नयी दिल्ली 08 फरवरी, दिल्ली विधानसभा के चुनाव के लिए मतदान शनिवार को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया। रात 10 बजे तक 61.56 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी रणबीर सिंह ने बताया कि रात 10 बजे तक प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार 61.56 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया। उन्होंने बताया कि जो भी मतदाता निर्धारित समय शाम छह बजे तक मतदान केन्द्र के सीमा में आ गये हैं उन्हें वोट डालने दिया जायेगा। वर्ष 2015 में हुए विधानसभा चुनाव 67.47 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले थे। पिछले वर्ष हुए लोकसभा चुनाव में 60.06 फीसदी मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। श्री सिंह ने बताया कि 70 सीटों के लिए हुए चुनाव में कुल 672 प्रत्याशी मैदान में थे जिसमें 593 पुरुष और 79 महिलायें थीं, 23 सीटों पर कोई महिला उम्मीदवार थीं। कुल मतदाता एक करोड़ 47 लाख 86 हजार 382 मतदाता हैं। मतदान संपन्न कराने के लिए 98 हजार से अधिक कर्मी तैनात किये गये थे। उन्होंने बताया कि मतदान ड्यूटी के दौरान दो कर्मचारियों का निधन हो गया। इनमें बाबरपुर में तैनात एक मतदान अधिकारी ऊधम सिंह का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। एक अन्य कर्मी उत्तर प्रदेश होमगार्ड का जवान ज्ञान सिंह था जिसकी कल तबीयत खराब हुई थी और उसे सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां आज उसकी मृत्यु हो गयी। श्री सिंह ने बताया कि शतायु मतदाताओं में से 60 प्रतिशत से अधिक ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा कि दिव्यांग और 80 वर्ष से अधिक उम्र से अधिक के मतदाताओं को डाक मतपत्र की सुविधा दी गयी थी। उन्होंने कहा कि 488 दिव्यांग मतदाताओं ने मतपत्र लिये थे जिनमें से 429 ने मतदान किया। इसी प्रकार 80 वर्ष से अधिक उम्र के 2429 मतदाताओं ने डाक मतपत्र लिये थे जिसमें से 2057 ने इसका इस्तेमाल किया। मुख्य चुनाव अधिकारी ने बताया कि इस बार दिल्ली विधानसभा का चुनाव प्रौद्योगिकी पर आधारित था और फर्जी मतदान पर काबू किया गया। चुनाव के दौरान करीब 57 करोड़ रुपये से अधिक की नगदी, शराब आदि पकड़ी गयी। इसमें 12 करोड़ 33 लाख रुपये की नगदी, शराब दो करोड़ 43 लाख रुपये की पकड़ी गयी। बयालिस करोड़ 32 लाख रुपये की अन्य अवैध सामग्री पकड़ी गयीं। पिछली बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में 67 प्रतिशत मतदान हुआ था।
दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी रणबीर सिंह ने बताया कि रात 10 बजे तक प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार 61.56 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया। उन्होंने बताया कि जो भी मतदाता निर्धारित समय शाम छह बजे तक मतदान केन्द्र के सीमा में आ गये हैं उन्हें वोट डालने दिया जायेगा। वर्ष 2015 में हुए विधानसभा चुनाव 67.47 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले थे। पिछले वर्ष हुए लोकसभा चुनाव में 60.06 फीसदी मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। श्री सिंह ने बताया कि 70 सीटों के लिए हुए चुनाव में कुल 672 प्रत्याशी मैदान में थे जिसमें 593 पुरुष और 79 महिलायें थीं, 23 सीटों पर कोई महिला उम्मीदवार थीं। कुल मतदाता एक करोड़ 47 लाख 86 हजार 382 मतदाता हैं। मतदान संपन्न कराने के लिए 98 हजार से अधिक कर्मी तैनात किये गये थे। उन्होंने बताया कि मतदान ड्यूटी के दौरान दो कर्मचारियों का निधन हो गया। इनमें बाबरपुर में तैनात एक मतदान अधिकारी ऊधम सिंह का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। एक अन्य कर्मी उत्तर प्रदेश होमगार्ड का जवान ज्ञान सिंह था जिसकी कल तबीयत खराब हुई थी और उसे सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां आज उसकी मृत्यु हो गयी। श्री सिंह ने बताया कि शतायु मतदाताओं में से 60 प्रतिशत से अधिक ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा कि दिव्यांग और 80 वर्ष से अधिक उम्र से अधिक के मतदाताओं को डाक मतपत्र की सुविधा दी गयी थी। उन्होंने कहा कि 488 दिव्यांग मतदाताओं ने मतपत्र लिये थे जिनमें से 429 ने मतदान किया। इसी प्रकार 80 वर्ष से अधिक उम्र के 2429 मतदाताओं ने डाक मतपत्र लिये थे जिसमें से 2057 ने इसका इस्तेमाल किया। मुख्य चुनाव अधिकारी ने बताया कि इस बार दिल्ली विधानसभा का चुनाव प्रौद्योगिकी पर आधारित था और फर्जी मतदान पर काबू किया गया। चुनाव के दौरान करीब 57 करोड़ रुपये से अधिक की नगदी, शराब आदि पकड़ी गयी। इसमें 12 करोड़ 33 लाख रुपये की नगदी, शराब दो करोड़ 43 लाख रुपये की पकड़ी गयी। बयालिस करोड़ 32 लाख रुपये की अन्य अवैध सामग्री पकड़ी गयीं। पिछली बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में 67 प्रतिशत मतदान हुआ था।
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