कुढ़नी। अपनी चिरलम्बित मांगों को लेकर एकता परिषद,उत्तर बिहार ने आंदोलन करने का फैसला किया है। जन संगठन एकता परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रदीप प्रियदर्शी ने कहा कि 2 मार्च, 2020 को स्वाहा यज्ञ महा आंदोलन किया जाएगा। इसको लेकर प्रखंड स्तरीय बैठक की गयी। यहां कहां गया कि बिहार के 38 जिले के आवासीय भूमिहीनों को सरकार के द्वारा 10 डिसमिल जमीन देने की योजना है।मगर सरकार के द्वारा आवासीय भूमिहीनों के साथ वादाखिलाफी की जा रही है।बेरोजगारी व आवासीय भूमिहीनों का मसला को लेकर एकता परिषद,उत्तर बिहार से जुड़े साथियों के द्वारा सत्याग्रह किया जाता रहा है,सिवाय आश्वासन के मिला है कुछ नहीं। वरिष्ठ साथी विजय गोरैया ने कहा कि जल,जंगल, जमीन,आजीविका आदि की समस्या को लेकर ग्वालियर (मध्य प्रदेश) से दिल्ली तक सत्याग्रह पदयात्रा किये हैं। इसके आलोक में केंद्र व राज्य सरकारों के द्वारा समस्याओं का समाधान नहीं करने पर स्वाहा यज्ञ महा आंदोलन को सफल बनाना है। इसको लेकर आवश्यक निर्णय लिए गए। इस अवसर पर वरिष्ठ साथी विजय गोरैया जी ने कार्यक्रम का पर्चा जारी किया। इस बैठक में कुल 90 साथियों ने भाग लिया। बैठक के बाद सहभोज भी किया गया।इस बैठक में विजय गोरैया के साथ ही संयोजक राम लखींद्र, अध्यक्ष शिवनाथ जी,विद्यानंद जी,राम शीला देवी,रामबाबू साहनी,उषा देवी,विशेश्वर गुप्ता, नगीना जी,शंभू साह,कमलेश महतो,बसंत सिंह , सुमित्रा देवी आदि लोगों ने अपने अपने सुझाव रखे सभी साथी काफी जोश और उत्साह में देखे गये।
बेरोजगारी यात्रा
बेरोजगारी के सवाल पर तेजस्वी यादवजी की यात्रा का स्वागत किया जाना चाहिए। वैसे, बिहार में अबतक किसी भी सरकार की रोजगार नीति न तो सफल रही है औ न ही संतोषजनक। तेजस्वीजी को यह स्पष्ट करना चाहिए कि 15 वर्षों के राजद शासन काल एवं उनके खुद के शासनकाल से भिन्न, अब उनके दल की रोजगार नीति क्या होगी। उन्हें यात्रा के दौरान लोगों को बताना चाहिए कि उनकी सरकार बनने पर, युवाओं को किस तरीका से स्थाई रोजगार मुहैया करायेंगे । इतना स्पष्ट करने के साथ ही उनके यात्रा की गंभीरता बढ़ जायेगी ।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें