बेगूसराय (अरुण शाण्डिल्य) हत्या की घटनाओं से एक ओर जहाँ जिले वासियों की नींद हराम हो गई है, वहीं दूसरी तरफ कानून से बेखौफ अपराधी एक के बाद एक घटना को अंजाम देकर पुलिस के सामने खुली चुनौती दे रखी है। उल्लेखनीय है कि बीते 07 दिनों में 08 लोगों की हत्या से जिले में खलबली मच गई है । बताते चलें की नाव कोठी थाना क्षेत्र में महिला मुखिया हेमा आर्य की दिनदहाड़े अपराधियों ने हत्या कर जिले को जहाँ सकते में डाल दिया वहीं अपराधी अपने मनोबल का परिचय देते हुए फुलवड़िया थाना क्षेत्र अंतर्गत इंजीनियर छात्र मोनू कुमार की हत्या कर दी तो बलिया थाना क्षेत्र के पहाड़पुर निवासी संजय महतों एवं नीमा चांदपुरा थाना क्षेत्र के कैथ निवासी छात्र अभिनव कुमार और बलिया थाना क्षेत्र के 2 छात्र विकी कुमार एवं छोटू कुमार सहित बछवारा थाना क्षेत्र में दो मजदूर की गोली मारकर नृशंस हत्या के बाद बीते बुधवार की रात अपराधियों ने राजीव कुमार उर्फ गुजरा की हत्या कर पुलिस को खुली चुनौती दे रखी है ।बढ़ते घटनाओं को लेकर विपक्षी दलों से आवाज उठनी शुरु हो गई है। रालोसपा के जिला महासचिव रविंद्र कुमार सिंह ने कहा कि 1972 से 1990 तक की घटनाओं को देखा जाए तो उस समय केवल वैचारिक लड़ाई होती थी।लेकिन उसके बाद से अपराधिक घटनाओं का सूरत ही बदल गया लेकिन जब से हमारे नए सांसद गिरिराज सिंह चुने गए हैं, तब से अपराधिक घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही है इससे यह स्पष्ट होता है कि अपराधियों का हौसला बढ़ा है ।वही भीम आर्मी के नेता विजय पासवान ने कहा कि बेगूसराय में पुलिस प्रशासन पूरी तरह फैल्योर नजर आ रही है । उन्होंने कहा अपराधियों का मनोबल सातवें आसमान पर है। श्री पासवान ने कहा अपराध की घटनाओं को देख अब लोग अपने घरों से निकलना बंद कर दिया है। उन्होंने अपराधियों पर जल्द से जल्द नकेल डालने की मांग की है।
शुक्रवार, 7 फ़रवरी 2020
बिहार : कब तक चलेगा सिलसिला हत्याओं का, जबावदेह कौन सरकार या प्रशासन?
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