मधुबनी : व्यवस्था परिवर्तन और जन चेतना के लिए विजय रंजन ने फूंकी बिगुल - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 15 फ़रवरी 2020

मधुबनी : व्यवस्था परिवर्तन और जन चेतना के लिए विजय रंजन ने फूंकी बिगुल



hope-for-change-madhubaniफुलपरास/मधुबनी (आर्यावर्त संवाददाता) समाज मे बढ़ती हुई असमानता, चौपट होती जा रही शैक्षणिक व्यवस्था एवं हर प्रकार के सामाजिक सरकारी कार्यों में भ्रष्टाचार के चरम से सदैव चिंतित एवं लोगों को इसके प्रति वर्षों से जागरूक करते आये डॉ विजय रंजन फैंस क्लब की जन चेतना क्रांति मंच के रूप में स्थापित होने के बाद विगत शनिवार को स्थानीय संस्कार भारती फुलपरास के ज्ञान गंगा ऑडिटोरियम में पूरे बिहार के प्रबुद्धजनों, शिक्षाविदों एवं युवा समाजसेवियों की एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। मुख्य रूप से शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार पर आयोजित इस चिंतन शिविर में नवगठित जन चेतना क्रांति मंच  के संगठन को वार्ड-प्रखंड स्तर से लेकर जिला-राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर मज़बूती व विस्तार देने एवं लोगों को उनके अधिकार के प्रति जागृत करने पर जोर दिया गया। बिहार के कोने कोने से आये सैकड़ों सक्रिय सदस्यों ने सर्वसम्मति से डॉ विजय रंजन को जन चेतना क्रांति मंच का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना एवं उन्हें सम्पूर्ण देश एवं राज्य में संगठनात्मक विस्तार की जिम्मेदारी और जबाबदेही के लिए अधिकृत किया। कार्यकारिणी चुनाव के दौरान कुमार कौशल किशोर को महासचिव, रंजन गिरी को उपाध्यक्ष, प्रमोद राय को कोषाध्यक्ष एवं श्रीमती डॉ विजया सिंह को राष्ट्रीय प्रवक्ता चुना गया। शिविर को संबोधित करते हुए डॉ विजय रंजन ने कहा कि देश में बिलावजह पूंजीवाद को प्रश्रय दिया जा रहा है जबकि अशिक्षा, गरीबी, किसानों की बदहाली, बेरोज़गारी एवं सामाजिक व आर्थिक विषमता फ़िलवक्त देश की सबसे बड़ी समस्या है जिसको छदम राष्ट्रवाद की आड़ में दबाया जा रहा है। इतना ही नही देश तथा प्रदेश में समाजवाद का दम्भ भरने वाले तथाकथित छदम समाजवादी लोग परिवारवाद का पोषक बन चुप्पी साधे हुए हैं। ऐसे में शिक्षाविदों, बुद्धिजीवियों और समाजशास्त्रियों को चाहिए कि देश के नौजवानों को उचित मार्गदर्शन दें तथा भारत को उन्नत राष्ट्र बनाने का मार्ग प्रशस्त करें। शिविर का प्रबंधन कौशल किशोर, संयोजन रंजन गिरी व प्रमोद राय एवं अध्यक्षता देवेंद्र प्रसाद यादव ने की। शिविर में कलकत्ता से आये राहुल सॉ, पटना से अजित कुमार, सुधीर कुमार, वैशाली के सुबोध गिरी, दिल्ली से संजीव तिवारी, आरा के घनश्याम पांडेय, पवन कुमार, जमुई के निशांत, चम्पारण के विकास शर्मा, मुजफ्फरपुर के प्रभात कुमार एवं मधुबनी जिले से राकेश यादव, शिव शंकर सिंह,रूपेश कुमार, मो इजहार अवि आर्य, श्रीमती सत्यम झा, देवेंद्र यादव, शशिशेखर, मनोज प्रभाकर, जयलेंद्र यादव समेत सैकड़ों लोगों ने अपनी सहभागिता दी।

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