इस राबर्ट नर्सिंग होम से ईसाई समाज की सेवाएं जुड़ी हैं।पीटर ने बताया कि प्रदेश सरकार चाहे तो सलमान के नाम पर नए अस्पताल को खोल सकती है।सरकार के इस निर्णय का ईसाई समाज पुरजोर विरोध करता है
भोपाल। आईफा अवार्ड 2020 का आयोजन मध्य प्रदेश के भोपाल और इंदौर में होने जा रहा है। आईफा 2020 का आयोजन 27 से 29 मार्च के बीच कराया जाएगा। एक दिन भोपाल और बाकी आयोजन इंदौर में होना है। बताते चले कि पिछले दिनों बॉलीवुड एक्टर सलमान खान चार्डर्ड प्लेन से भोपाल पहुंचे थे। इसके बाद शाम को मिंटो हाल स्थित प्रेस कांफ्रेंस में पहुंचे। उनके साथ जैकलीन फर्नांडिस और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ भी साथ थे। यहां आईफा अवार्ड 2020 के आयोजन की जानकारी के लिए यह आयोजन किया गया था।आईफा अवार्ड में 400 से अधिक फिल्म कलाकार एवं फिल्म इंडस्ट्री की जानीमानी हस्तियां शिरकत करेंगी। इस आयोजन में करीब 5 हजार से ज्यादा लोग शामिल होंगे। आयोजन के लिए इंदौर का नेहरू स्टेडियम, होलकर स्टेडियम और डेली कॉलेज की लोकेशंस भी देखी है।
क्या बोले सलमान खान
सलमान ने इस मौके पर कई मजेदार किस्से भी सुनाए। उन्होंने अपने बचपन की काफी बातें की। उन्होंने अपने इंदौर स्थित पलासिया के आने जाने का किस्सा भी सुनाया। इस मौके पर सलमान खान को उनके बचपन की तस्वीरों से भरा एक कोलाज भेंट किया।सलमान खान ने मध्यप्रदेश को अपना घर बताते हुए कहा कि हमारी तरक्की जरूर मुंबई में हुई है, लेकिन हम इंदौर में पैदा हुए। हमारे पूर्वजों ने मध्यप्रदेश को ही चुना। इंदौर अक्सर आना जाना होता है। सलमान ने कहा कि इस राज्य के लिए कमलनाथ जैसा यंग कोई नहीं है।
क्या बोले मुख्यमंत्री
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मिंटो हाल में आयोजित आइफा अवार्ड 2020 की जानकारी देने के लिए आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि हमारे पास समुद्र नहीं है, लेकिन जंगल हैरिटेज, लैंड स्कैप है, मध्यप्रदेश के सीधे-साधे लोग हैं।मध्यप्रदेश सरकार बॉलीवुड एक्टर सलमान खान को तोहफा देने जा रही है। सलमान खान का जन्म इंदौर के रॉबर्ट नर्सिंग होम में हुआ था। इसका नाम बदलकर सलमान मेटरनिटी हाॉस्पिटल किया जा रहा है। साथ ही पलासिया क्षेत्र की एक सड़क का नाम भी सलमान खान के पिता सलीम खान के नाम पर करने का विचार किया जा रहा है।
सलमान मेटरनिटी हाॉस्पिटल किया
आईफा अवार्ड 2020 के चलते अभिनेता सलमान खान को प्रसन्न करने मप्र सरकार द्वारा इंदौर में रॉबर्ट नसिर्गं होम का नाम बदलकर सलमान मैटरनिटी की योजना है।सेवा ईसाई महासभा के प्रदेश अध्यक्ष अजय पीटर ने बताया कि यह नर्सिंग होम विदेश से आए सर राबर्ट के मिशनरी सेवा संस्थान ने मानव सेवा में संचालित किया था।इसमें 100 वर्षों से मिशनरी की नन बहनें सेवाएं दे रही हैं।अभी संचालन सरकार के अधीन अधिकारियों से हे रहा है।इस राबर्ट नर्सिंग होम से ईसाई समाज की सेवाएं जुड़ी हैं।पीटर ने बताया कि प्रदेश सरकार चाहे तो सलमान के नाम पर नए अस्पताल को खोल सकती है।सरकार के इस निर्णय का ईसाई समाज पुरजोर विरोध करता है।
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