुरु कृपा बीज भंडार आष्टा से Chlorpyrifos 20 ec, मेसर्स वेदिका कृषि सेवा केन्द्र डोडी आष्टा से 2-4-d Ethylester 38 ec, मेसर्स नियत्ती ट्रेडर्स नांदनेर से Chlorpyrifos 20 ec, मेसर्स पाटिल कृषि सेवा केन्द्र श्यामपुर से profenofos 40 + cypermethrin 4 तथा मेसर्स अनिल कृषि सेवा केन्द्र बालागांव से Lmidacloprid 30.5 ec कीटनाशक औषधि के नमूने गुण नियंत्रण प्रयोगशाला में भेजे गऐ थे जिनके अमानक पाए जाने पर क्रय-विक्रय, भण्डारण और स्थानांनतरण पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई हैं।
जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक 17 को
कलेक्टर श्री अजय गुप्ता के निर्देशानुसार जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति "दिशा" की बैठक 17 जनवरी 2020 को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में दोपहर 2 बजे आयोजित की जाएगी। बैठक की अध्यक्षता जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति "दिशा" अध्यक्ष श्री रमाकांत भार्गव करेंगे। आयोजित बैठक में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, एमपीआरडीसी योजना, राष्ट्रीय राजमार्ग, लोक निर्माण विभाग, मिड-डे-मिल स्कीम, प्रधानमंत्री उज्जवला योजना, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, सर्व शिक्षा अभियान सहित अन्य विषयों पर चर्चा की जाएगी।
सभी जेलों और न्यायालयों में लगे वीडियो कान्फ्रेंसिंग उपकरण
प्रदेश की सभी जेलों और न्यायालयों में वीडियो कान्फ्रेंसिंग उपकरण लगाये गये हैं। इससे परिरूद्ध बंदियों की पेशी वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से आसानी से कराई जा सकेगी। पिछले एक वर्ष में मध्यप्रदेश की 37 जेलों में ई-प्रिजन कार्यक्रम शुरू किया गया है। इसमें बंदियों का डाटाबेस तैयार किया जा रहा है। सभी जेलों में सी.सी.टी.वी. कैमरे- जेलों की सुरक्षा के लिये अब तक सिर्फ 23 जेलों में ही सीसीटीव्ही कैमरे लगाये गये थे। नई सरकार ने सभी जेलों में सीसीटीवी कैमरे लगाने की कार्यवाही शुरू कर दी है। जेलों की सुरक्षा-व्यवस्था सुदृढ़ बनाने के लिये सभी केन्द्रीय जेल और 9 जिला जेलों पर इलेक्ट्रिक फेंसिंग की स्थापना प्रचलन में है। जेलों में 590 वॉकी-टॉकी सेट एवं 22 बेस-सेट उपलब्ध कराये गये हैं।
राष्ट्रीय सूचना केन्द्र (NIC) पर वीडियो कांफ्रेंस 9 जनवरी को
मध्यप्रदेश राज्य जैवविविधता बोर्ड द्वारा लोक शिक्षण विभाग के अन्तर्गत विद्यालय एवं उच्च शिक्षा विभाग के अन्तर्गत विद्यालयों के तकनीक सहयोग से प्रदेश में समस्त जनपद स्तर पर लोक जैवविविधता पंजी निर्माण कार्य किया जाएगा। इसके लिए जिला मुख्यालय पर 9 जनवरी 2020 को दोपहर 2 बजे से अपरान्ह 3 बजे तक राष्ट्रीय सूचना केन्द्र पर वीडियो कांफ्रेंस का आयोजन किया जाएगा। वीडियो कांफ्रेंस में जिले में जनपद पंचायत स्तर पर जैवविविधता प्रबंधन समितियों के गठन की स्थिति, जिले में शासकीय एवं अशासकीय विद्यालय/महाविद्यालय में उपलब्ध विषय-विशेषज्ञ/शिक्षक/प्राध्यापक तथा लोक जैवविविधता पंजी निर्माण के लिए जनपद पंचायत का चयन एवं बोर्ड का प्रस्ताव प्रेषित करना आदि पर चर्चा की जाएगी।
कृषक बन्धु चयन कि प्रक्रिया निर्धारित
‘‘आत्मा’’योजना के अंतर्गत ‘‘कृषक बन्धु’’ चयन शासन स्तर से निर्देश प्राप्त हुए हैं। जिसके अन्तर्गत प्रगतिशील, अनुभवी एवं कृषि के लिए स्वप्रेरित एक कृषक के प्रस्ताव कृषक बंधु हेतु ग्राम पंचायत स्तर पर 26 जनवरी को आयोजित होने वाली ग्राम सभा से अनुमोदन उपरांत प्राप्त होंगे। प्रत्येक दो आबाद ग्राम पर एक कृषक बन्धू कार्य करेगे। जिसमें 30 प्रतिशत महिला कृषको को साथ ही वर्गवार एवं श्रेणीवार (अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति) संख्या के अनुरूप समस्त वर्गो को यथा संभव प्राथमिकता दी जाएगी। कृषक बन्धू हाईस्कूल पास हो। इस योग्यता के अनुरूप यदि कृषक उपलब्ध नही होने पर, आठवीं कक्षा उत्तीर्ण उन्नतशील कृषक का चयन किया जा सकता है, जिसकी मौखिक एवं लिखने की सम्प्रेषण क्षमता हो। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए संबंधित विकासखण्ड स्तर पर वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी एवं विकासखण्ड तकनीकी प्रबंधक आत्मा से सम्पर्क किया जा सकता है।
पर्यटन स्थलों को मिली अंतर्राष्ट्रीय पहचान (विशेष लेख)
मध्यप्रदेश ने पर्यटन के क्षेत्र में पिछले एक साल में राष्ट्रीय स्तर पर 16 पुरस्कार हासिल कर देशभर में अपनी पहचान कायम की है। राज्य सरकार ने इस दौरान पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये नवाचारों को प्राथमिकता दी। वन प्रक्षेत्रों में पर्यटन सुविधाओं को सरल और सहज तरीके से उपलब्ध कराने की पहल की गई। पर्यटन स्थलों के संरक्षण और संवर्धन को प्राथमिकता दी गई। अधोसरंचना विकास के कार्यों को तेजी से पूर्ण कराने पर ध्यान केन्द्रित किया गया। प्रदेश के नगरों, महानगरों के साथ देश और विदेशों में रोड-शो कर निवेशकों को प्रदेश में निवेश के लिये प्रोत्साहित किया गया। इससे पर्यटन के क्षेत्र में रोजगार के नये अवसर निर्मित हुए और राजस्व में भी बढ़ोत्तरी का सिलसिला शुरू हुआ। पिछले एक साल में निवेशकों के लिये व्यापक, सरल एवं पारदर्शी पर्यटन नीतियाँ बनाई गईं। इंदौर, भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर महानगर से प्रदेश के पर्यटन स्थलों के लिये हेलीकाप्टर सुविधा शीघ्र शुरू करने का निर्णय लिया गया। राज्य सरकार की नवाचारी पर्यटन नीति-2019 में हॉट एयर बैलून, वाइल्ड लाइफ रिसोर्ट, मेगा एवं अल्ट्रा परियोजनाओं के लिये आकर्षण अनुदान और रियायतें दी गईं। अनूसचित जाति एवं जनजातीय उद्यमियों को और दूरस्थ तथा दुर्गम क्षेत्रों में स्थापित की जानेवाली पर्यटन परियोजनाओं के लिये 5 प्रतिशत अतिरिक्त लागत पूँजी अनुदान दिये जाने का प्रावधान किया गया। प्रदेश में तीन नये फूड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट की स्थापना करने का निर्णय लिया गया। प्रदेश में आनेवाले पर्यटकों को ग्रामीण अनुभव प्रदान करने के लिए पर्यटन स्थलों के समीप चयनित ग्रामों में ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने का फैसला हुआ। सुप्रसिद्ध पर्यटन स्थलों पर भव्य उत्सव - देश के सुप्रसिद्ध पर्यटन स्थल माण्डू में 28 दिसम्बर से एक जनवरी तक भव्य उत्सव मनाया गया। हनुवंतिया में जल महोत्सव और मिन्टो हाल भोपाल में रॉयल कुजीन फूड फेस्टिवल मनाया गया। फूड फेस्टिवल में विभिन्न अंचलों की रॉयल फैमिली के व्यंजनों को उनके कुक्स द्वारा बनाया गया। पर्यटन बोर्ड और संस्कृति विभाग के सहयोग से 11-12 जनवरी 2020 को भोपाल में "द ग्रेट इन्टरनेशनल इयरली म्यूजिकल फेस्टिवल-हृदय दृश्यम" और 6 मार्च से 8 मार्च तक ओरछा में "नमस्ते ओरछा" समारोह मनाने का निर्णय लिया गया। युवाओं को पर्यटन से जोड़ने का प्रयास- युवाओं को पर्यटन के क्षेत्र से जोड़ने के लिये प्रतिष्ठित समूहों के माध्यम से उन्हें प्रशिक्षण दिलाने का निर्णय लिया गया। ब्राण्डेड होटल प्रोत्साहन नीति, फॉर्म स्टे, ग्राम स्टे योजना (पंजीयन एवं विनियमन) योजना-2019 बनाई गई। फिल्म पर्यटन नीति भी शीघ्र बनाई जा रही है। वर्तमान में प्रदेश के पर्यटन स्थलों में लगभग 6-7 फिल्म वेब सीरीज की शूटिंग पूरी हो चुकी है और कई की शूटिंग चल रही है। इस वर्ष पर्यटन विभाग द्वारा एम.पी. इंस्टीट्यूट ऑफ हॉस्पिटेलिटी में ट्रेवल्स एण्ड टूरिज्म स्टडीज विषय का बीबीए कोर्स प्रारंभ किया गया। जल-पर्यटन के लिये अधिसूचित जल-क्षेत्रों में जल क्रीड़ा गतिविधियों के संचालन के लिये 15 अभिस्वीकृति-पत्र एवं लायसेंस जारी किये गये। इस वर्ष पर्यटन क्विज में प्रदेश के सर्वाधिक 8000 स्कूलों के 24 हजार छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। प्रदेश के 11 प्रमुख जिलों/ पर्यटन स्थलों में समृद्ध विरासत, प्राकृतिक सुन्दरता, इतिहास, परम्पराओं, ऐतिहासिक धरोहरों से परिचय/ प्रचार-प्रसार के लिये वॉक फेस्टिवल-2019 किये गये।एक वर्ष में 136 करोड़ का पूंजी निवेश- प्रदेश के 12 प्रमुख शहरों में पिछले एक वर्ष में ट्रेवल एजेन्ट और टूर ऑपरेटर प्रशिक्षण कार्यक्रम "एम.पी.एक्सपर्ट" और राष्ट्रीय स्तर पर तथा विभिन्न राज्यों में रोड शो किये गये। इसके अलावा, 14 पर्यटन परियोजनाओं की स्थापना पर 17 करोड़ 69 लाख रुपये पूँजीगत अनुदान दिया गया। फलस्वरूप एक वर्ष में 136 करोड़ का पूँजी निवेश हुआ, जिससे होटलों में 543 कमरों का निर्माण हुआ। इस काम में लगभग 2050 लोगों को रोजगार मिला। क्षेत्रीय यूनिट ओरछा, खजुराहो एवं भोपाल को डेस्टिनेशन वेडिंग फेसिलिटी के रूप में विकसित किया गया। खजुराहो के पास कुटनी डेम में 10 नवीन कमरों, मणिखेड़ा डेम पर 8 कमरों और किला कोठी चंदेरी में 6 कमरों के होटल बनाये गये। बुद्धिस्ट साइट देउरकोठार भरहुत एवं साँची के समीप विकास कार्य किये गये। पर्यटन विकास के निर्णय- प्रदेश में पर्यटन को अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिये निर्णय लिया गया कि 100 करोड़ से अधिक निवेश की पर्यटन परियोजनाओं की स्थापना के लिये कलेक्टर गाईड लाईन रेट पर शासकीय भूमि 90 वर्ष की लीज पर, "प्रथम आओ प्रथम पाओ" आधार पर आवंटित की जाएगी। हाट एयर बेलूनिंग पर 50 लाख से अधिक पूंजीगत व्यय पर 50 प्रतिशत की दर से लागत पूंजीगत अनुदान किश्तों में 5 वर्षों तक दिया जाएगा। वाईल्ड लाईफ एरिया क्लासीफिकेशन अनुसार वाईल्ड लाईफ रिसोर्ट को 20 प्रतिशत की दर से 3 करोड़ तक का अनुदान दिया जाएगा। वृहद, मेगा और अल्ट्रा मेगा परियोजनाओं को 30 प्रतिशत की दर से 04 वर्षो तक लागत पूंजी अनुदान किश्तों में दिया जाएगा। यह अनुदान सीमा श्रेणी अनुसार अधिकतम 15 करोड़ से 90 करोड़ तक होगी। दूरस्थ एवं दुर्गम क्षेत्रों में स्थापित की जाने वाली पर्यटन परियोजनाओं के लिये 5 प्रतिशत अतिरिक्त लागत पूंजी अनुदान दिया जाएगा। होटल एवं रिसोर्टस को प्रदूषण उपचार संयंत्र स्थापना पर 10 लाख से अधिक पूंजी निवेश पर 25 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा। राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय मार्केटिंग ईंवेंटस में भाग लेने पर पर्यटन इकाइयों को 50 हजार से एक लाख तक प्रति कार्यक्रम प्रतिपूर्ति दी जाएगी। आवंटित शासकीय भूमियों/परिसम्पत्तियों की लीज, पंजीयन आदि पर स्टाम्प ड्यूटी एवं पंजीयन शुल्क की शत-प्रतिशत प्रतिपूर्ति की जाएगी। पर्यटन इकाईयों को स्थल/स्टॉल स्थापना पर राष्ट्र-स्तरीय मार्केटिंग आयोजन पर अधिकतम 50 हजार एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तरीय मार्केटिंग आयोजन के लिये अधिकतम एक लाख की सहायता दी जाएगी। मार्ग सुविधा केन्द्र की नवीन नीति बनायी गई और ब्राण्डेड होटल प्रोत्साहन नीति को संशोधित किया गया। हेरिटेज परिसम्पत्ति के प्रमाणीकरण के लिये गाइड लाइन एवं प्रक्रिया जारी की। बेड एंड ब्रेकफॉस्ट स्थापना (पंजीयन एवं विनियमन) योजना, ग्राम स्टे स्थापना (पंजीयन एवं विनियमन) योजना और फार्म स्टे स्थापना योजना बनाई गई। फिल्म पर्यटन नीति-2019 का प्रारूप तैयार कर अग्रिम कार्यवाही प्रचलन में है। पर्यटन व्यवसाय में वृद्धि करने के लिये जनरल सेल्स एजेंट (GSA) एवं इवेंट कंपनी के साथ पार्टनरशिप की पॉलिसी तैयार की गई। निजी निवेशकों को प्रोत्साहित करने के लिये प्रचलित जल-पर्यटन नीति में प्रदेश के माचागौरा बांध, जिला छिन्दवाड़ा, सापना बांध, जिला बैतूल, कोलार जलाशय, जिला भोपाल और गोविन्दगढ़ जलाशय जिला रीवा के जल क्षेत्रों को पर्यटन विकास के लिये अधिसूचित किया गया।
समग्र शिक्षा अभियान अन्तर्गत बीएसी एवं जनशिक्षक के पदों की प्रतिनियुक्ति हेतु काउन्सलिंग 10 जनवरी को
समग्र शिक्षा अभियान मिशन अन्तर्गत प्रत्येक विकासखंड स्त्रोत केंद्र कार्यालय में विकासखंड अकादमिक समन्वयक बीएसी एवं जनशिक्षक के स्वीकृत एवं वर्तमान में रिक्त पदों पर प्रतिनियुक्ति के माध्यम से पदपूर्ति की जाना है। इस हेतु शासकीय सेवा में कार्यरत उच्च श्रेणी शिक्षक ध्माध्यमिक शिक्षक ध्अध्यापक संवर्ग के शिक्षक जिनकी आयु 01.07.2019 की स्थिति में 52 वर्ष से अधिक न हो एवं संबन्धित के विरुद्ध कोई विभागीय जाँचए आपराधिक प्रकरण एवं लंबे समय से लगातार अनुपस्थित आदि की शिकायत आदि प्रचलित न हो की इन पदों पर काउंसिलिंग दिनांक 10 जनवरी शुक्रवार को की जाएगी। इस हेतु इच्छुक अभ्यर्थियों को प्रात:10 बजे काउंसिलिंग स्थल डाइट सीहोर उपस्थित होना होगा एवं उन्हें अपने साथ निर्धारित प्रारूप पर उनके सहमति पत्र एवं उस पर अंकित जानकारी को संकुल प्राचार्य से प्रमाणीकरण करवाकर लाना होगा साथ ही जन्म दिनांक एवं नियुक्ति दिनांक व पदोन्नति आदेश की प्रति साथ लाना होगी । संकुल प्राचार्य की जबाबदारी होगी कि वे उनके संकुल में कार्यरत उक्त पात्रता रखने वाले समस्त शिक्षकों को इसकी सूचना प्रदान करें ।
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