जमशेदपुर (आर्यावर्त संवाददाता) जमशेदपुर में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर पुलिस ने शहर में महिला हेल्पलाइन नंबर की शुरुआत की थी. शहर में शक्ति एप्लीकेशन और पिंक पेट्रोल होने के बावजूद भी महिलाएं डर के साए में जीने को मजबूर हैं. जमशेदपुरः महिला सुरक्षा को लेकर पुलिस ने लौहनगरी में महिला हेल्पलाइन जारी किया है. इसके बावजूद शहर में महिलाओं के साथ अपराध थमने का नाम नहीं ले रहा. पिछले एक साल में महिलाओं के साथ अपराध के कुल 302 मामले दर्ज हुए हैं. इन आंकड़ों से महिलाओं के अंदर डर पैदा होना लाजमी है. पुलिस ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए महिला हेल्पलाइन नंबर जारी किया था. छेड़खानी, अभद्र टिप्पणी करने वालों से सख्ती से निपटने के लिए जिला पुलिस ने दिए गए महिला हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करते ही चंद मिनटों में पहुंचने का दावा किया था लेकिन बीते एक वर्ष में महिलाओं के साथ हो रहे अपराध में कमी नहीं आई है. इसके साथ ही लौहनगरी की महिलाओं को उनकी सुरक्षा का डर कहीं ना कहीं सता रहा है. महिलाओं ने कहा कि ऑटो स्टैंड हो या फिर शहर के पार्किंग स्थल में खड़ी कार या फिर ऑटो शहर के बदतमीज युवक आए दिन छेड़खानी करते हैं. वर्ष 2019 के आंकड़ों के मुताबिक जनवरी में 28, फरवरी में 24, मार्च में 32, अप्रैल में 44, मई में 16, जून में 18, जुलाई में 24, अगस्त में 22, सितंबर में 8, अक्टूबर में 12, नवंबर में 23, दिसंबर में 31, कुल मिलाकर 302 मामले छेड़खानी, हत्या, दहेज प्रताड़ना के दर्ज किए गए हैं नगर के सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट ने बताया कि सभी हेल्पलाइन नंबर 24 घंटे कार्यरत है. किसी को भी कहीं लगे कि उनके साथ दुर्व्यवहार, छेड़खानी तथा अन्य रूप से महिलाओं को परेशान करना चाहा तो जल्द से जल्द नंबर पर संपर्क कर सकते हैं. पुलिस मौजूदा स्थिति में पहुंचेगी और त्वरित कार्रवाई की जाएगी. एसपी ने कहा कि उन्हें बेटियों को इस काबिल बनाना है कि वह अपनी सुरक्षा खुद कर सकें.
गुरुवार, 6 फ़रवरी 2020
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जमशेदपुर : पिछले एक साल में महिलाओं के साथ अपराध के 302 मामले, डर के साए में जीने को विवश
जमशेदपुर : पिछले एक साल में महिलाओं के साथ अपराध के 302 मामले, डर के साए में जीने को विवश
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